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रुपया हड़पने वाले ठेकेदार का ऑफिस हुआ सील

रीवा के ठेकेदार ने भोपाल की एक सप्लायर कंपनी के मार दिए थे साढ़े 6 लाख रुपए
भोपाल के न्यायालय के आदेश के बाद राजस्व पुलिस विभाग ने मिलकर की कार्रवाई
ठेकेदार की हेकड़ी उतरी, अब पैसा जमा करने की संभावना बढ़ी

विशेष संवाददाता, रीवा

सडक़ बनाने वाली कंपनी के एक ठेकेदार की हेकड़ी प्रशासन ने आज उतार दी। पैसा हड़पने की मंशा रखने वाले उक्त ठेकेदार का दफ्तर सील कर दिया गया और अगली कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं अब ठेकेदार दूसरी कंपनी का पैसा देने पर राजी हो गया है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि केडी सिंह नामक ठेकेदार को गड्डी रोड बनाने का ठेका मिला था। इसके लिए इन्होंने केमिकल और पॉलिथीन सहित कई अन्य सामान बालाजी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी को ऑर्डर देकर मंगवाए थे जिसकी कुल कीमत 6 लाख 55 हजार के आसपास थी। ठेकेदार ने आश्वासन दिया था कि यह भुगतान तत्काल कर दिया जाएगा, लेकिन सामग्री सप्लाई होने के बाद आजकल के नाम पर भुगतान अटकाए रखा। पहले तारीख पर तारीख दी जाती रही लेकिन उसके बाद ठेकेदार केडी सिंह ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। यह मामला वर्ष 2016 का बताया गया है। इस मामले में भोपाल की एमएसएमई कोर्ट द्वारा रीवा कलेक्टर तहसीलदार एवं पुलिस को यह निर्देशित किया गया था कि संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान यह है राशि बढ़ाकर ब्याज समेत लगभग ?9 लख रुपए के आसपास तक पहुंच गई थी। आज इस मामले में कलेक्टर के निर्देश पर स्थानीय तहसीलदार और स्थानीय पुलिस की टीम संबंधित ठेकेदार केडी सिंह के नेहरू नगर स्थित कार्यालय में जाकर दफ्तर सील करने की कार्रवाई की। इस मामले के संबंध में बालाजी इंटरप्राइजेज के प्रतिनिधि अर्पण झा ने बताया कि स्थानीय ठेकेदार द्वारा 6 लाख 55 हजार सामग्री ली गई थी। लेकिन इसका भुगतान नहीं किया जा रहा था। वह भुगतान देने के लिए तैयार भी नहीं थे लिहाजा स्थानीय न्यायालय में मामला तैयार किया गया था और न्यायालय ने वर्ष 2021 में विथ ब्याज समेत लगभग ?9 लख रुपए की डिक्री पारित की थी। इसके बाद वर्ष 2021 से लेकर अब 2024 तक का अतिरिक्त ब्याज अभी जोड़ा नहीं गया है। उक्त प्रतिनिधि ने यह भी बताया की कार्यवाही होने के बाद अब ठेकेदार पैसा देने की बात कर रहा है। उधर कार्यवाही में शामिल रहे तहसीलदार शिव शंकर शुक्ला ने इस संबंध में कहा कि माननीय न्यायालय भोपाल के निर्देश पर राजस्व एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही की गई है। अभी प्रथम दृष्टया ठेकेदार का ऑफिस सील कर दिया गया है। इसके बाद अगली कार्रवाई न्यायालय और प्रशासन के निर्देश के बाद की जाएगी। इस कार्यवाही के बाद ठेकेदार के दफ्तर में हडक़ंप मच गया था एवं अपरा तफरी का माहौल बन गया था। अलबत्ता ठेकेदार इस समय पैसे देने की बात कह रहा था लेकिन प्रशासन ने उसकी एक नहीं सुनी और यह कहा कि फिलहाल न्यायालय के आदेश का पालन किया जा रहा है। आप जो भी कहना है न्यायालय के समक्ष जाकर अपनी बात रखें। कुल मिलाकर ठेकेदार की पूरी हेकड़ी उतार गई और उनके पैसा हड़पने की नियत पर भी न्यायालय एवं प्रशासन ने विराम लगा दिया है।

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