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आईपीएल की आड़ में महादेव सहित अन्य एप से सट्टेबाज़ी, रीवा से गोवा तक फैला नेटवर्क रीवा के सटोरिया जबलपुर, गोवा से संचालित कर रहे कारोबार

नगर प्रतिनिधि, रीवा

कम समय में ज्यादा रुपए कमाने के चक्कर में युवाओं का रूझान आनलाईन सट्टेबाजी की ओर ज्यादा बढ़ रहा है। वर्तमान में चल रहे सट्टेबाजी के आनलाईन क्रिकेट एवं अन्य एप के मध्यम से युवा रोज लाखों रूपए के सट्टा खेल हार जीत का दांव लगा रहे हैं। बीस-बीस ओवर के प्रचलन में आने के बाद जहां क्रिकेट में ग्लैमर का प्रवेश हुआ! वहीं लोगों की जिंदगी भी बर्बाद होती रही …! हर रन, हर बाल व हर विकेट पर लोगों को सट्टेबाजी का जुनून सवार है। शहर तो शहर, गांव-गांव गली-गली सट्टेबाजों की धमक सुनाई दे रही……। जिले में आनलाईन सट्टेबाजी जोरों पर है। पुलिस की नाक के नीचे प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार मोबाइल के जरिए संचालित हो रहा है। और पुलिस का मुखबिर तंत्र और सायबर सेल फेल नजर आ रहा है लगभग दस हजार लोग रोज सट्टा खेल रहे हैं। सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जिले भर में 10 से अधिक जगहों पर ऑॅनलाइन सट्टेबाजी का खेल चल रहा है। शहर के लगभग 100 से 150 बड़े व्यापारी ऐसे हैं जो रोजाना एक हजार से एक लाख रुपये तक का दांव लगाते हैं। इसमें लगाई गई धनराशि का दस गुना या फिर मैच में रोमांचक स्थिति होने पर भाव तय होता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सट्टेबाजी के कारोबारियों द्वारा आनलाईन गेम्स ‘आरबीसी 139 ‘वीनबज 7’ और ‘खेलो यार’, महादेव एप जैसे पैनलों के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा को संचालित करते हैं ।
10 हजार रुपए में बांट रहे आइपीएल सट्टे की लिंक
सट्टा का तरीका अब काफी बदल चुका है, आपको सट्टा लगाने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं हैं, बस 10 हजार रुपए दो और सट्टे की लिंक आपके मोबाइल में आ जाएगी, जिससे आप ऑनलाइन दांव लगा सकेंगे, सट्टा हारने पर आपके एकाउंट से पैसा कट जाएगा, आप जीत जाते हैं, तो एकाउंट में ही पैसा आएगा। हैरत की बात तो यह है की पुलिस सट्टे की लिंक बांटने वाले गिरोह के व्याक्तियों को चिन्हित नहीं कर पा रही और न ही पुलिस का मुखबिर तंत्र काम आ रहा है…… !
आइपीएल के साथ शुरू हुआ सट्टा
आइपीएल मैच के दौरान सट्टे का कारोबार आराम से संचालित हो रहा है। पूरा खेल ऑनलाइन व मोबाइल से संचालित होता है। हर मैच में लाखों का दांव लगता है। इन सटोरियों को लेकर पुलिस को आईपीएल मैच के शुरुआती दिनों से ही अलर्ट हो जाना चाहिए है। लेकिन अब तक पुलिस आनलाईन सट्टेबाज सदस्यों की पहचान नहीं पाई….. ! या यूं कहें कि ढुंढना ही नहीं चाहती…. ? दरअसल इस बार सट्टे का कारोबार ऑनलाइन व मोबाइल के माध्यम से संचालित हो रहा है। सुत्रो के अनुसार बुकी दस हजार रुपए में लिंक उपलब्ध करवाता है। यह सिर्फ एक व्यक्ति को ही फारवर्ड होती है। इसके बाद लोग इस लिंक के जरिये मैच के दौरान सट्टा लगाते हैं। सुत्रो के अनुसार गोवा, जबलपुर, कटनी से लिंक मंगाई जाती है रीवा में बुकी राजनानी, कारू, कुशलानी, दौलतानी, नाम से सटोरिए सहित एक दर्जन लोग रीवा में अपना नेटवर्क फैलाए हुए हैं!
एकाउंट से जुड़ी होती है लिंक
यह लिंक सीधे एकाऊंट से जुड़ी होती है। जीतने पर पैसा एकाऊंट में आ जाता है और हारने पर एकाऊंट से कट जाता है। इसके अतिरिक्त मोबाइल पर बुकिंग करवाकर लोग सट्टा लगा रहे हैं। मैच से पहले टीम पर सट्टा लगाया जाता है। वहीं मैच के दौरान प्रत्येक ओवर में बनने वाले रन पर दांव लगाकर लोग सट्टा खेलते हैं।
रीवा का सट्टेबाज पकड़ा गया छत्तीसगढ़ में
8- मई 2025 को छत्तीसगढ़ की पुलिस ने मैं पी एल 2025 क्रिकेट में ऑनलाइन सट्टा खेलने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। वहीं इस मामले में उन्होंने कार्रवाई करते हुए 15 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। जिसमें से एक आरोपी रीवा जिले का रहने वाला बताया गया है।
पूर्व में पकड़ा जा चुका है सरगना
5-अप्रैल 2024 को तत्कालीन रीवा नगर पुलिस अधीक्षक नवीन तिवारी के नेतृत्व में अमित आहूजा उर्फ छम्मन सिंधी के घर को घेरकर दबिश दी गई थी जहां पुलिस टीम को आरोपी के घर से 1 करोड़ 29 लाख कैश रकम बरामद किया था । इसके अलावा दो कॉलिंग सूटकेस भी बरामद किए जो की पैड मोबाइल और अन्य उपकरणों से लैस थे, जिससे आरोपी ऑनलाइन सट्टे की बुकिंग करता था। इसके साथ ही पुलिस ने 3 एंड्रॉयड फोन, 2 लैपटॉप, 2 कॉलिंग पेटी, 2 डायरी, 21 नग एट एम कार्ड, 14 चेक बुक, 4 पास बुक और 9 लीटर अंग्रेजी शराब को जब्त किया था!

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