प्रशासनिक लापरवाही आई सामने
2समय रहते अगर नहीं खुले गेट हो सकती है कोई बड़ी अनहोनी
2गेट खोले जाने से पहले एफआरएल के नीचे ०.८५ था पानी
देवेन्द्र दुबे, रीवा
लंबे इंतजार के बाद बाणसागर बांध पूरी तरह से लबा-लब भर गया है और पानी के आवक को देखते हुए चीफ इन्जीनियर बाणसागर गंगा कछार के आदेश पर सोमवार के दोपहर १ बजे बाणसागर डैम के ३ गेट खोल दिये गये थे। लेकिन देवलौंद के पास बसे एक गांव के कुछ लोग सोननदी में फंस जाने के कारण बांध के गेट फिर बंद कर दिये गये हैं।
प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा
डैम का गेट खोलने के पहले बाणसागर विभाग को संबंधित कमीश्रर कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक सहित कुछ अन्य विभागों को सूचित करना पड़ता है ताकि जिला प्रशासन नदी के किनारे बसे गांवों के लागों को गेट खुलने की जानकारी देकर उन्हें सचेत कर सके इसके लिए जिला प्रशासन को प्रभावित गावों में मुनादी करवा कर लोगों को अलर्ट किया जाता है तथा सतत मॉनिटरिंग भी की जाती है। कुआं गांव के लोग जिस तरह नदी में फंस गये हैं उससे यह साबित होता है कि या तो बाणसागर विभाग जिला प्रशासन को सूचित नहीं किया या फिर जिला प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी लापरवाही बरता है जिसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है।
सोन नदी का अचानक बढ़ा जल स्तर
बाणसागर के ३ गेट खोलने के बाद सोन नदी के पानी का स्तर अचानक बढ़ जाने से देवलौंद के समीप बसे कुआं गांव के कुछ लोग सोन नदी के गहरे पानी में फंस गये। जिसके चलते बाणसागर डैम के तीनों गेट को बंद करना पड़ गया। नदी में लोगों की फंसे होने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी समेत बाण सागर के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू की कमान संभाल लिये।
बिगड़ सकती है स्थित
यह माना जा रहा है कि अगर रेस्क्यू अभियान में देरी हुई और बाणसागर बांध में पानी का आवक पूर्व की तरह बना रहा तो बाणसागर बांध अपने जल भराव क्षमता से ऊपर जा सकता है। क्योंकि जिस समय बाणसागर डैम के गेट खोले गये थे उस समय बाणसागर का पानी एफआरएल ३४१.६४ मीटर से मात्र ०.८५ मीटर ही कम था। अगर समय रहते गेट नहीं खोला गया तो बाणसागर डैम का पानी जल भराव क्षमता से ऊपर जा सकता है और ऐसे में कोई अप्रिय घटना भी घटित हो सकती है।
अभी भी आ रहा २२०० क्यूमेक्स पानी
बाणसागर का गेट खुलने के बाद बांध में अभी भी २२०० क्यूमेक्स पानी की आवक बना हुआ था। जिस समय गेट खोले गये थे उस समय बाणसागर डैम के पानी का स्तर ३४०.७९ बताया गया था। जिस अनुपात से पानी आवक बना हुआ और रेस्क्यू आपरेशन के चलते गेट बंद हैं ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कभी भी बाणसागर का पानी जल भराव क्षमता से ऊपर जा सकता है। खबर लिखे जाने तक फिर से गेट खोले जाने की सूचना नहीं मिली है।
कार्यपालन यंत्री बाणसागर की जुबानी
बाणसागर के कार्यपालन यंत्री व्ही.के. ओझा से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि दोपहर १ बजे बाणसागर डैम के ३ रेडियल गेट खोल दिये गये थे लेकिन कुछ लोगों की सोन नदी में फंसने की जानकारी मिलने के बाद फिर से गेटों को बंद कर दिया गया है। जब श्री ओझा से पूंछा गया कि क्या आपके द्वारा गेट खोलने की जानकारी जिला प्रशासन को दी गई थी या नहीं तो उन्होंने बताया कि २५ अगस्त को ही आयुक्त रीवा तथा शहडोल मुख्य अभियंता गंगा कछार, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ब्योहारी जिला शहडोल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्यौहारी, रामपुर नैकिन तथा चुरहट के साथ-साथ अन्य जिम्मेदार विभागों को जानकारी दे दी गई थी।