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पहले झूठे मामले में फंसाया, फिर की गई मेरी चरित्र हत्या : नेहा

मुख्यमंत्री समेत सभी अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई युवती ने

विशेष संवाददाता, रीवा

मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री के ओ एस डी जीवन रजक द्वारा रीवा की एक युवती के खिलाफ भोपाल के एक थाने में मामला पंजीबद्ध कराए जाने को लेकर अब युवती नेहा त्रिपाठी का पक्ष सामने आया है। इस मामले में उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत रीवा आईजी एवं आयुक्त रेवा को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की बात कही है।
सामाजिक कार्यकर्ता नेहा त्रिपाठी ने अपने पत्र में बताया है कि वह जन समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार प्रयास रहती है तथा इसी संबंध में उनका भोपाल आना-जाना बना रहता है। इन्होंने कहा कि प्रदेश के जल संसाधन विभाग के मंत्री के पूर्व ओएसडी जीवन रजक एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ हनी ट्रैप एवं 800 करोड़ के घोटाले के विरुद्ध पिछले साल शिकायत दर्ज कराई गई थी। पत्र में कहा गया है कि उनके द्वारा मेरा शारीरिक आर्थिक एवं मानसिक शोषण किया गया है। शिकायत वापस लेने के लिए उनके द्वारा दबाव बनाएंगे जब मैं शिकायत वापस नहीं ली तब इन्होंने आपराधिक षड्यंत्र रास्ते हुए भोपाल के हबीबगंज थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई एवं 7 जून को रात के समय गलत तरीके से गिरफ्तार कराया गया दूसरे दिन 8 जून की शाम हबीबगंज थाना पुलिस द्वारा मुझे भोपाल की अदालत में पेश किया गया ताकि तकनीकी तौर पर जमानत नहीं मिल सके और मुझे जेल भेजा जा सके मेरा मोबाइल और सिम भी जप्त कर लिया गया जो अभी तक उपलब्ध नहीं होने से मुझे परेशानी हो रही है। इन्होंने बताया कि इन लोगों के नापाक इरादे सफल नहीं हो पाए और माननीय न्यायालय द्वारा मुझे मुचलके में रिहा किया गया तथा भोपाल पुलिस से जवाब तलब किया है। नेहा त्रिपाठी ने बताया है कि उन्हे जेल भेजने की झूठी खबर भी चलवाई गई। इनका कहना था कि वह एक कुंवारी लडक़ी है और प्रतिष्ठित घर से हैं लेकिन भ्रष्ट नौकरशाही एवं राजनीतिक षड्यंत्र के चलते मुझे बदनाम किया गया।

मैं न्याय के लिए संघर्ष करूंगी : नेहा
इन्होंने इस पत्र में यह भी कहा है कि मेरे पास मुकदमे लडऩे के लिए पैसे नहीं है मैं न्याय के लिए संघर्ष करना चाहती हूं लेकिन एकदम अकेले हो गई हूं। मेरे खिलाफ इतना अधिक दुष्प्रचार हो चुका है कि मैं सफाई कहां-कहां दूं लेकिन मैं हार नहीं मानी है। ऐसे में कोई भी लडक़ी आत्महत्या कर सकती है लेकिन मैं न्याय की प्रत्याशा में जीवित हूं।

आपराधिक गिरोह का होना चाहिए भंडाफोड़
नेहा त्रिपाठी ने अपने पत्र में कहा है कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोग पुलिस के माध्यम से घटिया राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति में लगे हैं आपराधिक गिरोह के लोगों द्वारा अपने बचाव में मुझे षडयंत्र पूर्वक फंसा कर अपने आप को पाक साफ बताने की कोशिश की जा रही है इन्होंने अपने पत्र में 5-6 लोगों का नाम भी लिखा है जिन पर इन्होंने आरोप लगाया है कि वह गिरोह के गोरख धंधे में शामिल है और मेरी हत्या करवा सकते हैं। आरोप लगाते हुए इन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा के संबंध में शासन प्रशासन द्वारा किसी तरह का सहयोग नहीं किया जा रहा है और मैं अपने आप को बेहद सुरक्षित महसूस कर रही हूं।

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