मकान मालिक तो नहीं, किराये दार कर रहे थे हंगामा
नगर निगम ने नहीं सुनी एक, एक झटके में तोड़ डाला
विशेष संवाददाता, रीवा
शहर के बीचों बीच स्टे‘यू चौराहे का सबसे पुराना घर आज नगर निगम रीवा के दस्ते ने एक झटके में तोड़ डाला। उस घर में सालों से कब्जा कर दुकान चलाने वाले लोग जहां इसका जमकर विरोध कर रहेथे वहीं भवन स्वामी एक किनारे खड़े होकर घर गिरने का इंतजार कर रहा था। काफी देर तक नगर निगम के कर्मचारियों से नोंक-झोंक का दौर चलता रहा लेकिन उसके बावजूद भी मकान के कुछ हिस्सों को तोड़े जाने का सिलसिला जारी रहा।
गौरतलब है कि यह भवन 90 साल पुराना होने के कारणजर्जर माना जा रहा था वहीं भवन स्वामी ने भी इस आशय का आवेदन दे दिया था कि उसका भवन जर्जर हो चुका है। इस मामले में बताया जा रहा है कि लगभग आधा दर्जन किरायेदार एक लंबे अरसे से जमें हुए थे। जिनसे भवन स्वामी भी परेशान था। किराया भी नहीं बढ़ रहा था और वह खाली भी नहीं कर रहे थे। मामला कोर्ट में भी था। केवल 150 रूपये माहवारी किराया कोर्ट में ही जमा कर रहे थे। जब जेसीबी मशीन भवन गिराने पहुंची तो काफी देर तक हो-हल्ला होता रहा। लेकिन नगर निगम के कर्मचारी अपनी गतिविधियों में लगे रहे। एक-दो वकील भी न्यायालय के कागज लेकर पहुंचे थे जो नगर निगम के अधिकारियों पर गुडंागर्दी का भी आरोप लगा रहे थे। अंतत: भवन का काफी कुछ हिस्सा तोड़ दिया गया।