पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी दो दिनों से दे रहे जनता का साथ, मच्छरदानी लिए घूम रहे
एक जनपद निधि के मैदान में उतरने के बाद प्रशासन एकदम से पशोपेश में
सरसों के खेतों को बनाया तेंदुए ने अपना आशियाना, लोगों में भरपूर दहशत
विशेष संवाददाता, रीवा
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे तराई क्षेत्र के कई गांव एक तेंदुए की दहशत में है। यह आदमखोर तेंदुआ २ दिन पहले पांच लोगों को घायल कर चुका है जिसमें चार रीवा जिले के जबकि एक उत्तर प्रदेश से संबंधित है। दोनों प्रदेशों का वन विभाग और पुलिस तेंदुए का पता नहीं लगा पाई है जबकि २४ घंटे से त्यौंथर क्षेत्र के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी जनता के बीच पहुंचे उन्हें संबल प्रदान करने के साथ मच्छरदानिया लेकर खेतों की मेढ़ो में और नदी के किनारे घूम रहे हैं, अगर तेंदुआ कहीं दिख जाए तो उसे पकड़ा जा सके।
बताया गया है कि यूपी सीमा से लगे ग्रात खतिलवार में चार दिन से एक तेंदुआ आतंक का पर्याय बना हुआ है। तीन दिन पहले वह गांव में घुसा था जिसने पांच लोगों को जख्मी कर दिया था। उसको पकडऩे के लिए वन विभाग के कर्मचारी लगे हुए है लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा है। पास में ही अरहर और राई के खेत हैं जिनके बीच में घुस गया है और कोई भी पास जाने की कोशिश करता है तो वह उन पर झपट्टा मारने की कोशिश करता है। बता दें कि उसने ड्रोन कैमरे से तलाश कर रहे यूपी वन विभाग के कर्मचारी पर भी हमला कर घायल कर दिया था।
वहीं रविवार को त्योंथर के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी कुछ लोगों के साथ जाल और डंडे लेकर स्वयं तेंदुआ पकडऩे निकल पड़े हैं। सोमवार को भी पूर्व विधायक तेंदुआ की टोह लेने अपने समर्थकों के साथ घूमते नजर आए। उनके इस तरह मैदान में उतरने के बाद प्रशासन एकदम से पशोपेश में आ गया है।
बताया गया है कि कल रविवार के दिन तेंदुआ फिर गांव वालों को दिखा था। वह खेत से निकलकर कुछ देर के लिए बहरा तरफ आया और फिर उसके बाद खेत में जाकर छिप गया। फसल होने की वजह से वह आसानी से छिप जाता है और अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रह जाते हंै। एमपी और यूपी के पुलिस व वन विभाग के लोग मौके पर डटे हुए है लेकिन उनके सारे प्रयास नाकाम साबित हो रहे है।
गौरतलब है कि गांव में तेंदुए के आतंक की खबर मिलने पर रविवार को पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी भी गांव पहुंचे और उन्होंने गांव वालों से मुलाकात की। उन्होंने तेदुएं के हमले से जख्मी लोगों की हालत देखी और बीएमओ को समुचित इलाज उन्हें मुहैया करवाने के आदेश दिए है। इसके बाद उन्होंने उस स्थान को भी देखा जहां पर तेंदुआं छिपा हुआ है। उन्होने सभी अधिकारियों से तेंदुए को जल्द पकडऩे की मांग की है जिसकी वजह से लोगों को उसके आतंक से मुक्ति मिल सके। रविवार को पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी अपने साथियों के साथ जाल और डंडे लेकर स्वयं तेंदुआ की टोह लेते रहे। सोमवार को भी वे तेंदुआ पकडऩे की कवायद में अपने समर्थकों के साथ नजर आए। उनकी इस सक्रियता से प्रशासन के हाथ-पांव फूल रहे हैं।
इनका कहना है-
तेंदुआ अभी पकड़ा नहीं गया है। वन विभाग के लोग लगे हुए है जो उसे पकडऩे का प्रयास कर रहे है। वह खेत में छिपा हुआ है जिसकी वजह से उसको पकडऩे में कामयाबी नहीं मिल रही है। गांव के लोगों को भी सतर्क रहने और रात में घर से बाहर नहीं निकलने की समझाईश दी गई है।
- कन्हैया बघेल, थाना प्रभारी जनेह
खतिलवार में तेंदूआ के आक्रमण से घायलो के बीच पहुंचे रीवा सांसद
त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खतिलवार में तेंदुआ द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में कई व्यक्ति घायल होने की सूचना मिलते ही रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीडि़त जनों से मुलाकात कर उनकी समुचित चिकित्सा के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही घायल हुए १२ वर्षीय बच्चे सूरजकोल के घर पहुंच कर उसका हौसला बढ़ाया और कहा कि तुम बहादुर बच्चे हो जो तेंदुए से लड़ गए , तुम्हारी चर्चा चारों तरफ हो रही है, तुम्हारे साहस की सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं। साथ हीं रीवा सांसद ने भैरव प्रसाद कोल, राम कोल , बृजलाल कोल के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की तथा पूरी मदद का भरोसा दिया और कहा कि राज्य सरकार द्वारा जो भी सहायता दी जाती , वह सभी आपको मिलेगी। पूरी चिकित्सा व्यवस्था शासन द्वारा की जाएगी। मौके पर ही रीवा सांसद ने प्रशासनिक अधिकारियों को समुचित व्यवस्था करने के साथ तेंदुआ को आवासीय बस्ती से दूर भगाने के लिए निर्देशित किया । भ्रमण के दौरान पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ,सुनील शुक्ला सहित स्थानीय भाजपा नेता प्रतिनिधि उपस्थित रहे।