मध्यप्रदेश के सतना जिले, नागौद कस्बे से बाँदा की दिशा में तकरीबन 5 किलोमीटर की दूरी पर, मुख्यसड़क से ही इस धाम के रास्ता निकला हुआ है
मार्ग में घुसते ही 1 किलोमीटर की दूरी पर, सरकार का धाम है
सरकार के धाम में पंहुचते ही अलग ही रमणीय सुरम्य वातावरण का आभास होता है
क्षेत्रीय रहवासियों के अनुसार यदि भाव भक्ति के हैं तो भगवान अपने होने का आभास भी कराते हैं


भारतीय संस्कृति में नारियल शुभ, पवित्र और कल्याणकारी माना गया है, जो की सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक भी है
मान्यताओं के अनुसार यदि आप किसी गम्भीर आपत्ति में घिर गये हैं, आपको आगे बढ़ने का कोई रास्ता नही दिख रहा हो तो खैरुआ सरकार के धाम में विशाल पीपल के पेड़ पर लाल चुनरी से नारियल बांध दें तो आपकी मनोकामनांए शीघ्र पूरी होती हैं
जय_सियाराम
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