विंध्यभारत, रीवा
सतना के सिविल लाइन स्थिति जी एस टी विभाग के दफ्तर में बुधवार को लोकायुक्त टीम ने अचानक दबिश दी. इससे दफ्तर में हडक़ंप मच गया. लोकायुक्त टीम ने विभाग में पदस्थ जीएसटी निरीक्षक को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. जीएसटी निरीक्षक ने 15 लाख रुपए का बिल पास करने के नाम पर शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगी. इसके बाद 60 हजार रुपए में बात बनी थी।
जीएसटी दफ्तर में पहली किस्त 20 हजार रुपए लेने की बात तय हुई. इसके बाद प्लानिंग के तहत 20 हजार लेते जीएसटी निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया. कार्रवाई के दौरान रिश्वत में पकड़ा गया जीएसटी निरीक्षक मीडिया के कैमरे से मुंह छुपाता नजर आया. लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया ने बताया “जीएसटी निरीक्षक कुमार सौरभ ने वीरेंद्र कुमार शर्मा की फर्म का 15 लाख रुपए ई वे बिल पास करने के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी. वीरेंद्र कुमार शर्मा ने जीएसटी निरीक्षक कुमार सौरभ के विरुद्ध लोकायुक्त रीवा में 29 नवंबर को रिश्वत लेने की शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद शिकायत का सत्यापन करते हुए रीवा लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने सतना में जीएसटी के दफ्तर पर दबिश दी. कुमार सौरभ ने सोचा भी नहीं होगा कि उनके दफ्तर में लोकायुक्त की टीम छापा मार सकती है. जैसे ही शिकायतकर्ता ने 20 हजार रुपए दी तो टीम ने मौके पर ही दबोच लिया. कुमार सौरभ के विरुद्ध रीवा लोकायुक्त टीम द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
लोकायुक्त की कार्रवाई लगभग रोजाना हो रही है. रोजाना कर्मचारी-अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े जा रहे हैं. इसके बाद भी सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने के मामले कम नहीं हो रहे हैं. करप्शन के मामले में कुछ विभागों को छोडक़र लगभग हर विभाग में मामले पकड़े जा रहे हैं. रिश्वत लेने के लिए कर्मचारी दुस्साहस भी कर रहे हैं. लोकायुक्त टीम के सामने ही रिश्वत लेकर दौड़ लगा देते हैं. ऐसे कई मामले पिछले 6 माह में सामने आए हैं।