रीवा।। ©शिवेंद्र तिवारी 9179259806

शहर में नशे का व्यापार आप कानून से नहीं बल्कि वीडियो से पकड़ा जा रहा है। चोरहटा थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थानों पर अवैध शराब बिक्री के वीडियो सामने आने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। ये वीडियो न सिर्फ प्रशासन की लापरवाही को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी साबित करते हैं कि रीवा में नशे का जाल पुलिस की आंखों के सामने फैलता जा रहा है। पहला वीडियो उमरी स्थित सांची डेयरी के पास की एक किराना दुकान का है, जहां दिनदहाड़े गुमटी से खुलेआम शराब बेची जा रही है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस की गश्त इसी इलाके में चलती रहती है, लेकिन नशे का यह अड्डा पुलिस की आंखों से बचा कैसे रह गया…? दूसरा वीडियो चोरहटा के वार्ड क्रमांक 4, NH-07 के एक स्टूडियो का है। यहां स्टूडियो की आड़ में शराब बेची जा रही है। यह स्थान पुलिस निगरानी क्षेत्र के अंतर्गत आता है, लेकिन फिर भी न कोई दबिश, न कोई कार्रवाई। सवाल उठता है कि क्या पुलिस की चुप्पी महज लापरवाही है या जानबूझकर आंखें मूंद ली गई हैं? रीवा शहर में बिछिया, अमहिया ,विश्वविद्यालय, ढेकहा, चोरहटा और कोतवाली थाना सिविल लाइन सामान थाना,क्षेत्र जैसे इलाकों में अवैध शराब की बिक्री आम बात हो चुकी है। लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग सिर्फ कागजों में चलाते नजर आते हैं। गौरतलब है इससे पहले भी लक्ष्मी चौराहा जो चोरहटा थाना से चंद कदमों
है। वहां अवैध शराब बिक्री का मामला सामने आया था। उस समय तत्कालीन कार्रवाई में आरोपी प्रदीप को पकड़ा गया था। लेकिन लगता है कार्रवाई केवल ‘दिखावटी परफॉर्मेंस’ बन कर रह गई है।
लेकिन बड़ा सवाल यही है:
क्या ये जांच भी सिर्फ वीडियो की तरह सोशल मीडिया तक सिमट कर रह जाएगी? या वाकई रीवा शहर को नशे के इस दलदल से बाहर निकाला जाएगा?
क्योंकि एक बात साफ है –
जब स्टूडियो और किराना दुकानें शराब ठिकाने बन जाएं, और पुलिस “वॉचिंग मोड” में रहे समझ लेना चाहिए कि गठबंधन की सरकार चलाई जा रही है