जिन्होंने अस्पताल में टोंटी तोड़ी, नुकशान पहुंचाया, उन्हें किसी कीमत में नहीं छोंड़ेगें
5 बरखास्त कर्मचारियों के वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे कर्मचारी
नगर प्रतिनिधि, रीवा
रीवा में डिप्टी सीएम आवास घेरकर बैठे आउटसोर्स कर्मचारियों पर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल नाराज हो गए। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा-पहले तो हाथ जोडक़र नौकरी मांगते हैं, फिर दादागीरी करते हैं। दरअसल आउटसोर्स कर्मचारी शनिवार दोपहर से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के आवास के बाहर मुलाकात और विरोध जताने बैठे थे, जिनसे मिलने के लिए वे बाहर आए। आवास से बाहर आते ही डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल आउटसोर्स कर्मचारियों पर बेहद नाराज हो गए। उन्होंने मौके से ही थाना प्रभारी को गिरफ्तारी के निर्देश दे दिए। इसके साथ ही आउटसोर्स और सफाई कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि ये लोग हाथ जोडक़र नौकरी मांगते हैं, फिर दादागिरी करते हैं। इन सब को निकलवाना है। नए आदमियों को भर्ती करना है, जिन्होंने टोटिया तोड़ी है उन्हें बंद करो। सब को बंद कर दो। हम नगर निगम से सफाई कर्मचारी बुलाकर सफाई करवा लेंगे। जिन्होंने टोटी तोड़ी है और गंदगी फैलाई है, उसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। कोई यहां पर फालतू बात नहीं करेगा। अपनी मोबाइल रिकार्डिंग बंद करो। दरअसल प्रदर्शन के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों पर तोड़-फोड़ और गंदगी करने के आरोप हैं। जिसे लेकर डिप्टी सीएम खासा नाराज नजर आए।
मनाने की कोशिश रही नाकाम
जानकारी के मुताबिक आउटसोर्स कर्मचारी लगातार अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज से संबंधित संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और गांधी मेमोरियल में आउटसोर्स कर्मचारी 5 दिन से लगातार हड़ताल पर हैं। लगातार अस्पताल प्रबंधन आउटसोर्स कर्मचारियों को मनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन आउटसोर्स कर्मचारी मानने के लिए तैयार नहीं हैं। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि हड़ताल में बैठे कर्मचारियों ने अस्पताल में गंदगी फैलाने का प्रयास किया, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। इसकी अस्पताल प्रबंधन द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। वहीं, श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन सुनील ने कहा कि हमें काम चाहिए। कंपनी किस तरह से करवाती है, इससे मतलब नहीं है। यदि इस दौरान कोई अव्यवस्था फैलाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हड़ताली कर्मचारियों पर गंदगी फैलाने के आरोप
अस्पताल प्रबंधन आउटसोर्स कर्मचारियों को मनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन आउटसोर्स कर्मचारी मानने के लिए तैयार नहीं हैं। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि हड़ताल में बैठे कर्मचारियों ने अस्पताल में गंदगी फैलाने का प्रयास किया, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। इसकी अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी है। ?
कर्मचारी बोले- हमें केवल कोरा आश्वासन मिला
इधर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि उनका शोषण किया जा रहा है। वह अपनी मांगों को लेकर कई बार कंपनी सहित अस्पताल प्रबंधन से भी बात कर चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन मिला। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वह लगातार हड़ताल पर बैठे रहेंगे। बताया जा रहा है कि आउटसोर्स कर्मचारी पहले भी हड़ताल कर चुके हैं। पहले उन्हें आश्वासन देकर मना लिया गया था।
दीप शिखा ने बताया कि हमें बार-बार आश्वासन दिया जाता है। हड़ताल समाप्त होने के बाद लोगों को चिह्नित कर उनका ट्रांसफर या फिर ड्यूटी से हटाने की धमकी दी जाती है। आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी।
डीन की जुवानी
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन ने कहा कि हमें काम चाहिए। कंपनी किस तरह से करवाती है, इससे मतलब नहीं है। यदि इस दौरान कोई अव्यवस्था फैलाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
5 दिनों से प्रदर्शन कर रहे आउटसोर्स कर्मचारी
संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और गांधी मेमोरियल में आउटसोर्स कर्मचारी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन पर हैं। शनिवार को 5वें दिन भी आउटसोर्स कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी रहा। बता दें कि ये कर्मचारी श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार रात कैंडल मार्च भी निकाल चुके हैं। शनिवार दोपहर को सभी कर्मचारी इक_े होकर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के आवास पहुंचे और यहीं बैठ गए। सुरक्षा के लिहाज से मौके पर भारी पुलिस बल भी पहुंचा। जिसके बाद डिप्टी सीएम उनसे मिलने बाहर आए।