सेमरिया मंडल अंतर्गत मनकहरी मंडल में नियुक्ति को लेकर आक्रोश
मंडल अध्यक्ष में महिला आरक्षण के दावे हुए फेल, रीवा विधानसभा में हुआ पालन
केवल रीवा विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक की 100 फीसदी चली
अनिल त्रिपाठी, रीवा
देश की नंबर एक और अनुशासन की डोर से बंधी भारतीय जनता पार्टी में मंडल अध्यक्षों का नाम घोषित होने के बाद कुछ जगह अत्यंत खुशी का माहौल बन गया है तो दो-तीन जगह आक्रोश का वातावरण बना हुआ है। कहने को तो यह कहा जा रहा है कि मंडल अध्यक्ष चयन के लिए पार्टी से घोषित प्रभारी ही पूर्ण रूपेण अधिकृत रहे हैं लेकिन अंदर के सूत्र यह कह रहे हैं कि भाजपा जिला अध्यक्ष ने पारदर्शिता के साथ काम तो कराया लेकिन सूची यह कह रही है कि अंत में उनकी चल गई।
उल्लेखनीय है कि मंडल अध्यक्ष चयन के लिए रीवा जिले के प्रभारी के रूप में पूर्व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह को प्रदेश इकाई ने भेजा था जबकि निर्वाचन अधिकारी के रूप में विवेक नारायण सगेवलकर तथा जिला पर्यवेक्षक के रूप में उमेश शुक्ला को भेजा था। जिन्होंने जिले के विभिन्न मंडलों के लिए तीन-तीन नाम प्रस्तावित करवाए थे और उसके बाद प्रदेश संगठन इकाई की ओर से 24 नाम को हरी झंडी दी गई है जबकि कटरा मंडल और महसांव मंडल फिलहाल होल्ड पर रखा गया है यहां पर अभी किसी को नियुक्त नहीं किया गया है।
उधर आज मंडल अध्यक्ष पद की घोषणा के बाद से ही दो मंडलों में आक्रोश की स्थिति बनी रही। सिरमौर जनपद पंचायत के सदस्य और भाजपा शक्ति केंद्र सिरमौर के संयोजक अभिषेक त्रिपाठी ने इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंडल अध्यक्ष चयन में उन्होंने मनमानी की है। इनका जो वीडियो सामने आया है इसमें कहा गया है कि पूर्व विधायक के पी त्रिपाठी और सांसद जनार्दन मिश्रा से राय नहीं ली गई है। आक्रोशित हो उठे अभिषेक त्रिपाठी ने तो यहां तक कहा कि भाजपा किसी के बाप की पार्टी नहीं है पैराशूट लैंडिंग कराकर मंडल अध्यक्ष बना दिया गया है। इन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन सूत्र बताते हैं कि क्रांतिवीर सिंह को मंडल अध्यक्ष मनकहरी बनाए जाने से वह काफी नाराज थे। जिससे वह स्वयं काफी असंतुष्ट थे।
आक्रोशित श्री त्रिपाठी का कहना था कि जब से अजय सिंह अध्यक्ष बने हैं तब से भेदभावपूर्ण कम हो रहा है उन्होंने तो यह तक मांग कर डाली कि इन्हें तत्काल जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया जाना चाहिए । इनका कहना थे कि इस बात को वह प्रदेश स्तर पर उठाएंगे सीधे पार्टी ने कहा कि अगर हमारी बात नहीं सुनी गई और ध्यान नहीं दिया गया तो वह लोग इस्तीफा भी सौंप सकते हैं। श्री त्रिपाठी के समर्थन में लगभग एक दर्जन लोग कार्यालय पहुंचे थे। जब सूत्रों से इन लोगों के बारे में जानकारी ली गई तो पता लगा कि यह सभी पूर्व विधायक के नजदीक लोगों में से एक है। जिससे यह भी चर्चा उठी कि कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना की तर्ज पर मंडल अध्यक्ष चयन मुद्दे को उठाया जा रहा है। हालांकि इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ अजय सिंह ने व्यक्तिगत तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी । उनका कहना था कि मंडल अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पार्टी द्वारा घोषित प्रभारी और निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशन में हुआ है। इसके विपरीत जिन लोगों को मंडल अध्यक्ष के रूप में चयनित किया गया है उनके खेमे में जश्न का माहौल है।
कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना
अटल कुंज आए नेताओं के मामले में जिन लोगों को विरोध करने के लिए भेजा गया था, वह उतने राजनीतिक तौर पर परिपक्व को नहीं थे लिहाजा उन्होंने पूर्व विधायक के पी त्रिपाठी का नाम ले लिया। वहीं से यह पोल खुल गई कि यह सारा गेम कहां से हो रहा है। चर्चा तो यह भी है कि अंदर ही अंदर जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक की कुछ हद तक खुन्नस है जिसके चलते कुछ लोग अटल कुंज पहुंचकर अपना विरोध प्रकट किया। अपरिपक्वता इसलिए दिखाई दी कि उन्होंने खुले तौर पर पूर्व विधायक का नाम ले लिया। अब यह कहां जा रहा है कि उनके ही लोगों द्वारा विरोध की स्थिति बनी।
क्या हुआ तेरा वादा….
भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठन की चुनाव के लिए जो क्राइटेरिया बनाई थी, उसमें पहले चरण में ही वह असफल सी दिखाई दी। कहां तो यह गया था कि संगठन की चुनाव में 33 फ़ीसदी महिला आरक्षण लागू करेंगे और इसकी शुरुआत मंडल अध्यक्ष पद से की जाएगी। लेकिन इस बार 26 मंडल अध्यक्ष में से केवल रीवा विधानसभा अंतर्गत कुशाभाउ ठाकरे मंडल में श्रीमती हेमलता सिंह को मंडल अध्यक्ष के रूप में चयनित किया गया है।
किस मंण्डल में किसे दिया गया क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व
भाजपा के निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर के अनुमोदन पर एवं जिला पर्यवेक्षक उमेश शुक्ला की सहमति से मंडल निर्वाचन प्रक्रिया के उपरांत मंडल अध्यक्ष एवं मंडल प्रतिनिधि घोषित किए गए हैं। इसमें डभौरा से राजेंद्र अग्निहोत्री, जवा से अखिलेश सिंह, अतरैला से शालिग्राम साहू, सिरमौर से सुदामा कोल, बैकुंठपुर से चंद्रशेखर कुशवाहा, सेमरिया से अरुणेंद्र तिवारी, बन कुइयां से शेषमणि पांडे, शाहपुर से दिलीप सिंह उर्फ दीपक सिंह, मनकहरी से क्रांतिवीर सिंह , त्यौंथर से घनश्याम यादव, गढ़ी से समीर सिंह, रायपुर सोनौरी से वेद प्रकाश मिश्रा, मनगवा से अरुणेंद्र मिश्रा , रामपुर सर्कल से अंशु सिंह, लाल गांव से सुनील पांडे , देवास से शोखी लाल कोल , सूरा से मुकेश पटेल, कुशाभाव ठाकरे मंडल से श्रीमती हेमलता सिंह, अटल मंडल रीवा से गौरव पांडे, दीनदयाल मंडल से शिवम द्विवेदी, रीवा ग्रामीण से डॉक्टर भूपेंद्र सिंह, गुढ़ से अनंत कुमार गुप्ता, गोविंदगढ़ से प्रदीप त्रिपाठी एवं रायपुर करचूलियान से अभिषेक सिंह का नाम घोषित किया गया है । इसमें कटरा मंडल और महसांव मंडल फिलहाल होल्ड पर है।
नाराज न हो इसलिए बना दिया मंडल प्रतिनिधि
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई द्वारा रीवा की घोषित कमेटी में कहीं असंतोष न उत्पन्न हो इसके लिए मंडल प्रतिनिधियों का भी चयन किया गया है। कुशवाहा भाऊ ठाकरे मंडल में शेखर सचदेवा को स्थान मिला है। दीनदयाल मंडल में राजकुमार जायसवाल और रीवा ग्रामीण में राजकुमार शुक्ला को मनोनीत किया गया है। ऐसा ही लगभग पूरे जिले में हुआ है।
रीवा और गुढ़ विधायक को मिला पूर्ण सम्मान
यहां देखने वाली बात यह भी रही कि रीवा विधायक और वर्तमान में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल तथा गुढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक नागेंद्र सिंह के खास लोगों को मंडल में स्थान मिल गया है। यह सभी लोग उस पद के लिए हकदार थे कि नहीं यह तो भाजपा के लोग ही बता सकते हैं लेकिन यह जरूर कहा जा रहा है कि दो विधायकों को जिला भाजपा संगठन इकाई ने पर्याप्त सम्मान दे दिया और उनके सभी खास समर्थक एडजेस्ट किए गए।