विंध्यभारत, रीवा
सडक़ दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने तथा दुर्घटना होने पर पीडि़तों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के संबंध में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। भोपाल से वरिष्ठ अधिकारियों ने रीवा जिले में सडक़ दुर्घटनाओं के प्रमुख स्थानों तथा दुर्घटना रोकने के उपायों के संबंध में मार्गदर्शन दिया। प्रशिक्षण में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, एमपीआरडीसी, एनएचआई तथा सडक़ निर्माण से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में दुर्घटना रोकने के उपाय तत्काल करें। सर्वे में चिन्हित तीन प्रमुख सडक़ों के दुर्घटना संभावित स्थलों का चिन्हांकन करके इनमें मिलने वाली सडक़ों पर स्पीडब्रेकर बनाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ट्रामा सेंटर में उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। डायल 108 के रिस्पांड टाइम में कमी लाएं। आगामी टीएल बैठक में इस संबंध में किए गए प्रयासों की जानकारी दें। दुर्घटना रोकने के लिए प्रशिक्षण में 20 बिन्दुओं पर कार्यवाही का सुझाव दिया गया है। संबंधित अधिकारी इन पर तत्परता से कार्यवाही करें। जिला परिवहन अधिकारी दुर्घटना रोकने के लिए शामिल विभागों का व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर संबंधित अधिकारियों को उसमें जोड़ें।
प्रशिक्षण में जिले के तीन क्रिटिकल कॉरिडोर तथा लोकेशन की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में बताया गया कि जिले के पाँच थाना क्षेत्रों में सर्वाधिक सडक़ दुर्घटनाएं होती हैं। इन्हें रोकने के लिए पुलिस विभाग को भी समुचित प्रयास करना आवश्यक है। प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, डिप्टी कलेक्टर जीपी अग्रवाल परिवहन अधिकारी मनीष त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।