कलेक्टर कार्यालय में की गई शिकायत, आबकारी विभाग पर लगे आरोप
यह मुद्दा उठ चुका है कई बार, लेकिन शराब दुकान वाले सुनते ही नहीं
विशेष संवाददाता, रीवा
शहर की शराब दुकानों में प्रिंट रेट से अधिक दर पर शराब बेचें जाने की शिकायत कलेक्टर रीवा से की गई है। पूर्व में भी कई बार इस तरह का मामला सामने आया लेकिन एक-दो दिन के लिए दुकानदार रेट लिस्ट लगाते हैं उसके बाद फिर अपनी मनमानी करने लगते हैं। इस मामले में आबकारी विभाग की संलिप्तता सामने आई है। कई बार ग्राहकों ने भी खुलकर वीडियो वायरल किया है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन किस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा था।
शराब की दुकान में अधिक दर पर बिक्री किए जाने की शिकायत अधिवक्ता बीके माला द्वारा कलेक्टर रीवा से की गई है। अधिवक्ता श्री माला ने कहा कि जगजाहिर होने के बावजूद यदि यह सब आबकारी अधिकारियों के संज्ञान में नहीं है, तो यह उनकी संलिप्तता की ओर इशारा करता है। आरोप है कि जिले में शराब कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि लाइसेंसी दुकानों के ठेकेदारों को न तो नियम-कानून का भय है और न ही आबकारी विभाग का।
उन्होंने आरोप लगाया कि शराब दुकानों में नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। इनमें निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बिक्री, अवैध अहाता संचालन, रेट सूची न लगाना और निर्धारित समय के बाद भी देर रात तक बिक्री शामिल है। दुकानों के सामने गुर्गे रखे जाते हैं, जो दर पर सवाल करने वालों की पिटाई करते हैं। इस तरह की घटनाओं के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।
यातायात थाना के सामने और नया बस स्टैंड के पास चल रहे खुले अहाता : काबिले गौर तथ्य यह है कि सब देखते हैं सब सुनते हैं लेकिन कार्यवाही केवल नाम की होती है। यातायात थाने के ठीक सामने शाम 6 बजे से लेकर रात 12 तक शराब दुकान के ठीक बगल में लोग खुलकर शराब पीते हैं। यही स्थिति नए बस स्टैंड के पास स्थित शराब दुकान के बगल की है लेकिन महीने में एक दो बार ही पुलिस का दौरा होता है । इसका फायदा लोग उठाते हैं और वहीं पर अपनी मनमानी करने लगते हैं।
इनका कहना है….
कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने इस संबंध में कहा है कि मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी शराब दुकानों में रेट सूची अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए।