भुगतान व्हाउचर में प्रशासक नगर परिषद मनगवां के किये थे फर्जी हस्ताक्षर, 3,80,648/- रुपये का प्राप्त किया था गलत भुगतान
नगर प्रतिनिधि, रीवा
आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो द्वारा गलत तरीके से पैसे निकलने को लेकर मामला दर्ज किया है। जो वर्ष 2021-22 की अवधि में सहायक परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण रीवा के पद पर पदस्थ हरिमित्र श्रीवास्तव को जिला कलेक्टर रीवा द्वारा आदेश दिनांक 13.08.2021 के माध्यम से वर्तमान कार्य के साथ- साथ मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनगवां जिला रीवा का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया था, उक्त पदस्थापना अवधि में हरिमित्र श्रीवास्तव द्वारा नगर परिषद मैहर में पदस्थापना अवधि का सातवें वेतनमान के अंतर की राशि रुपये 3,80,648/- का फर्जी एरियर पत्रक (माह जनवरी 2016 से मई 2018 की अवधि का) तैयार कर उक्त एरियर का भुगतान नगर परिषद मनगवां के बैंक खाते से दिनांक 01.01.2022 को अपने बैंक खाते में प्राप्त किया गया। उक्त भुगतान व्हाउचर में मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनगवां एवं लेखापाल के स्थान पर हरिमित्र श्रीवास्तव द्वारा स्वयं हस्ताक्षर कर आहरित किया गया। उक्त देयक में प्रशासक नगर परिषद मनगवां के हस्ताक्षर के स्थान पर किया गया दस्ताक्षर भी फर्जी है।
सातवें वेतनमान के माह जनवरी 2016 से मई 2018 की अवधि का एरियर 01.01.22 को प्राप्त कर लेने के बाद भी हरिमित्र श्रीवास्तव ने दिनांक 02.02. 22 को पुन: फर्जी एरियर पत्रक तैयार कर अनुमोदन हेतु नगर परिषद मैहर भेजा था।
शासन को आर्थिक नुक्सान पहुंचाने का अरोप
हरिमित्र श्रीवास्तव प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद मनगवां जिला रीवा के द्वारा पद का दुरूपयोग कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर सातवें वेतनमान की एरियर राशि रूपये 3,80,648/- का अवैध भुगतान स्वयं के खाते में प्राप्त कर शासन को आर्थिक क्षति कारित करने का आरोप प्रमाणित पाये जाने से हरिमित्र श्रीवास्तव के विरूद्ध धारा 420, 409, 467, 468, 471, भा.द.वि. 13 (1) ए, 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, संशोधन अधिनियम 2018 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
शासकीय खजाने को लूटने का प्रयास
ईओडब्ल्यू के एसपी डॉ अरविंद सिंह ने बताया कि मैहर नगर परिषद के तत्कालीन सीएमओ हरिमित्र श्रीवास्तव ने भुगतान बाउचर पर मैहर प्रशासक के फर्जी हस्ताक्षर किए और एरियर की राशि प्राप्त कर ली। इसके बाद इस राशि को दोबारा प्राप्त करने की नीयत से एक बार फिर एरियर पत्रक बनाकर शासकीय खजाने को लूटने का प्रयास किया। शिकायत प्राप्त होने पर सीएमओ हर मित्र श्रीवास्तव के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है।