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चावल भंडारण के मामले में कलेक्टर ने गठित की जांच टीम विवाद से घिरे कमल भान को ही बना दिया जांच टीम का सदस्य

कैसे होगी निष्पक्ष जांच उठ रहे सवाल

नगर प्रतिनिधि, रीवा

राइस मिलरों को मिलिंग के लिये दी गई धान के एवज में सतना के गोदाम में चावल जमा किये जाने पांच मिलरो से अनुबंध किया गया था. जिनके द्वारा रीवा के ही गोदामो में उक्त चावल को लक्ष्मण अहिरवार के आदेश पर भंडारित तो करा दिया गया लेकिन आनलाइन नही किया गया. मामले ने तूल पकड़ा और एमडी नान तक पहुंचा और इस मामले में न सिर्फ एफआईआर दर्ज कराई गई बल्कि नान के एक कर्मचारी को निलंबित भी कर दिया गया. वही अब कलेक्टर ने इसकी जांच के लिये तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है, जिसमें नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम, खाद्य विभाग के साथ ब्रांच मैनेजर कमल बागरी को शामिल किया गया है. जबकि कमल बागरी ने स्वयं लक्ष्मी राइस मिल से सांठगांठ कर 2320 बोरा चार लाट चावल जेपी स्थित गोदाम में भंडारित कर दिया है. सवाल यह उठता है कि आखिर जांच के लिये गठित की गई टीम में कमल बागरी को जांच के लिये क्यो शामिल किया गया, जबकि वह इस पूरे मामले में स्वयं दोषी है. सूत्रो की माने तो एसडब्ल्यूसी शाखा रीवा के अन्तर्गत आने वाली जेपी वेयर हाउस में चार लाट चावल लक्ष्मी राइस मिल द्वारा रखा गया है. इसकी सूचना स्वयं लक्ष्मी राइस मिल के संचालक द्वारा जांच दल को दी गई. इस संबंध में रीवा के प्रबंधक कमलभान बागरी द्वारा न तो कार्यवाही की गई और न ही नोटिस दिया गया. खास बात यह है कि इस पूरे मामले में कमल बागरी को कलेक्टर द्वारा गठित की गई तीन सदस्यीय जांच टीम में शामिल किया गया है. ऐसे में श्री बागरी स्वयं अपने आप को बचाने का जुगाड़ करेगे.
नही हुआ आनलाइन चावल
उल्लेखनीय है कि रीवा के पांच राइस मिलरो को जिस धान का आवंटन सतना जिले में भंडारित किये जाने हेतु जारी दिया गया. उसका भंडारण नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों के निर्देशन पर ही जिले के कई गोदामो में रख दिया गया. परिवहन की व्यवस्था एवं भंडारण के लिये स्थान नही मिलने के वजह से राइस मिलरो ने चावल का लाट उक्त स्थान पर नही पहुंचाया. जबकि इसकी सूचना नागरिक आपूर्ति निगम को पहले ही दी जा चुकी थी. मजे की बात यह है कि नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा उक्त चावल के लाट को आनलाइन तक नही किया है. ऐसे में मिलरो के सामने कई समस्याएं खड़ी हो गई है. उनके द्वारा कई बार नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी एवं डीएम को पत्राचार भी किया गया. लेकिन जिस तरह से अधिकारी विभाग को गुमराह कर रहे है उससे मिलरो की परेशानी बढ़ सकती है।
इनका कहना है
यह मामला संज्ञान में नही इस संबंध में अपर कलेक्टर एवं क्षेत्रीय प्रबंधक नान सपना त्रिपाठी का कहना है कि कमल बागरी ब्रांच मैनेजर को शामिल किया गया है, उनके द्वारा लक्ष्मी एग्रो टेक के चावल भंडारण करने के आदेश दिये गये है यह मेरे संज्ञान में नही है, इसकी जानकारी ली जायेगी. वही पांच राइस मिलरो द्वारा सतना में चावल भंडारण नही कराये जाने के मामले में मिलिंग नीति के तहत कार्यवाही की जायेगी. हालाकि उनके द्वारा यह जानकारी दी गई है कि स्थान उपलब्ध न कराने और परिवहन की व्यवस्था नही होने के वजह से चावल का भंडारण नही हो सका है।

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