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त्यौंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी की एक पोस्ट के बाद वे आ गए सबके निशाने पर, भाजपा फिलहाल चुप, कांग्रेस हुई गरम मजार अतिक्रमण को लेकर गरमाई रीवा की सियासी फिजा

नवरात्रि के शुभ अवसर पर मजार का अतिक्रमण हटाए प्रशासन : सिद्धार्थ
मिुस्लिम पक्ष बोला- विधायक का घर खुद अतिक्रमण में , पहले उसे हटाया जाए
कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा बोले- नहीं हटने दूंगा मजार

विशेष संवाददाता, रीवा

त्यौंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी राज की प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की एक मांग के बाद जिले की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर भाजपा के नेता चुप हैं, वही कांग्रेसियों ने सिद्धार्थ तिवारी को आड़े हाथों ले लिया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एक पोस्ट डालते हुए उन्होंने एक बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि नवरात्रि के शुभ अवसर पर मजार का अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि धर्म के नाम पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। प्रशासन को इस पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए। सिद्धार्थ तिवारी ने फेसबुक एकाउंट में की गई पोस्ट में लिखा है कि रीवा शहर के सबसे व्यस्ततम अमहिया क्षेत्र में गुंबदनुमा मजार रोड पर बना दी गई है। पहले यहां सिर्फ एक छोटी सी मजार थी, धीरे-धीरे कब्जा बढ़ता गया और अब यह अतिक्रमण पूरी तरह से सडक़ पर आ चुका है। यातायात बाधित हो रहा है।
मैंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। आते-जाते हुए मुझे लगा कि अतिक्रमण है। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में असुविधा हो रही है। मैं इसी अमहिया में पैदा हुआ है। मेरे पिता का जन्म भी यही हुआ था। पिछले 7-8 दशकों से यहां हमारा घर रहा है। जब हम छोटे थे, अमहिया मोड़ से होकर गुजरा करते थे। उस समय एक छोटा सा 3 बाय 3 का चबूतरा हुआ करता था। जिस पर चादर डाली होती थी। शायद कुछ लोगों की आस्था का प्रतीक भी रहा होगा। उस जमाने में किनारे पर छोटा सा बनाया हुआ था। तब मजार की वजह से आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होती थी। लेकिन पिछले कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि उस 3 बाय 3 की मजार को भव्य बिल्डिंग में तब्दील कर दिया गया है।
इन्होंने इस पोस्ट में सीधे तौर पर लिखा है कि यहा हरे रंग की दीवार आधे सडक़ को घेरे हुए है। मजार की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी असुविधा हो रही है। आते-जाते सभी लोग परेशानी का सामना करते हैं। अमहिया की आबादी अब काफी बढ़ चुकी है। जिस वजह से वाहनों का आवागमन पहले से अधिक होता है। अतिक्रमण पर निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। मैंने कलेक्टर को भी इस बात से अवगत कराया है। मेरे हिसाब से किसी को भी इससे कोई नाराजगी नहीं होगी। सडक़ से होकर हिंदू-मुस्लिम सभी धर्म के लोग निकलते हैं। जहां सभी को असुविधा का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को भी नवरात्रि के शुभ अवसर पर ये काम कर देना चाहिए।
मजार के वहाने भाजपा विधायक ने लिया डिप्टी सीएम को निशाने पर: मंगू
रीवा शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू ने इस मामले में सिद्धार्थ तिवारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमहिया, अर्जुन नगर की जनता व डिप्टी सीएम सहित विधायक के दादा जी, पिता जी को कभी कोई आपत्ति नहीं हुई। अचानक उन्हें अतिक्रमण दिखने लगा है। इसके लिए श्री मंगू ने कहा कि डिप्टी सीएम उनके लिए ऐसी कोई व्यवस्था बना दे ताकि उनके आने-जाने में परेशानी न हो। इन्होंने कहा कि रीवा की संस्कृत गंगा जमुनी तहजीब को हमेशा कायम रखती रही है और उसे सौहार्द को बिगाडऩे का एक गलत प्रयास किया जा रहा है, जो गलत है और हम सब इसकी निंदा करते हैं।
पहले विधायक का घर हटाओ : मुस्लिम पक्ष
उधर पूरे मामले में मुस्लिम पक्ष ने विधायक के इस बयान पर विरोध जताया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि जिस मजार पर विधायक कार्रवाई की बात कर रहे हैं। वो मजार वर्षों पुरानी है। जिससे मुस्लिम सम्प्रदाय की आस्था जुड़ी हुई है। विधायक के इस बयान से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। विधायक का ये बयान माहौल को खराब करने वाला है। वसीम राजा ने कहा कि विधायक सिद्धार्थ तिवारी कह रहे हैं कि नवरात्रि के पर्व पर दरगाह गिराना चाहिए। उनका ये बयान हिन्दू-मुस्लिम एकता को तोडऩे वाला है। वो रीवा की पुराने समय से चली रही गंगा-जमुनी परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। लोगों को इस तरह के बयान से भडक़ा रहे हैं। अब्दुल शहीद मिस्त्री ने कहा कि जिस जमीन की बात सिद्दार्थ तिवारी कर रहे हैं। वो जमीन वक्फ बोर्ड की है। अगर अतिक्रमण हटाने की शुरुआत करना ही चाहते हैं तो पहले विधायक सिद्दार्थ तिवारी का घर हटाया जाना चाहिए। डिप्टी सीएम का घर भी वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। भाजपा विधायक ने अपने दादा और पिता की विचारधारा से कुछ नहीं सीखा। जो सबको साथ लेकर चलना जानते थे।
अपने बयानों के चक्कर में निशाने पर आ जाते हैं विधायक सिद्धार्थ
उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी लंबे समय से चर्चा में हैं। पिछले कुछ समय पहले सांसद जनार्दन मिश्रा के साथ तकरार को लेकर भी भाजपा विधायक सुर्खियों में आए थे। जहां विधायक उनके दादा श्रीनिवास तिवारी पर सांसद जनार्दन मिश्रा के द्वारा दिए गए बयान को लेकर सांसद की शिकायत पार्टी फोरम में भी कर चुके हैं।
मेरी व्यक्तिगत आस्था 35 सालों से, गिरने नहीं दूंगा : अभय मिश्रा
इस मामले में सेमरिया क्षेत्र के कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने इस ट्वीट पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जहूर अली शाह बाबा की मजार से मेरी व्यक्तिगत आस्था पिछले 35 सालों से है। मैं उसके पक्ष में संवैधानिक सीमा में रहते हुए उसे बचाने हेतु हर स्तर पर संघर्ष करूंगा। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर रीवा को पत्र भी लिख डाला है। पत्र में कहा गया है की दरगाह को गिरने की मांग सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगडऩे की एक कोशिश है। इन्होंने कहा कि मुख्य मार्ग से आगे 100 मीटर तक सडक़ के दोनों और अवैध कब्जा है उन पर किसी की नजर नहीं जा रही है। विधायक श्री मिश्रा का कहना था कि यह बयान डिप्टी सीएम के इशारे पर दिया जा रहा है जो निंदनीय है।
यातायात हो रहा बाधित : कलेक्टर
रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी से अतिक्रमण की शिकायत मिली है। सूचना मिली है कि अतिक्रमण की वजह से लोगों को आवागमन में समस्या हो रही है। यातायात बाधित हो रहा है। हाईकोर्ट का आदेश भी है कि इस तरह के धार्मिक स्थलों पर गाइडलाइन का पालन करते हुए ही कार्रवाई की जानी चाहिए। इसलिए आपसी समझ से जांच के बाद इसे हटाया जा सकता है। मौके पर तहसीलदार को भेजा जाएगा। इसके बाद आवश्यक होने पर अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाएगी।

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