नगर प्रतिनिधि, रीवा
रीवा के सडक़-चौराहों में अक्सर कम उम्र के बच्चे भिक्षावृत्ति करते हुए नजर आते हैं। जिसे रोकने के लिए जिला प्रशासन 25 मई से 9 जून तक विशेष अभियान चला रहा है। लेकिन ये अभियान सफल होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि शहर के सडक़-चौराहों पर अभी भी बहुत से बच्चे भीख मांग रहे हैं। शनिवार को शहर के सिरमौर चौराहे में भी यही नजारा देखने को मिला। जानकारी के मुताबिक इस विषय को लेकर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने पिछले शुक्रवार को कई विभागों के साथ बैठक की थी। कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम का गठन भी किया था। जिन्हें बेसहारा बच्चों और भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों के रेस्क्यू और पुनर्वास का काम सौंपा गया था। कलेक्टर ने निर्देश दिए थे कि टीम धार्मिक स्थानों, सार्वजनिक स्थानों और शहर के आस-पास बेसहारा बच्चों की तलाश करें। जो भी व्यक्ति बच्चों से भिक्षावृत्ति करवा रहे हैं उन पर कार्रवाई की जाए। कलेक्टर के आदेश को एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन बेसहारा बच्चे अभी भी सडक़ चौराहों पर भीख मांगते हुए नजर आ रहे हैं। पूरे मामले में टीम के सदस्यों का कहना है कि कलेक्टर प्रतिभा पाल की तरफ से भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों के रेस्क्यू करने के निर्देश मिले हैं। जिसके तहत अभियान भी चलाया जा रहा है। 9 जून तक हमने ऐसे सभी बच्चों का रेस्क्यू करने का लक्ष्य रखा है। आप के माध्यम से भी भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों की जानकारी मिली है। जल्द ही उनका रेस्क्यू किया जाएगा।