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साउथ अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत: WTC 2025 में पहली ICC ट्रॉफी और ‘चोकर’ टैग का अंत

शिवेंद्र तिवारी 9179259806

14 जून 2025 को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन में साउथ अफ्रीका ने क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर, साउथ अफ्रीका ने न केवल अपनी पहली WTC ट्रॉफी जीती, बल्कि 27 साल बाद अपनी दूसरी ICC ट्रॉफी भी हासिल की। यह जीत न सिर्फ अफ्रीकी क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि उस ‘चोकर’ टैग को मिटाने का भी एक मजबूत जवाब है, जो दशकों से साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम के साथ चिपका हुआ था। इस लेख में हम इस जीत के महत्व, मैच के प्रमुख क्षणों, और साउथ अफ्रीका के इस सफर पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

साउथ अफ्रीका और ‘चोकर’ टैग का इतिहास
साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम, जिसे ‘प्रोटियाज’ के नाम से जाना जाता है, लंबे समय से विश्व क्रिकेट में एक मजबूत और प्रतिभाशाली टीम रही है। एलन डोनाल्ड, शॉन पोलक, जैक्स कैलिस, गैरी कर्स्टन, और हाल के वर्षों में कागिसो रबाडा जैसे खिलाड़ियों ने इस टीम को शीर्ष स्तर पर बनाए रखा। इसके बावजूद, साउथ अफ्रीका को ICC टूर्नामेंट्स में बार-बार नॉकआउट चरणों में हार का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें ‘चोकर’ (दबाव में हारने वाली टीम) का टैग मिला।1998 में, साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश में आयोजित ICC नॉकआउट ट्रॉफी (जो बाद में चैंपियंस ट्रॉफी बनी) जीतकर अपनी पहली और तब तक की एकमात्र ICC ट्रॉफी हासिल की थी। लेकिन इसके बाद, 1999 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टाई, 2003 वर्ल्ड कप में गलत रन गणना के कारण ग्रुप स्टेज से बाहर होना, और 2024 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के खिलाफ 30 गेंदों पर 30 रन की जरूरत होने के बावजूद हार, जैसे कई मौकों ने इस टैग को और मजबूत किया।साउथ अफ्रीका ने 11 बार ICC टूर्नामेंट्स के सेमीफाइनल में हार का सामना किया और 2024 टी20 वर्ल्ड कप में अपनी पहली वर्ल्ड कप फाइनल हार। इन सभी नाकामियों ने ‘चोकर’ टैग को और गहरा किया। लेकिन WTC 2025 की जीत ने इस कहानी को पूरी तरह बदल दिया।

WTC 2025 फाइनल: साउथ अफ्रीका की जीत का सफर
मैच का अवलोकन:
WTC 2025 का फाइनल 11-14 जून 2025 को लॉर्ड्स में खेला गया, जहां साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया। यह साउथ अफ्रीका की पहली WTC खिताबी जीत थी और उनकी दूसरी ICC ट्रॉफी। इस जीत के साथ, साउथ अफ्रीका ने 3.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया को 2.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिले।मैच के प्रमुख क्षण:टॉस और पहली पारी: साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कागिसो रबाडा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5/51 के आंकड़े हासिल किए, जिससे ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 212 रनों पर सिमट गई। स्टीव स्मिथ (66) और ब्यू वेबस्टर (72) ने ऑस्ट्रेलिया के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी: जवाब में, साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी शुरूआत में लड़खड़ाई, लेकिन एडेन मार्करम की शानदार 136 रनों की पारी और कप्तान टेम्बा बवुमा की धैर्यपूर्ण 66 रनों की पारी ने एक गेम-चेंजिंग साझेदारी बनाई। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में बढ़त हासिल की।ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी: ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों, खासकर रबाडा और मार्को जेनसन, ने उन्हें ज्यादा बड़ा स्कोर बनाने से रोका। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने 6/28 के शानदार आंकड़े हासिल किए, जो एक ICC फाइनल में किसी कप्तान द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।चौथी पारी और जीत: साउथ अफ्रीका को जीत के लिए छोटा लक्ष्य मिला, लेकिन दबाव भरे हालात में मार्करम और बवुमा ने शानदार बल्लेबाजी की। काइल वेरिन ने अंतिम रन बनाकर साउथ अफ्रीका को ऐतिहासिक जीत दिलाई। मार्करम WTC फाइनल में शतक बनाने वाले साउथ अफ्रीका के पहले बल्लेबाज बने।

खिलाड़ियों का प्रदर्शन:एडेन मार्करम: फाइनल में शतक (136) के साथ मैन ऑफ द मैच।कागिसो रबाडा: WTC फाइनल में 5 विकेट लेने वाले पहले साउथ अफ्रीकी गेंदबाज। टेम्बा बवुमा: कप्तान के रूप में नाबाद रिकॉर्ड (10 टेस्ट में कोई हार नहीं) और 66 रनों की महत्वपूर्ण पारी।WTC 2023-25 साइकिल में साउथ अफ्रीका का प्रदर्शनसाउथ अफ्रीका ने 2023-25 WTC साइकिल में 12 टेस्ट खेले, जिसमें 8 जीत, 3 हार, और 1 ड्रॉ रहा। उनकी 69.44% अंकों के साथ वे पॉइंट्स टेबल में शीर्ष पर रहे। इस दौरान उन्होंने वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, श्रीलंका, और पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। विशेष रूप से, पाकिस्तान के खिलाफ 2-0 की सीरीज जीत ने उनकी फाइनल में जगह पक्की की।हालांकि, साउथ अफ्रीका को इस साइकिल में चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। SA20 लीग के कारण उन्हें न्यूजीलैंड दौरे पर एक कमजोर टीम भेजनी पड़ी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अगले 9 में से 8 टेस्ट जीते, जो उनकी स्थिरता और दृढ़ता को दर्शाता है।’चोकर’ टैग का अंतसाउथ अफ्रीका के कोच शुक्रि कॉनराड ने इस जीत से पहले ‘चोकर’ टैग को लेकर खुलकर बात की थी। पिछले साल सेंचुरियन में पाकिस्तान के खिलाफ एक नजदीकी मैच में, उन्होंने ड्रेसिंग रूम में इस टैग को चुनौती के रूप में पेश किया था। कॉनराड का मानना था कि यह टैग पुरानी पीढ़ी का बोझ है, और नई टीम को इसे ढोने की जरूरत नहीं है।WTC 2025 की जीत ने न केवल इस टैग को मिटाया, बल्कि साउथ अफ्रीका की नई पीढ़ी को एक नई पहचान दी। टेम्बा बवुमा ने कहा, “हमने बहुत मेहनत की थी, और बहुत सारे लोग हम पर शक कर रहे थे। हमने दिखा दिया कि हम चैंपियन बनने के हकदार हैं।”साउथ अफ्रीका के लिए इस जीत का महत्वऐतिहासिक उपलब्धि: यह साउथ अफ्रीका की पहली WTC ट्रॉफी और 27 साल बाद दूसरी ICC ट्रॉफी थी। इससे पहले, 1998 में ICC नॉकआउट ट्रॉफी उनकी एकमात्र उपलब्धि थी।टेस्ट क्रिकेट में पुनर्जनन: साउथ अफ्रीका में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता घट रही थी, और SA20 जैसे T20 लीग ने इसे और चुनौती दी। इस जीत ने टेस्ट क्रिकेट को फिर से प्रासंगिक बनाया।नई पीढ़ी का उदय: मार्करम, रबाडा, जेनसन, और रयान रिकेल्टन जैसे युवा खिलाड़ियों ने इस जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।लॉर्ड्स में रिकॉर्ड: साउथ अफ्रीका ने लॉर्ड्स में अपने शानदार रिकॉर्ड को बरकरार रखा, जहां 1991 के बाद से उन्होंने 7 में से 5 टेस्ट जीते हैं।

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