बकिया बराज के 12 और बीहर बराज के खोले गए 18 गेट
विशेष संवाददाता, रीवा
बीते शनिवार दोपहर से शुरू हुई झमाझम बारिश का असर रविवार को देखने को मिला। संभागीय मुख्यालय रीवा के कई इलाकों में जल भराव की स्थिति बनी रही वहीं बीहर और बिछिया नदी उफान पर रही। रीवा के प्रमुख इको पार्क में भी काफी हिस्से तक नदी का पानी पहुंच रहा था। वही टमस नदी का जल स्तर बढऩे से बकिया बराज के 12 गेट खोल दिए गए हैं। इसी प्रकार बीहर ब्रांच के भी 18 गेट खोले जाने की जानकारी दी गई है। हालांकि रविवार को सुबह 8 के बाद से बरसात नहीं हुई है इसका परिणाम यह रहा कि शहर में ही स्थित बीहर और बिछिया नदी का जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है तथा अब शहर में बाढ़ का कोई खतरा फिलहाल नहीं है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार तक रीवा में पिछले साल की तुलना में कुल 99 मिलीमीटर कम बारिश हुई थी। जिले में 1 जून से 1 अगस्त तक मात्र 167.8 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी। लेकिन पिछले 24 घंटे की बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। रीवा के प्रमुख पर्यटन स्थल ईको पार्क में जहां चारों तरफ बीहर नदी का पानी लबालब भर गया। वही रीवा के निपानिया मोहल्ले के वार्ड क्रमांक 1 में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए। रीवा में भारी बरसात के कारण जल स्तर बढऩे से निपानिया पुल पूरी तरह से डूब गया। भारी बारिश के कारण रीवा एयरपोर्ट परिसर में भी लबालब पानी भर गया।
मौसम विभाग द्वारा रीवा में लगातार यह भविष्यवाणी की जा रही थी कि तेज बारिश होगी या पर्याप्त बारिश होगी लेकिन अभी तक ऐसी स्थिति बन ही नहीं पाई थी। लेकिन शुक्रवार और शनिवार को ऐसी बारिश हुई कि चारों ओर जल भराव का वातावरण बनता दिखाई देने लगा था। वही यह भी कहा जा रहा है कि यदि बरसात का कम इसी तरह चलता रहा तो रीवा में जल भराव की स्थिति चिंताजनक हो सकती है।
इससे अलग हटकर रीवा एयरपोर्ट में भी जल भराव की स्थिति देखी गई लेकिन इस मामले में जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि एयरपोर्ट की हवाई पट्टी में किसी तरह का जल भराव नहीं है। जहां आज एयर टैक्सी विमान उतरा और रवाना हुआ है। जल भराव रनवे के बाहर हुआ है। जिसके लिए व्यवस्था बनाई जा रही है।
आपदा प्रबंधन टीम को किया गया सतर्क
शनिवार और रविवार की रात को हुई जोरदार बारिश से नदी, नाले उफान पर आ गए हैं। बकिया और बीहर बराज का जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। ऐसे में बकिया के 12 और बीहर के 18 गेट खोल दिए गए हैं। तराई क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन टीम को तैनात कर दिया गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जब बाढ़ का खतरा उत्पन्न होता है तो सर्वाधिक तराई क्षेत्र में ही परेशानियां उत्पन्न होती है। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों से भी सतर्क रहने को कहा गया है।
किस बांध से कितना पानी छोड़ा जा रहा
बकिया बराज के 12 गेट खोले गए हैं। इसमें 5 गेट 1.5 मीटर तक खोले गए हं। इसी तरह 6 गेट 2-2 मीटर और 1 गेट 2.5 सेमी खोला गया है। बकिया बराज से 2213 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह बीहर बराज के 18 गेट खोल दिए गए हैं। इसमें 14 गेट को फ्री ओपन कर दिया गया है। वहीं 4 गेट 2.5 मीटर तक खोला गया है। बीहर बराज से 761.69 क्यूमेक्स पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। विक्रम बीहर पुल में पानी खतरे के निशान से करीब एक मीटर नीचे से बह रहा है। विक्रम पुल में 193.50 डेंजर प्वाईंट है। वहीं पानी 292.65 तक पहुंच गया है।