आईजी जोन रीवा के आपरेशन प्रहार-02 की थाना प्रभारी सिरमौर ने खोल दी पोल

युवक कांग्रेस अध्यक्ष बेंच रहे थे कोरेक्स, भाजपा हुई मुखर

विंध्यभारत, रीवा

रीवा जिले में, विशेष रूप से सिरमौर क्षेत्र में, एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में भारी उथल- पुथल मच गई है। इस वीडियो में कथित तौर पर स्थानीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष अवनीश सिंह गहरवार को प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री करते हुए दिखाया गया है। यह घटना न केवल प्रदेश की सबसे पुरानी पार्टी के भीतर नेतृत्व पर सवाल उठाती है, बल्कि क्षेत्र में नशे के बढ़ते कारोबार और उस पर पुलिस की भूमिका को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा करती है।
युवा नेता पर नशा तस्करी का वीडियो वायरल हो रहे वीडियो फुटेज में, जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल रहा है, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अवनीश सिंह गहरवार को सफेद हाफ शर्ट और हाफ पैंट पहने हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वह कथित तौर पर दो प्रमुख नशीले पदार्थ – कोरेक्स सिरप और ब्राउन शुगर – बेचते हुए कैद हुए हैं। जिस व्यक्ति को वह नशीला पदार्थ बेच रहे थे, उसकी भी पहचान कैमरे में हुई है, जिससे इन आरोपों को बल मिला है कि यह कारोबार एक संगठित रैकेट का हिस्सा है। नशे के कारोबार में राजनीतिक संरक्षण कैसे काम करता है? यह वीडियो इस बात का स्पष्ट उदाहरण पेश करता है, क्योंकि एक मुख्य राजनीतिक दल का पदाधिकारी खुलेआम ऐसी अवैध गतिविधि शामिल पाया गया है।
राजनीतिक गलियारों में खलबली और आरोप- प्रत्यारोप
वीडियो सामने आने के तुरंत बाद, आरोपी अवनीश सिंह गहरवार की तस्वीरें कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के साथ वायरल होने लगीं। इनमें कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह के साथ उनकी तस्वीरें शामिल हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टीभाजपा ने इन तस्वीरों को आधार बनाकर कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं। भाजपा का सीधा आरोप है कि ये तस्वीरें साबित करती हैं कि नशे के इस नेटवर्क को उच्च स्तरीय राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। भाजपा ने सवाल उठाया है कि अगर पार्टी के पदाधिकारी ही ड्रग नेटवर्क चला रहे हैं, तो अ जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि वीडियो और तस्वीरें सामने बावजूद, कांग्रेस पार्टी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है, जिससे मामले की गंभीरता और संदेह गहरा रहा है।
पुलिस पर गंभीर मिलीभगत के आरोप
स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से शिवानंद द्विवेदी जैसे क्षेत्रवासियों ने, इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाने स्तर पर नशीले पदार्थों की बिक्री की पूरी जानकारी होने के बावजूद, थाना प्रभारी द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। तय रकम का खेल: क्षेत्रवासियों के बीच यह चर्चा आम है कि थाने स्तर पर हर महीने एक तय रकम पहुँचने का खेल चलता है। पुलिस पर रिश्वत लेने के आरोप क्यों लग रहे हैं? इस वित्तीय लेनदेन के कारण, बड़े सप्लायर और तस्कर बेखौफ होकर अपना कारोबार संचालित कर रहे हैं, जिससे मैदानी स्तर पर कानून व्यवस्था पर से विश्वास उठ रहा है।

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