Headlines

इन मशहूर अभिनेताओं ने दशकों तक बॉलीवुड पर किया राज, नहीं दे पाया कोई टक्कर, ढेर हो गए नए स्टार्स!

  • शिवेंद्र तिवारी

बॉलीवुड एक्टर अशोक कुमार, जिन्हें दादामोनी नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने 63 साल तक सिल्वर स्क्रीन पर राज किया. इस दौरान उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्में की. अशोक कुमार ऐसे सुपरस्टार में से एक हैं, जिन्होंने पूरे करियर में लीड रोल ही प्ले किया. 1936 से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ‘जीवन नैया’ से की. हालांकि, उन्हें पहचान मिली 1936 में आई फिल्म ‘अछूत कन्या’से. दादा साहब फाल्के और पद्म भूषण से सम्मानित अशोक कुमार का 2001 में 90 साल की उम्र में निधन हो गया था.

बॉलीवुड के ‘शहंशाह’ अमिताभ बच्चन के बारें में कुछ भी बताने की जरुरत नहीं है. 1969 में ‘सात हिंदुस्तानी’ फिल्म से करियर की शुरुआत करने वाले बिग बी की कई फिल्में फ्लॉप रही लेकिन 1973 में ‘जंजीर’ में उनका जलवा देखने को मिला और फिर उनकी एक-एक फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने लगी. अमिताभ बच्चन 5 दशक से ज्यादा समय से फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं और उनका गजब का रुतबा है.

हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का नाम भी उन एक्टर्स में है, जिनका फिल्मी करियर काफी लंबा है. 60 साल से ज्यादा के करियर में धर्मेंद्र ने 300 से ज्यादा फिल्में की हैं. 1960 में ‘कुम कुम’ से उन्होंने एक्टिंग की शुरुआत की और आज भी एक्टिव हैं. देव आनंद हिंदी सिनेमा के सबसे सफल एक्टर्स में से एक हैं. उनका स्टारडम देखते ही बनता था. 6 दशक से ज्यादा के करियर में उन्होंने 150 से ज्यादा फिल्में की. उन्हें ‘एवरग्रीन हीरो’ कहा जाता था. भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए 2001 में उन्हें पद्म भूषण और 2002 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

एक्टर पृथ्वीराज कपूर के बेटे शम्मी कपूर का नाम भी सफल एक्टर्स में आता है. 1953 में छह रिलीज के साथ उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा. उनकी सभी फिल्में फ्लॉप रही. इसके बाद 1957 में आई ‘तुमसा नहीं देखा’ से उन्हें स्टाइलिश प्लेबॉय और डांसर के तौर पर पहचान मिली. 6 दशक के लंबे करियर में शम्मी कपूर ने 100 से ज्यादा फिल्में की. 1995 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.

हिंदी सिनेमा के सबसे टैलेंटेड एक्टर-डायरेक्टर में से एक भगवान आबाजी पलव को भगवान दादा या मास्टर भगवान के नाम से पहचान मिली थी. 60 साल से ज्यादा समय तक उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर राज किया. 1931 में मूक फिल्म ‘बेवफा आशिक’ से करियर की शुरुआत करने के बाद उन्होंने काफी लंबी पारी खेली.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *