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फिल्मी किरदार की नकल कर दोस्तों ने दोस्त को उतारा मौत के घाट, आरोपियों पर शाहरूख की रईश फिल्म का हाबी था खुमार

देवेन्द्र दुबे, रीवा

गढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरहा के रहने वाले युवक का फिल्मी स्टाइल में मर्डर कर दिया गया। युवक के पार्टनर ने ऑन कैमरा चाकू से उसकी गर्दन काट दी। घटना का वीडियो परिवार को भेजकर फरार हो गया। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे शाहरुख खान की फिल्म रईस से काफी प्रभावित थे। उसी किरदार की नकल कर वे पहले पशु तस्करी में उतरे और फिर हत्या जैसे खतरनाक अपराध तक पहुंच गए। आरोपियों पर फिल्मी खुमार इस कदर हावी था कि रईस के एक सीन को देखकर उन्होंने मर्डर करने की हिम्मत जुटाई। वे मर्डर को फिल्मी सीन की तरह शूट करना चाहते थे, और किया भी वैसा ही।
दिल दहला देने वाला था वीडियो
7 मई को रात में परिजन थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को गला काटने का वीडियो दिखाया। इसमें एक युवक चाकू से अभिषेक का गला काटता दिखा। वह एक अन्य युवक से बातचीत भी कर रहा है। उसका साथी कह रहा है- मैं मोबाइल फेंक दूं। इसके बाद वह मोबाइल वहीं पर फेंक देता है। इसके बाद चाकू फेंकने की बात भी करता है। वीडियो में युवक कहता नजर आ रहा है कि हां-हां मर गया… मर गया।
सुराग न मिले इसलिए घर से 15 किमी दूर बुला कर हत्या की
एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि इस वारदात में मृतक की पहचान पिपरहा निवासी अभिषेक त्रिपाठी के रूप में हुई थी। वीडियो में एक व्यक्ति को चाकू से गला रेतते हुए देखा गया था, जिस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया। अभिषेक की हत्या का पर्दाफाश भी चौंकाने वाला था। दरअसल, इस लाइव मर्डर का वीडियो आरोपी राजकुमार ने रिकॉर्ड किया था। आरोपी रजनीश मिश्रा ने अभिषेक को जानवर की तरह जमीन पर पटक रखा था। वह चाकू से उसकी गर्दन को धीरे-धीरे काट रहा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने इस हत्याकांड को बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया। उनका मकसद था कि वारदात का किसी को पता ही न चले। इसी योजना के तहत उन्होंने अभिषेक को उसके घर से करीब 15 किलोमीटर दूर कोलहा के भौखरी कला गांव के एक सुनसान इलाके में बुलाया। यहां उस समय दो नाबालिग भैंस चरा रहे थे। आरोपियों ने उन्हें डरा-धमकाकर वहां से भगा दिया। नाबालिग भागते समय भैंस हांकने के लिए साथ लेकर आए लाठी-डंडे को वहीं छोड़ गए। अभिषेक के आते ही आरोपी उसे बातों-बातों में जंगल के भीतर लेकर चले गए। यहां उसे लाठी से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। गला काटने से ठीक पहले, आरोपियों ने अभिषेक से कहा- बाकी पैसे चाहिए क्या? आज ही हिसाब बराबर कर देते हैं। जहां तुझे ठिकाने लगा रहे हैं, वहां से तेरी लाश भी कोई नहीं ढूंढ पाएगा। तू यहीं कंकाल बन जाएगा। किसी को कानो-कान खबर भी नहीं होगी कि तू जिंदा है या मर गया। फिर शुरू हुआ दरिंदगी का सबसे खौफनाक मंजर। रजनीश ने चाकू से अभिषेक की गर्दन को काटना शुरू किया। दूसरे आरोपी राजकुमार ने पूरे दिलदहालने वाले इस मंजर को कैमरे में कैद किया।

अगर आरोपी छूटे तो और भी गोद उजाड़ देंगे
बहन अभिषेक की बड़ी बहन कविता शुक्ला ने रोते हुए कहा- वो मेरा छोटा भाई था, घर का सबसे प्यारा, सबसे लाड़ला। जिस बेरहमी से दरिंदों ने उसे तड़पा-तड़पाकर मारा, वो दृश्य किसी की भी रूह कंपा दे। उन्होंने कहा- जिस तरह उसकी गर्दन काटी गई, वैसा तो किसी जानवर के साथ भी नहीं करना चाहिए। मेरा भाई तड़पता रहा… वो जितना तड़प सकता था, उतना तड़पाया गया। दरिंदों ने मेरी मां की हरी-भरी गोद उजाड़ दी। इन्हें कभी बाहर नहीं आना चाहिए।
अभिषेक ने फोन पर कहा था- पैसे नहीं देते हो
घटना वाले दिन, यानी बुधवार की सुबह अभिषेक त्रिपाठी अपने घर पर सो रहा था। तभी आरोपियों का फोन आया। उन्होंने कहा- अभिषेक, जल्दी आ जाओ, काम है। इस पर अभिषेक ने नाराजगी जताते हुए जवाब दिया- पुराने पैसे तो देते नहीं हो, फिर भी बार-बार काम पर बुलाते हो। आरोपियों ने उसे समझाया- पैसे कहां जा रहे हैं, मिल जाएंगे। जल्दी ही तुम्हारा सारा बकाया चुका देंगे। इतना सुनने के बाद अभिषेक उठ गया। मुंह धोया, कपड़े बदले और बाहर निकलने लगा। जब घरवालों ने कहा- खाना खाकर जाओ, तो उसने जवाब दिया- मैं लौटकर आता हूं, तब खा लूंगा।
मां बोली- मुझे मौत आ जाती तो बेहतर होता
अभिषेक की मां अहिल्या त्रिपाठी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। कांपती आवाज में उन्होंने कहा- मेरे जिगर के टुकड़े को इतनी बेरहमी से मार डाला… बचपन से उसे पाल-पोस कर बड़ा किया था। काश, ये दिन देखने से पहले मुझे मौत आ जाती। उन्होंने कहा, आसपास के लोग और रिश्तेदार सब कह रहे हैं कि अभिषेक को बहुत ही बर्बर तरीके से मारा गया है, लेकिन कोई भी मुझे वो वीडियो नहीं दिखा रहा। सब यही कह रहे हैं कि ये वीडियो तुम्हारे देखने लायक नहीं है। आखिर उस वीडियो में ऐसा क्या है जो मुझसे छिपाया जा रहा है?
ऐसे हुआ मर्डर का खुलासा
रजनीश ने वारदात का वीडियो बहादुरी दिखाने के लिए अपने भाई गोलू मिश्रा को भेजा। गोलू ने पहले तो मामले को छिपाया, लेकिन बाद में वीडियो अपने करीबी कुलदीप त्रिपाठी को दिखा दिया। कुलदीप वीडियो देखकर कांप गया और उसने पूरी घटना अपने घरवालों को बता दी। कुलदीप के परिवार ने बिना देर किए अभिषेक के परिवार को यह सूचना दी। वारदात दोपहर की थी, लेकिन अभिषेक के परिजनों को इस खौफनाक मर्डर की जानकारी रात में लगी। वे पुलिस के पास पहुंचे और वीडियो दिखाया, जिसे देखकर पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। पुलिस ने तत्काल केस दर्ज किया और आरोपियों की तलाश में जुट गई।
गांव-गांव से मवेशी चुराकर बेचते थे आरोपी
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी रजनीश और भोले लंबे समय से पशु तस्करी के गोरखधंधे में लिप्त थे। वे रीवा के गांवों से आवारा और पालतू पशुओं की चोरी कर उन्हें शहडोल ले जाकर बेचते थे। आरोप है कि इस तस्करी में बड़ी संख्या में गोवंश भी शामिल होता। आरोपी केवल अपने गांव तक सीमित नहीं थे, बल्कि आसपास और दूर-दराज के इलाकों से भी मवेशी इक_ा करते थे। इन जानवरों को बूचडख़ानों तक पहुंचाते थे। इन सब के लिए वे अभिषेक की मदद लेते थे।
दादा का आक्रोश- मेरा बुढ़ापे का सहारा छिन गया
अभिषेक के 80 वर्षीय दादा मोतीलाल त्रिपाठी ने रोते हुए कहा- अभिषेक मेरा बुढ़ापे का सहारा था। जिसे इन निर्दयी दरिंदों ने मुझसे छीन लिया। इतनी उम्र में अब कौन सहारा देगा? उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या के बाद भी आरोपी पक्ष अब बुजुर्गों तक को डराने की कोशिश कर रहा है। उन्हें न तो कानून का डर है, न इंसानियत की शर्म। अब हमें भी डराया जा रहा है ताकि गांव में कोई इनके खिलाफ आवाज न उठाए। उन्होंने कहा, ये आरोपी पहले भी गांव और आसपास के इलाकों में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। कई लोगों का हाफ मर्डर कर चुके हैं, लेकिन पुलिस ने कभी सख्ती नहीं दिखाई।

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