नगर प्रतिनिधि, रीवा
विचाराधीन कैदी सुधाकर सिंह पिता जनार्दन सिंह निवासी गढ़ की तबीयत बिगडऩे से उपचार के दौरान मौत हो गई है, मौत के बाद परिजनों ने संजय गांधी अस्पताल में हंगामे की स्थिति निर्मित कर दी हंगामे को देखते हुए मौके पर शहर के समस्त थानों का बल अस्पताल में पहुचकर स्थिति को नियंत्रण में किया है, परिजनों का आरोप है कि जेल में मारपीट की गई जिसकी बजह से बंदी की मौत हुई है।
वही परी परिजनो की मांग है कि जब तक संजय गांधी अस्पताल में जेल अधीक्षक नहीं आते हैं तो मृतक का पोस्टमार्टम नहीं होगा 2023 से 307 एवं अन्य धाराओं ने में बंदी बंद था जिसकी तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल लाया गया मगर उपचार के दौरान संजय अस्पताल में मौत हो गई है। आपको बता दे की बन्दी पिछले 4 महीने से बीमार चल रहा है जिसका उपचार पूर्व में भी संजय गांधी अस्पताल में हो चुका है, जहां जेल में उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई थी उपचार के लिए फिर से संजय गांधी अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई है परिजनों का आरोप है की जेल में उसके साथ मारपीट की जाती थी।
जिसके चलते उसकी मौत हुई है। वही जब इस मामले की जानकारी जेल अधीक्षक सतीश उपाध्याय से ली गई तो उन्होने बताया की ये मारपीट जैसे सभी आरोप निराधार है और उन्होंने बताया कि विचाराधीन बंदी की तबीयत पिछले कुछ माह से खराब रहती थी हार्ड की बीमारी थी जिसकी फिर से तबियत बिगडऩे पर रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां उसकी मौत हुई है।