विंध्यभारत, रीवा
समग्र ई-केवाईसी का शत-प्रतिशत कार्य 15 अगस्त तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन पाँच जनपदों में इस लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका। जबकि हर टीएल बैठक में इस संबंध में कई बार अधिकारियों को निर्देशित किया गया। फिर भी अधिकारियों द्वारा समग्र ई केवाईसी में रूचि नहीं ली गई। इसे अत्यंत खेदजनक, सौंपे गए दायित्वों एवं कर्तव्यों के प्रति लापरवाही और स्वेच्छाचारिता मानते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब तीन दिवस के भीतर प्रस्तुत करना होगा। समय सीमा में समाधान कारक जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर एक तरफा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिसके लिए अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे।
कलेक्टर ने जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अलग-अलग जारी नोटिस में कहा है कि जनपद स्तर पर समग्र रजिस्टर को अद्यतन रखने का दायित्व मुख्य कार्यपालन अधिकारियों का है। समग्र ई केवाईसी पूर्ण न होने से आमजन को शासन की योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है साथ ही सीएम हेल्पलाइन में समग्र से संबंधित शिकायतें बढ़ रही हैं। कलेक्टर ने जनपद पंचायत जवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुलाभ सिंह पुशाम को 43 प्रतिशत लोगों की समग्र ई केवाईसी तथा समग्र से संबंधित 38 सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लंबित रहने पर नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने जनपद पंचायत सिरमौर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिश्चन्द्र द्विवेदी, त्योंथर प्रवीण बंसोड, गंगेव प्राची चौबे तथा जनपद पंचयत रायपुर कर्चुलियान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय कुमार सिंह को भी नोटिस जारी किया है। कलेक्टर द्वारा जारी नोटिस के अनुसार जनपद पंचायत सिरमौर में 28 प्रतिशत लोगों की समग्र ई केवाईसी तथा समग्र से संबंधित 31 सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लंबित हैं। जनपद पंचायत त्योंथर में 38 प्रतिशत लोगों की समग्र ई केवाईसी तथा 28 सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लंबित हैं। वहीं जनपद पंचायत गंगेव में 40 प्रतिशत लोगों की समग्र ई केवाईसी तथा 41 सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लंबित हैं। जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान में 39 प्रतिशत लोगों की समग्र ई केवाईसी और समग्र से संबंधित 79 सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लंबित हैं। जिस पर कलेक्टर ने संबंधित मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।