बिजली विभाग की कमीशन खोरी का परिणाम,,अब ट्रांसफार्मर ही गिरने लगें

रीवा जिले में डी, एस ई. सी.ई. सभी तैनात हैं हर वर्ष करोड़ों रुपए हर डिवीजन
पूर्व पश्चिमी, दक्षिण उत्तर, संभाग में मेंटीनेंस का टेंडर जारी होता है अधिकतर अधिकारी अपने चहेते ठेकेदारों को या अपने नात रिश्तेदार के नाम पर टेंडर करके पूरा खेला करते हैं इतना ही नहीं ठेकेदार को खम्भे आठ फिट गहरा गाड़ने का पैसा मिलता है ठेकेदार तीन फिट गाड़ते है,, फिर गिट्टी सीमेंट से मजबूत करना है तो एक फिट गिट्टी सीमेंट डालकर, बिल लगाते हैं चूंकि कमीशन पहले ही देना पड़ता है,, ऐसे विभाग में बैठे अधिकारियों की कृपा से अब खंभे नहीं टांसफार्मर ही गिरेंगे,, भले आंधी तूफ़ान न आये। कृष्णा राज कपूर आडिटोरियम के सामने,,सिलचट गांव में खंभे कि जगह टांसफार्मर ही गिर गये,, आखिर मेंटीनेंस में खर्च होने वाली करोड़ों रुपए का बंदरबांट कब तक सरकारी ( सरकार) संरक्षण में चलेगा, जनता अंधेरे में रहेगी*