शिवेंद्र तिवारी


हनुमना आरटीओ चेक पोस्ट में संविधान भी हुआ शर्मिंदा पगड़ी उतार कर सिख मालिक की गई जमकर पिटाई हनुमना _आरटीओ चेक पोस्ट हनुमना जहां गुंडागर्दी के बल पर सरेआम अवैध एंट्री वसूली के लिए समूचे देश में कुख्यात रहा है आए दिन मोटर मालिकों तक चालकों के साथ उनके पालतू गुर्गो द्वारा लात घुसो से धुनाई सामान्य बात रही है लेकिन इस बार तो संविधान भी शर्मिंदा हो गया जब एक सिख चालक की चार दिनों से खड़ी ट्रक का सौदा नहीं पटने पर मोटर मालिक स्वयं जबलपुर से आया और उससे भी₹50000 पचास हजार रुपए अवैध एंट्री वसूली की मांग पर आरटीओ अधिकारियों द्वारा रखे गए तथा कथित कटर ने महज उसकी रसीद मांगे जाने पर मोटर मालिक इन्वित सिंह की पगड़ी उतार कर मां बहन बेटी की समूचे सिख समाज को गंदी गंदी गालियां देते हुए मोटर मालिक महोदय की जमकर धुनाई 10 _15 गुंडो ने कर डाली जिसकी रिपोर्ट हनुमना थाने करने आए पीड़ित वाहन मालिक को चालक की घंटे भर बाद महज 155 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि नवीन जिला मऊगंज बनने के बाद मऊगंज में ही कलेक्टर और एसपी के नाकके नीचे व आंखों के सामने भी सरेआम इस प्रकार की अंधेर करती व गुंडागर्दी चल रही है आए दिन खबरें मीडिया के माध्यम से भी प्रकाशित होने के बावजूद ना तो एसपी महोदय नहीं कलेक्टर महोदय यहां तक की प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला भी सब कुछ जानते हुए इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही तो नहीं ही कर रहे हैं उल्टे आरटीओ के कर्मचारी व गुंडे यह कहने से नहीं चूकते की विधायक हूं पूर्व विधायक हूं सांसद हो उप मुख्यमंत्री हो या परिवहन मंत्री व मुख्यमंत्री क्यों ना हो सभी को हिस्सा देता हूं तब तो सरेआम एंट्री लेता हूं जिस में के लाल में दम हो तो एंट्री बंद करवा कर देखें इस प्रकार का चैलेंज ही नहीं देते किसी में दम नहीं की कोई गलती से भी उसे एरिया में मोबाइल या कैमरा घूमर निकल जाए। उल्लेखनीय है कि यहां रवि मिश्रा प्रभारी के रूप में पूर्व में भी रहते हुए पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संगम लाल सोनी की बेदम पिटाई के बाद उनकी मौत क जिम्मेदार तो है ही साथ ही पत्रकार सरोज गुप्ता की भी वेदम पिटाई करते हुए अपनी समझ से अमृत समझ कर छोड़ा था यह सौभाग्य था कि उनकी भी जान बच गई लेकिन आज भी बेचारे आरटीओ की मार के चलते विकलांगता का जीवन व्यतीत कर रहे हैं स्थिति यह आन पड़ी है कि यदि आरटीओ के विरुद्ध धोखे से भी कहीं जुबान निकल ना जाए यह खबर ना चल जाए नहीं तो बीवी बच्चों के भी जान के लाले पड़ सकते हैं। वहीं दूसरी बार अब पुनः जब से रवि मिश्रा प्रभारी के रूप में हनुमानाचे पोस्ट का प्रभार संभाले हैं पुणे इस प्रकार की अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देने में इनके पालतू गुंडे कोई कोर कसर नहीं छोड़ते बताया जाता है कि प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों संरक्षण पर्याप्त होने की वजह से इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती वहीं पड़ोसी क्षेत्र में इनका ग्रह ग्राम होने की वजह से चेक पोस्ट के भीतर 40 से 50 अनाधिकृत और इस तरह के कार्यों को अंजाम देने से जरा भी संकोच नहीं करते आज भी ऐसा ही हुआ जब एक सिख मोटर मालिक अपनी चार दिनों से खड़े ट्रक जिसका पहला 54000 एंट्री मांगा जा रहा था लेकिन चालक गिड़गिड़ाते गिंगड़ते थक गया जो उसकी प्रति चक्कर एंट्री होती थी उसे देने को तैयार था बावजूद इसके बात न बनी तब उसने मोटर मालिक इन्वित सिंह को फोन कर बुलाया जबलपुर से बेचारे इनवाइटिंग सिंह अपने पिता के साथ आए सारे कागजात कंप्लीट होने केबावजूद 50000 की मांग पर अड़े रहे जब नियम कायदे की बात इन्वित सिंह ने करते हुए उसकी रसीद की मांग कर डाली फिर क्या था उसकी पगड़ी खींचकर बाल पकड़ कर घसीटते हुए लात घुसो से 10 15 की संख्या में पहुंचे गुंडो ने चमकर टी ही नहीं की समूचे सिख समाज को बद्दी बद्दी गालियां देते हुए कहा जो करना होगा कर लेना जिससे समूचे सिख संप्रदाय की अवहेलना ही नहीं की संविधान में प्रदत्त शिक्षा समाज का सम्मान पगड़ी जिनकी पांच पूज्य में आती है कैसे कड़ा कृपाण कंघा औरपगड़ी उसकी भी इस कदर तोहीन कर समूचे संविधान की धज्जियां उड़ते हुए सिख संप्रदाय का अपमान किया गया है बताया जाता है कि उक्त घटना से समूचे सिख संप्रदाय में आक्रोश व्याप्त है वहीं इसकी रिपोर्ट कर्ज करने जब पीड़ित हनुमत थाने पहुंचा तो घंटी बर्बाद किसी कदर महज उसकी 155 में रिपोर्ट दर्ज कर इतनी कर दी गई करें भी तो थानेदार महोदय क्या करें बेचारे उनके भी हाथ बंधे हुए हैं करण की नीचे से लेकर ऊपर तक आरटीओ की अवैध कमाई की बंदरबांट के आगे अधिकारी से लेकर मंत्री मिनिस्टर प्रशासन से लेकर शासन तक की जुबान में ताला लगा हुआ है चाहे मोदी जी कितना भी गुहार लगा ले सबका साथ सबका विकास लेकिन बेचारे ट्रक चालकों ट्रांसपोर्टरों की हनुमान आरटीओ चेक पोस्ट में किस कदर लात घुसो से पिटाई की जाती है आए दिन ऐसी घटनाएं होती ही रहती है विगत उत्तर प्रदेश ड्रमंडगंज के मोटर मालिक पप्पू केसरी तथा चालक राज नारायण यादव के साथ महज उनकी गलती इतनी थी कि ऑनलाइन टैक्स कटवा कर इनके काउंटर पर दिख रहे थे जबकि के अपने हाथ से जो ऑफलाइन टैक्स काटते हैं वह 500 की जगह ₹1000 लेते हैं चार चक्का वाहन का और प्रति टिप अलग एंट्री लेते हैं उनके साथ भी मारपीट इनके गगुंडो वह स्वयं कर्मचारी कुशवाहा द्वारा द्वारा की गईथी इतना ही नहीं इसके पूर्व माह में दो ट्रक चालकों से 2 लाख की एंट्री मांगी जा रही थी यह संयोग था कि वरिष्ठ पत्रकार संपद दास गुप्ता के पहुंचने पर कैमरे के माध्यम से उपस्थित काफी संख्या में नागरिकों एवं समाजसेवियों के साथ कैमरा सामने होने से उनकी चीची होते देखा मामला बढ़ ना जाए और महज 20-20 हजार रुपए लेकर दोनों ट्रैकों को रवाना कर दिया था जबकि वे बेचारे भी 200000 एंट्री के जगह कह रहे थे की चालानी कार्रवाई जो भी करना है आप कर दो कोर्ट में पेश कर दो लेकिन उन्हें भी 3 दिन तक खड़ा किया रखा शायद पत्रकारों का कैमरा ना घूमता वह भी समाजसेवियों की उपस्थिति में तो शायद उनके कैमरे भी छीन लिए जाते और कार्यवाही के नाम पर उल्टे लात घूस पढ़ते और जान भी चली जाती तो कोई बड़ी बात ना होती इस कदर हनुमान आरटीओ के विरुद्ध जन आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है लोगों ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला एवं भूतल परिवहन मंत्री केंद्र सरकार नितिन गडकरी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल हनुमान आरटीओ के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उनके गुंडागर्दी पर तथा अवैध वसूली पर रोक लगाकर सबका साथ सबका विकास जैसे नारे को अमली जामा पहनाने की मांग की है