शिकायत के बाद कलेक्टर को लिखी चि_ी, तत्परता के साथ कार्यवाही के लिए कहा
पूरे मामले में एक रसूखदार और उच्च प्रशासनिक अधिकारी का भी हुआ खुलासा
विशेष संवाददाता, रीवा
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत अवैध प्लॉटिंग की शिकायत पर रेरा ने संज्ञान लिया है । इस मामले में एक रशुखदार नेता और उच्च प्रशासनिक अफसर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया कि ये अधिकारी ही अवैध प्लॉटिंग करवा रहे थे। रीवा नगर निगम क्षेत्र और उसके आसपास, रीवा शहर के चारों तरफ, खासतौर से नदी नाले के किनारे, अवैध प्लॉटिंग और कॉलोनी बनाने की इन दिनों होड़-सी मची हुई है. ना कोई नियम, ना कोई कानून, सारे नियमों को दरनिकार कर बिल्डर्स मनमाने तौर पर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं । मामले में शिकायत कई बार जिला प्रशासन से किए जाने के बाद भी कार्रवाई न होने पर सामाजिक कार्यकर्ता ने रेरा से शिकायत की गई है। जिसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए रेरा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।
उल्लेखनीय है कि रीवा शहर और उसके चारों तरफ नदी-नाले की जमीन पर इन दिनों अवैध कॉलोनियां बढ़ रही है। शासन के नियमों को ताक पर रखकर प्लॉट और मकान का निर्माण किया जा रहा है। रीवा शहर में इन दिनों प्लॉटिंग का धंधा जमकर फल-फूल रहा है। सारे नियम कानून की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही हैं। नगर निगम व जिला प्रशासन इन्हें देखकर भी नजरअंदाज कर रहा है। मामले में शिकायतकर्ता का सरेआम कहना है कि शहर की बेशकीमती जमीनें और शासकीय जमीनें नदी के किनारे की जमीन सहित ऐसी विभिन्न जमीनों को पॉलाटिंग कर बेचा जा रहा है. लेकिन, नियमानुसार, इन्हें खरीदा या बेचा नहीं जा सकता है. रीवा में चल रहे अवैध प्लॉटिंग के इस कारोबार की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता बीके माला ने भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) भोपाल में की थी।
हमारे सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि अवैध जमीन कब्जे के मामले का संज्ञान लेते हुए रीवा कलेक्टर को जांच और कार्रवाई करने के लिए रेरा ने पत्र भेजा है। शिकायतकर्ता बीके माला ने कहा कि लंबे समय से बिल्डर्स अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं, जिसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से लेकर भोपाल तक की गई। लेकिन, किसी ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया जिसके बाद रेरा में शिकायत की है। यहां से कलेक्टर को जांच कार्रवाई करने का पत्र जारी हुआ है।