21वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व क्रिकेट में टिकने के लिए , खिलाड़ियों का प्रतिभावान होने के साथ-साथ तेज़ और फिट होना भी ज़रूरी है। लेकिन, कुछ क्रिकेटर्स ऐसे भी रहे हैं। जो दिखने में एक क्रिकेटर जैसे नहीं लगते थे। मगर, जब उनके हाथ मे गेंद होती थी।
21वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व क्रिकेट में टिकने के लिए , खिलाड़ियों का प्रतिभावान होने के साथ-साथ तेज़ और फिट होना भी ज़रूरी है। लेकिन, कुछ क्रिकेटर्स ऐसे भी रहे हैं। जो दिखने में एक क्रिकेटर जैसे नहीं लगते थे। मगर, जब उनके हाथ मे गेंद होती थी। तो उनके सामने क्रीज़ पर…