!!.बुंदेलखंड में नदी बचाओ सदी बचाओ के तहत 4 महीने की नर्मदा परिक्रमा के बाद महंत केशव गिरी महाराज का अनोखा जन संकल्प: भक्ति के साथ देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश.!!
राम दरबार मंदिर सागर के महंत केसव गिरी महाराज द्वारा 15 जून से अभियान का होगा आगाज भरवाए जाएंगे संकल्प पत्र
- शिवेंद्र तिवारी
बुंदेलखंड से नदी बचाओ सदी बचाओ के तहत 4 महीने की नर्मदा परिक्रमा करने वाले संत केशव गिरी महाराज ने अब एक और संकल्प ले लिया है ।जिसके तहत वह 5000 घरों में नर्मदा जल भेजेंगे । जिन घरों में मां नर्मदा का जल भेजा जाएगा। उनसे संकल्प पत्र भी भरवाया जाएगा । जिसमें वह अपने जन्मदिन एनिवर्सरी या किसी शुभ अवसर पर एक वृक्ष लगाने का संकल्प दिलाएंगे। इसकी शुरुआत सागर जिले से की जाएगी।
इसमें नक्षत्र वाटिका के आधार पर सनातन धर्म में पूजनीय वृक्षों को लगाने की अपील की जाएगी या उन्हें राशि के अनुसार बताया जाएगा कि आप कौन कौन से वृक्ष लगा सकते हैं। जिससे आपके घर का वास्तु शास्त्र भी ठीक होगा, आपकी कुंडली की दशा भी सुधरेगी। पेड़ पौधों से जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं इस पौधे को जीवन भर की रक्षा करने की भी जिम्मेदारी लेनी होगी ।
जल संरक्षण पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक
सागर के राम दरबार मंदिर में महंत केसव गिरी महाराज बताते हैं कि इस बार पूरे देश में लोगों ने गर्मी का प्रकोप देखा है। तापमान अपने रिकार्ड स्तर पर पहुंचा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लगातार पेड़ पौधों को काटा जा रहा है। शहरों में गांव में क्रांकिट के जंगल खड़े हो रहे हैं। आने वाले दिनों में यह संकट और भी विकराल हो सकता है। मानव समाज को इस बार की स्थिति को देखकर संभल जाना चाहिए। अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए पौधे लगाने चाहिए इसलिए हम और टीम के द्वारा जितना जो कुछ भी पर्यावरण और नर्मदा के लिए बन पा रहा है, वह कर रहा हूं। कहते हैं एक पेड़ 100 पुत्र के बराबर होता है इसलिए समाज के लिए पर्यावरण के लिए पौधे लगाकर उनका संरक्षण जरूर करें ।
15 जून से शुरू हो रहा अभियान का पहला चरण
15 जून से घर-घर मां नर्मदा का जल बॉटल में भरकर भेजने का अभियान शुरू करेंगे। इसके लिए एक युवाओं की टीम हमारे साथ है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मलीन संत गुरुदेव दद्दा जी महाराज की कृपा से नर्मदा परिक्रमा पूरी हुई थी । परिक्रमा के दौरान जितने भी घाट मिले उनकी सफाई की गई। वहां पर लोगों को कथा सुनाई गई । फिर संकल्प लिया कि वह जीवन भर मां नर्मदा की संरक्षण के लिए समाज को जागरूक करने के लिए काम करेंगे। पहले चरण में संकल्प पत्र भरवाये जा रहे हैं ।