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महिलाओं को मुरुम से दबाकर जान लेने के प्रयास का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री तक, पीडि़त महिलाएं अभी भी अपने को समझ रहीं असुरक्षित

पीडि़त महिलाओं ने अपने सुरक्षा के लिए की मांग
हाईवा मालिक के ऑडियो वायरल से पीडि़त परिवार में समाया भय

नगर प्रतिनिधि, रीवा

मनगंवा थाना अंतर्गत हिनौता जोरौट गांव में सडक़ निर्माण के मामले में उपजे विवाद के बाद दो महिलाओं को मुरुम में दबाकर जान लेने की प्रयास का मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में ट्यीट करके दु:ख जताते हुए सख्त से सख्त कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है। हालाकि आरोपी के धमकी भरे वायरल ऑडियो से पीडि़त महिलाओं और उनके परिवार जनों में अभी भी किसी अनहोनी को लेकर भय बना हुआ है और पीडि़त परिवार अपने सुरक्षा के लिए शासन से मांग किये हैं।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में किया ट्वीट
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त वीडियो से रीवा जिले में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मामला संज्ञान में आया, जिसमें मैंने जिला प्रशासन एवं पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिले के थाना मनगंवा अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन संबंधी पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरुम डालने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, दो अन्य की तलाश जारी है। उपचार के बाद महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मध्यप्रदेश के नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके खिलाफ किसी भी अपराध में आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।
रोड को लेकर उपजा विवाद
शनिवार को गौकर्ण पांडेय पक्ष रास्ता बनाने के लिए डंपर में मुरम भरकर पहुंच गया। जीवेश की पत्नी ममता पांडेय शिवेश की पत्नी आशा पांडेय (पत्नी शिवेश) ने इसका विरोध किया। दोनों मुरम से भरे डंपर के पीछे बैठ गईं।
ममता और आशा डंपर के पीछे बैठकर दूसरे पक्ष का विरोध कर रही थी। इसी बीच ड्राइवर ने डंपर के पिछले हिस्से का गेट खोलकर दोनों महिलाओं पर मुरम डाल दी। दोनों बचाने की गुहार लगाने लगी। चीख पुकार मच गई। मुरम में दबी ममता और आशा को बचाने के लिए लोग दौड़े। लोगों ने फावड़े से मुरम हटाकर ममता और आशा को बाहर निकाला। ममता बेहोश हो गई। वह गले के ऊपर तक मुरम में दब गई थी। उसे तत्काल रीवा के सरकारी अस्पताल ले गए।
ममता बोलीं- वे लोग कुछ भी कर सकते हैं, हमें सुरक्षा चाहिए
ममता बोली- मुझे अभी भी डर लग रहा है। वह लोग कुछ भी कर सकते हैं। मैं प्रशासन से आग्रह करती हूं कि हमें सुरक्षा दी जाए। आरोपियों पर कार्रवाई की जाए। आशा ने कहा- आरोपी बार-बार धमकी दे रहे हैं कि इस बार तो जिंदा बच गई, अगली बार नहीं बचोगी। मौका मिलते ही अपनी ताकत का एहसास करवाएंगे। तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे।
हाईवा मालिक के सरहंगई का ऑडियो वायरल
मुरुम में दो महिलाओं को जान से मारने वाले मामले में जिस हाईवा मालिक राजेश सिंह को भी आरोपी बनाया गया है उसका इन दिनों एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें यह कहा गया है कि हम किसी से नहीं डरते जिस सिपाही ने मेरा हाईवा पकड़ा है उसको भी दबा कर हम मार डालेंगे। ऑडियो में यह भी स्पष्ट सुनने को मिलता है कि बड़े-बड़े अधिकारियों को मार देने से तो कुछ होता नहीं सिपाही को मारने से क्या होगा ज्यादा होगा तो जमानत करा कर बाहर आ जायेंगे। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद पीडि़त परिवार काफी डरा और सहमा हुआ है। हालाकि विंध्य भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
पीडि़त महिला की जुबानी
मुझे मुरुम का डंपर खाली करके दबा दिया। मैं नाक तक दब गई थी। सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। अगर 5 मिनट के अंदर मुझे नहीं निकाला जाता तो मर जाती। मुझे दो घंटे बाद होश आया था। दफन करने की कोशिश करने वालों ने धमकी दी है कि जिंदा नहीं छोड़ेंगे। ममता पांडेय अपने साथ हुई बर्बरता बताते हुए रो पड़ती है। रीवा से करीब 50 किलोमीटर दूर हनौता कोठार में ममता और उनकी जेठानी आशा पांडे को भी जमीन से जुड़े विवाद में जिंदा दफनाने की कोशिश हुई थी। दोनों पर हाइवा (बड़ा डंपर) से मुरम गिरवा दिया था। ममता का तो नाक तक का हिस्सा मुरम में दब गया था। वे घटना के 24 घंटे बाद भी दर्द से कराह रही थीं। रविवार शाम को अस्पताल से घर पहुंचने के बाद उनकी तबीयत फिर बिगड़ी और उन्हें देर रात हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

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