हत्या केआरोपी को शिमला से पकड़ लाई पुलिस
शिवेंद्र तिवारी /राकेश श्रीवास्तव


सतना। डेढ़ महीने से ज्यादा का वक्त गुजर जाने के बाद भी लापता रेडीमेड कपड़ा व्यापारी प्रकाश लालवानी का कुछ पता न चल पाने के कारण दिन ब दिन सामाजिक आक्रोश बढ़ता जा रहा था,लोगों का गुस्सा भी कानून व्यवस्था पर फूट रहा था। पुलिस के लिए भी यह मामला चुनौती बना था। गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने गुमशुदगी के 49 दिन बाद बगहा के एक खंडहर के सेप्टिक टैंक से प्रकाश लालवानी का शव बरामद कर इस प्रकरण का खुलासा किया। कपड़ा व्यापारी की हत्या करने वाले आरोपी को शिमला हिमांचल प्रदेश से सतना पुलिस पकड़ लाई है जिसे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर रखा गया । घटनाक्रम का खुलासा करते हुए एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि प्रकाश लालवानी पिता स्व कन्हैयालाल लालवानी 44 वर्ष निवासी डालीबाबा सतना की हत्या 10 अप्रैल को कर दी गई थी। उसका शव बगहा में बाइपास के पास बने एक खंडहर घर के सेप्टिक टैंक से बुधवार को बरामद किया गया है। मृतक की बाइक भी पन्ना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लावारिस हालत में खड़ी मिली है। वारदात को मृतक के दोस्त रहे संदीप गौतम उर्फ नीलू पिता सीताराम गौतम 39 वर्ष निवासी टेलीफोन टावर के पास अमौधा सतना ने अंजाम दिया है। सतना पुलिस की टीम द्वारा आरोपी संदीप गौतम उर्फ नीलू को हिमांचल प्रदेश के शिमला से गिरफ्तार किया गया । पैसे उधार न देने पर नाराज दोस्त ने दिया वारदात को अंजाम
पुलिस अधीक्षक श्री गुप्ता ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को आरोपी से पता चला है कि उसने प्रकाश लालवानी की हत्या ढाई लाख रुपए उधार न देने पर नाराज हो कर की। आरोपी नीलू और मृतक प्रकाश पूर्व से परिचित थे। आरोपी को अपना कर्ज चुकाने के लिए कुछ रुपयों की जरूरत थी लिहाजा उसने प्रकाश से ढाई लाख रुपए मांगे थे। इसी सिलसिले में उसने प्रकाश को 10 अप्रैल की रात बगहा बायपास के पास बात करने के लिए बुलाया था। लेकिन प्रकाश ने अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने का हवाला देकर रुपए देने से इनकार कर दिया था। ये बात आरोपी को नागवार गुजरी और उसने प्रकाश को जमीन पर पटक कर उसके सिर पर ईंट-पत्थर से वार करना शुरू कर दिया, जिससे प्रकाश की मौत हो गई। आरोपी ने शव को कुछ दूरी पर स्थित खंडहर के सेप्टिक टैंक में छिपा दिया। लेकिन प्रकाश का हाथ बाहर निकला रहा,उसे छिपाने के लिए आरोपी ने एक ढाबे में लगे ग्रीन मेट को काटा और शव को पूरी तरह ढंक कर वहां से निकल गया। आरोपी ने मृतक की बाइक को पन्ना ले जा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खड़ा कर दिया और वापस सतना आ गया। आरोपी संदीप उर्फ नीलू ने पहले अपनी बाइक रीवा में छोड़ी और फिर यहां से अपने परिवार समेत बोरिया बिस्तर समेट कर कटनी चला गया। कटनी के बाद वह रीवा होते हुए प्रयागराज पहुंचा जहां 3 दिन रुकने के बाद दिल्ली के रास्ते शिमला पहुंच गया और परिवार सहित वहीं रहने लगा। अभी तक नहीं मिला मृतक का मोबाइल फोन एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि मृतक का मोबाइल फोन अभी नहीं मिला है। कई और जानकारियां भी अभी जुटाई जा रही हैं। मृतक की माली हालत इतनी अच्छी नहीं थी कि वो किसी को इतनी बड़ी रकम उधार दे सके फिर आरोपी ने रकम क्यों मांगी? यह भी पता लगाया जाना है घटनाक्रम का खुलासा करने वाली टीम में नगर पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह चौहान, सिटी कोतवाली टीआई शंखधर द्विवेदी, इंस्पेक्टर विजय सिंह, सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, एएसआई दीपेश कुमार, एएसआई विनोद रैकवार ,प्रधान आरक्षक रजनीश साकेत,आरक्षक अमित यादव,अश्लेंद्र सिंह शामिल रहे।