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पांचवे सेमस्टर का पेपर लीक मामले पर छात्रों का फूटा गुस्सा

परीक्षा शुरू होने से पहले ही पश्र पत्र के बारे में लग गई थी खबर
एपीएस की पहुंची टीम ने खटिया से परीक्षा संबंधी सामग्री जप्त कर लाये विश्वविद्यालय
गुस्साये छात्र जुर्माने की कर रहे हैं मांग

नगर प्रतिनिधि, रीवा

रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय ने एल एल बी पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा शुक्रवार को स्थगित कर दी. इसके पीछे विश्वविद्यालय प्रशासन ने पेपर लीक होने की वजह बताई.
दरअसल, रीवा के सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया द्वारा पेपर लीक करने की सूचना मिली थी. वहीं ए पी एस यू से द्वारा टीम भेजी गई टीम ने पाया कि सोहागी कॉलेज में समय से पहले ही पेपर खोलकर लीक कर दिए गए. परीक्षा दोपहर 1 बजे से होनी थी, लेकिन सुबह से ही छात्रों को प्रश्नपत्रों के बारे में पता चल गया. जिसकी जानकारी होने के बाद सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया का परीक्षा केंद्र निरस्त कर दिया। वहीं एल एल बी पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा को भी निरस्त करने के आदेश शाम को जारी कर दिया गया. वहीं विश्व विद्यालय से सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया पहुँची जहाँ से परीक्षा संबंधी समाग्री भी जब्त कर यूनिवर्सिटी लाई गई है. वहीं विश्व विद्यालय द्वारा जांच का अवाला देते हुए कहा है कि जाँच होने के बाद जिम्मेदारों पर कार्यवाही होगी. साथ ही अगर सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया की मान्यता समाप्त करने की बात कही है.
क्या छात्रों को विश्व विद्यालय फुटवॉल समझती है
वहीं इस मामले पर एस वी कॉलेज त्यौथर से एलएलबी पांचवे सेमेस्टर के छात्र कुलदीप कुशवाहा ने कहा है कि विश्वविद्यालय हम छात्रों को फुटबाल बना रखी है. पूर्व में भी सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया को परीक्षा केंद्र बनाई थी जिसमें शायद कुछ विशंगतियों के कारण अगले सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए शारदा देवी महाविद्यालय चिल्ला को परीक्षा केंद्र बनाया, वहाँ भी विशंगतियाँ मिली तो पुन: अगले सेमेस्टर के पेपर के लिए सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया को ही परीक्षा केंद्र बना डाली, वहीं फिर इनकी विसंगतियों के कारण परीक्षा केंद्र टीडी कॉलेज चाकघाट को बना दी है, आखिर हम छात्रों को इतना परेशान क्यों किया जा रहा है. आखिर क्या है हमारी गलती, हमें अगर विश्वविद्यालय को इस तरह प्राईवेट कॉलेजों के परीक्षा केंद्रो में परीक्षा में गड़बड़ी का सामना करना पड़ रहा है तो एक बार शासकीय एसवी कॉलेज त्यौथर पर भी विश्वविद्यालय को भरोसा कर उसे भी परीक्षा केंद्र बना कर देख लेना चाहिए।
जांच करने के नाम पर ढोंगकर रहा विश्वविद्यालय
वहीं आगे छात्र कुलदीप कुशवाहा, शिवांजय गुप्ता का कहना है कि विश्व विद्यालय इस पूरे मामले पर केवल ढोंग रचने की जांच ना करे. अगर जांच में यह सिद्ध होता है कि सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया पेपर लीक का मामले में निर्दोस है तो परीक्षा को भी बहाल करें और अगर सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया इस पूरे मामले में दोषी है तो उस पर कार्यवाही करते हुए कम से कम 25 लाख का जुर्माना लगाए और इस जुर्माने की राशि को शासकीय स्वामी विवेकानंद कॉलेज में लगाते हुए उसकी कमियों को दूर करे और आगामी परीक्षाओं के लिए स्वामी विवेकानंद कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाएं. रही बात खराब हुए एक पेपर की तो हम छात्र विश्वविद्यालय में भी ये एक पेपर देने को तैयार हैं. लेकिन ये नहीं कि जांच सोहागी कॉलेज ऑफ एजुकेशन खटिया निर्दोष, लेकिन पेपर भी रद्द. विश्व विद्यालय हमारे साथ भी न्याय करे।

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