मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने कहा – एक हफ्ते में फिर से रिकॉर्ड में दजऱ् हो जाएगा आम निस्तारी तालाब
विशेष संवाददाता, रीवा
अमिलकी गांव के तालाब को बचाने ग्राम वासियों की पहल रंग लाई। स्थानीय लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना चालू कर दिया था इसके 48 घंटे के भीतर ही प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद प्रतिनिधि के रूप में नायब तहसीलदार को भेजा। इस दौरान धरना कार्यों से नायब तहसीलदार ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर मामले का निराकरण कर दिया जाएगा। फल स्वरुप धरना कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
बताया गया है कि स्थानीय नागरिकों ने अमिलकी गांव स्थित तालाब को भू माफियाओं से बचाने , तालाब की भूमि को मध्य प्रदेश शासन दर्ज कराने और तालाब के स्वरूप को यथावत रखने की मांग की थी। इसी प्रकार तालाब का स्वरूप बिगाडऩे और अतिक्रमण करने वाले दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना की चेतावनी दी थी। इसी क्रम में धरना शुरू कर दिया गया था और आज दूसरा दिन था। तालाब की मेड़ पर दूसरे दिन सीताराम साकेत की अगुवाई में अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा । धरना कार्यक्रम में सैकड़ो स्थानीय लोग मौजूद रहे। इस दौरान ग्राम वासियों ने बताया कि आमनिस्तारी तालाब को राजस्व दस्तावेजों में हेर फेर कर बिक्री कर दिया गया था , जबकि तालाब को किसी भी सूरत में बेचा नहीं जा सकता है, न ही उसमें कोई परिवर्तन किया जा सकता है। ग्राम वासियों के पक्ष में न्यायालय से आदेश भी हो चुके हैं। वर्तमान में तहसील न्यायालय से स्थगन भी है इसके बाद भी तालाब के स्वरूप को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।
यह अनिश्चितकालीन धरना प्रशासन के संज्ञान में आने पर कलेक्टर के निर्देश पर नायब तहसीलदार अरुण यादव पहुंचे थे। जहां उन्होंने आश्वासन दिया कि एक हफ्ते के भीतर मामले का निराकरण कर दिया जाएगा। उनके इस आश्वासन पर फिलहाल यह धरना स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा है कि एक हफ्ते के अंदर तालाब को शासकीय दर्ज कराया जाएगा एवम तालाब का स्वरूप जो नष्ट किया गया है उसको फिर पुरानी स्थिति पर लाया जाएगा। तालाब के किनारे वृक्षारोपण होगा तथा दोषियों पर कार्यवाही होगी। उधर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों ने कहा है कि अगर मामले का निराकरण एक हफ्ते के भीतर नहीं होता तो यह धारणा फिर से शुरू किया जाएगा।