- शिवेंद्र तिवारी

बॉलीवुड की गुड़िया कही जाने वाली दिव्या भारती ने सिर्फ 19 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया था. दिव्या भारती ने छोटी सी उम्र में ही शोहरत और कामयाबी की ऐसी बुलंदियां छू ली जिन बुलंदियों को कई सितारे पूरी उम्र काम करने के बाद भी नहीं छू पाते हैं. यहीं कारण है कि मौत के इतने सालों के बाद भी लोग अभी तक एक्ट्रेस को याद करते हैं.
आज हम आपको दिव्या भारती के जीवन का ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप समझ जाएंगे कि कैसे यह अदाकारा इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी स्टार बन गई. प्रोड्यूसर पहलाज निहलानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में दिव्या भारती के बारे में बात की और बताया कि वह अपने काम के प्रति कितनी समर्पित थीं. पहलाज निहलानी फिल्म शोला और शबनम के प्रोड्यूसर थे इस फिल्म में दिव्या भारती और गोविंदा ने लीड रोल प्ले किया था.
पहलाज निहलानी ने बताया कि दिव्या भारती पूरी तरह से अपने काम के प्रति समर्पित रहती थीं, उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था कि उन्होंने 20 घंटे शूट किया या 24 घंटे. शोला और शबनम का किस्सा सुनाते हुए पहलाज निहलानी ने बताया कि ऊटी में फिल्म की शूटिंग चल रही थी. उस वक्त फिल्म के डायरेक्टर डेविड धवन वहां नहीं थे लेकिन एक्शन डायरेक्टर थे. दिव्या शॉट देने के बाद उनके पास आई और उनसे रुमाल मांगा और उसे अपने पैर में बांध लिया. जब उन्होंने पूछा कि क्या हुआ तो एक्ट्रेस ने कहा कि कुछ ज्यादा नहीं. लेकिन दिव्या भारती के पैर से खून निकल रहा था. दरअसल उनका पैर एक कील पर पड़ गया था जिससे पैर में घाव हो गया और उससे खून बह रह था. पहलाज निहलानी ने दिव्या के पैर की हालत देखी तो तुरंत पैकअप के लिए कहा लेकिन दिव्या भारती पर जैसे कोई फर्क ही न पड़ा हो, उन्होंने शूटिंग जारी रखी.
दिव्या भारती आराम कर सके इसके लिए पहलाज निहलानी ने अगले दिन की शूटिंग कैंसिल कर दी और उन्हें हॉस्पिटल चलने के लिए कहा लेकिन एक्ट्रेस ने साफ मना कर दिया. यहां तक कि अगली सुबह ठीक 6 बजे वह प्रोड्यूसर के पास पहुंची और शूटिंग शुरू करने के लिए कहने लगी. पहलाज कहते हैं कि दिव्या भारती के साथ आज भी उनकी कई बेहतरीन यादें जुड़ी हुई हैं.