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1986 का साल था। भारतीय टीम कपिल देव की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में ट्राएंगुलर सीरीज़ खेलने गई थी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा तीसरी टीम न्यूजीलैंड की थी। टूर्नामेंट में भारतीय टीम अच्छा खेल रही थी, लेकिन 8वें मैच में सिडनी में भारत को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ बड़ी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद आखिर ऐसा क्या हुआ कि तेज़ गेंदबाज़ चेतन शर्मा को क़रीब 8 किलोमीटर तक दौड़कर टीम होटल पहुँचना पड़ा? उस रोज़ आख़िर ऐसा क्या हुआ था कि उस घटना के 30 साल बाद भी कपिल देव चेतन शर्मा को देखकर अपनी हँसी नहीं रोक पाते हैं?
21 जनवरी 1986 की वह बड़ी दिलचस्प घटना है। उस रोज़ ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी की थी। ज्योफ मार्श के शानदार शतक की बदौलत कंगारुओं ने भारत के सामने जीत के लिए 293 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में भारतीय टीम बल्लेबाज़ी करने उतरी। अति आक्रामकता की कोशिश में श्रीकांत सिर्फ 20 रन के निजी स्कोर पर पविलियन लौट गए। उसके बाद गावस्कर ने बड़े ही धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी की। लेकिन उस सँभली हुई बल्लेबाज़ी का कोई फ़ायदा नहीं हुआ क्योंकि उनके अलावा पूरे टॉप ऑर्डर ने ख़राब बल्लेबाज़ी की। मोहिंदर अमरनाथ जैसे बल्लेबाज़ क्रीज़ पर टिके तो सही, लेकिन उन्होंने रन नहीं बनाए। मोहम्मद अजहरुदीन और कपिल देव ने भी सुस्त बल्लेबाज़ी की। नतीजा यह हुआ कि भारतीय टीम वह मैच 100 रनों के बड़े अंतर से हार गई। सिडनी के मैदान में उस दिन तमाम भारतीय फैन इकट्ठा हुए थे। उन्हें इस हार से बड़ा सदमा पहुँचा।
मैच के बाद कपिल देव, चेतन शर्मा और मोहिंदर अमरनाथ कहीं बाहर गए हुए थे। अमरनाथ ने उस मैच में 54 गेंव पर 16 रन बनाए थे। कपिल देव ने भी 39 गेंद पर सुस्त बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ 20 रन बनाए थे। कपिल देव, चेतन शमां और मोहिंदर अमरनाथ अभी बाज़ार में ही थे कि कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। कपिल देव और मोहिंदर अमरनाथ को लोगों की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। कुछ लोगों ने नाराज़गी में इन दोनों खिलाड़ियों को अपशब्द भी कहे। चेतन शर्मा को गुस्सा आ गया। उन्होंने कार से बल्ला निकाला और लोगों पर भॉजना शुरू कर दिया। उन्हें अच्छी तरह यह पता तक नहीं था कि असल में लोगों ने कपिल और जिमी को कहा क्या है। लेकिन उन्हें गुस्सा आया तो आ गया। एक-दो लोगों को तो चेतन ने हल्का-फुल्का पीट भी दिया। इतना कुछ करने के बाद जब उन्होंने पीछे पलटकर देखा तो वहाँ न मोहिंदर अमरनाथ थे, न ही कपिल देव। सामने स्थानीय लोगों की अच्छी-खासी भीड़ भी जमा हो चुकी थी। चेतन शर्मा को समझ आ गया कि अब यहाँ से सीधे भागने में ही भलाई है।
मुसीबत यह थी कि उस वक्त चेतन टीम होटल से अच्छी-खासी दूरी पर थे। उनके दिमाग में वहाँ से भागते वक्त इस बात का डर भी था कि कहीं सब लोग मिलकर उन्हें पीट न दें। चेतन शर्मा ने आव देखा न ताव वहाँ से सरपट भाग निकले। भागते-भागते भी वो पीछे देख रहे थे कि कहीं कोई उनका पीछा तो नहीं कर रहा है। तीन-चार किलोमीटर दौड़ने के बाद उन्होंने अपनी रफ़्तार को थोड़ा कम किया। बड़ी मुश्किल से हाँफते-काँपते चेतन शर्मा होटल पहुँचे। होटल पहुँचते ही वो सीधे कपिल देव के कमरे में गए। उन्होंने देखा कि वहाँ कपिल देव और मोहिंदर अमरनाथ आराम से बैठे हुए हैं। उन दोनों के चेहरे देखकर लग रहा था कि दोनों अच्छी तरह ‘शॉवर’ लेने के बाद आराम से बैठे हैं। बल्कि कपिल ने तो रूम सर्विस से कुछ ऑर्डर भी कर लिया था और आराम से बैठकर खा रहे थे। चेतन शर्मा ने कमरे में आते ही सबसे पहले तो इस बात पर नाराज़गी जताई कि वो दोनों लोग उन्हें अकेले छोड़कर भाग क्यों आए? इसके बाद चेतन शर्मा ने कपिल देव से सवाल किया पाजी अब तो बता दो कि वहाँ हुआ क्या था? कपिल देव और जिमी अमरनाथ के हँसते-हँसते हालत ख़राब हो गई। उन्हें हँसी इस बात पर आ रही थी कि चेतन शर्मा ने बगैर हालात को जाने-समझे कुछ लोगों की पिटाई कर दी थी। चेतन कहते हैं कि आज भी जब कपिल पाजी से मुलाक़ात होती है तो वो क़िस्सा ज़रूर याद आता है।