ड्रेस कोड हुआ अनिवार्य, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
विशेष संवाददाता, रीवा
नए शैक्षणिक सत्र के दौरान अब छात्र-छात्राओं का लुक काफी हद तक नया दिखेगा। इस संबंध में राज्य शासन ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। अब कॉलेज अपना ड्रेस कोड तय करेगा और उसी ड्रेस कोड के आधार पर छात्र को कॉलेज में प्रवेश मिल पाएगा।
बताया गया है कि सरकार के आदेश के अनुसार कॉलेजों में अब ड्रेस कोड लागू करना अनिवार्य हो गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी कॉलेज प्रबंधन को आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश के अनुसार, कॉलेज प्रबंधन को अपने स्तर पर ड्रेस कोड तैयार करना होगा। ड्रेस कोड की आवश्यकता और उद्देश्य उच्च शिक्षा विभाग का मानना है कि मेडिकल और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की तरह ड्रेस कोड लागू होने से छात्र-छात्राओं में एकरूपता और समानता का भाव आएगा। यह पहल विद्यार्थियों में अनुशासन और संयम को भी बढ़ावा देगी। विभाग का यह भी मानना है कि ड्रेस कोड के माध्यम से कॉलेज परिसरों में एक स्वस्थ और सकारात्मक माहौल बनाया जा सकेगा। ड्रेस कोड में क्या-क्या शामिल होगा? ड्रेस कोड में पेंट, शर्ट, सलवार और कुर्ता शामिल किया जा सकता है। हालांकि, प्रत्येक कॉलेज प्रबंधन को स्वतंत्रता दी गई है कि वे अपने छात्रों की सुविधा और संस्थान की आवश्यकताओं के अनुसार ड्रेस कोड तय करें। इसका उद्देश्य केवल एकरूपता स्थापित करना नहीं है, बल्कि छात्रों को एक व्यावसायिक और अनुशासित माहौल प्रदान करना भी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री भी इस बात के पक्ष में हैं कि कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू किया जाए, जिससे प्रदेश के शैक्षिक संस्थानों में एक सकारात्मक बदलाव देखा जा सके।