लगातार दो दिन के अवकाश के चलते श्रद्धालुओं की बढ़ी भीड़
प्रयागराज में बढ़ती भीड़ को देखकर रविवार के सुबह चाकघाट बार्डर में रोंक दिये गये वाहन
प्रयागराज में जब बने सामान्य हालत तब चाकघाट से धीरे-धीरे छोड़े गये वाहन
नगर प्रतिनिधि, रीवा
प्रयागराज के महाकुम्भ में पिछले दो दिनों से श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या का असर रविवार को देखने को मिला। बीती रात प्रयागराज और फिर रविवार सुबह चाकघाट बॉर्डर में वाहनों को रोका गया जिसकी वजह से भीषण जाम लगा हुआ था। कई किमी तक वाहनों की कतार लग गई थी। प्रयागराज में भीड़ को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया था जिसका असर रीवा में देखने को मिला।
बताया गया है कि प्रयागराज में पिछले दो दिनों से वाहनों की संख्या में काफी तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही थी। एक दिन पहले ही तीस हजार के लगभग वाहन सोहागी टोल प्लाजा से गुजरे थे जिसकी वजह से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई।
हालत यह है कि प्रयागराज में रीवा हाइवे पूरी तरह से जाम हो गया और हजारों वाहन जाम में फंस गए थे। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही थी जिसकी वजह से बीती रात प्रयागराज जिले के जारी में वाहनों को रोक दिया गया था जिसकी वजह से जाम की स्थिति बन गई थी। रात का जाम धीरे-धीरे मध्यप्रदेश बार्डर तक आ गया था।
स्थिति नियंत्रित होने के बाद सुबह होते-होते हालात बेकाबू होने लगे जिसकी वजह से चाकघाट में वाहनों को रोक दिया गया था। चाकघाट में वाहनों के रुकने से चंदई तक वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। बाद में सभी अधिकारी बॉर्डर में पहुंच गए और प्रयागराज के अधिकारियों से बातचीत की जिसके उपरांत वाहनों को धीरे-धीरे करके छोडऩा शुरू किया गया। तीन घंटे बाद बॉर्डर में स्थिति सामान्य हो पाई थी। प्रयागराज महाकुम्भ में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ पिछले दो दिनों से बढ़ रही है और इसका असर जाम के रूप में सामने आ रहा है। जाम के कारण हजारों की संख्या में वाहन फंसे हुए थे।
बीती रात वह इटहा बाईपास के पास आया तभी सामने से आने वाले एक दूसरे ट्रक से भिडंत हो गई जिसमें दूध लोड था। एक्सीडेंट के बाद दोनों ट्रक सडक़ में फंस गए थे जिसकी वजह से यातायात बाधित हो गा। जो कुम्भ यात्री हाइवे से जा रहे थे वे भी जाम में फंस गए थे। मजबूरी में उन्होंने शहर के रास्तों का इस्तमाल किया। विवि, बोदाबाग, सहित दूसरे मार्गों से वे शहर के भीतर घुस आये जिसकी वजह से शहर में भी यातायात जाम की स्थिति बन गई थी।
बताया गया है कि बाईपास में जाम लगने की सूचना पर तुरंत पुलिस मौका मुआयना करने स्पॉट में पहुंच गई। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों की वजह से जाम लग रहा था जिसकी वजह से क्रेन को बुलवाया गया और उकी मदद से वाहनों को हटवाया गया जिसकी वजह से दोपहर बाद स्थिति सामान्य हो पाई।
दिन भर आज कुम्भ यात्रियों के वाहन शहर से गुजरते है जिसकी वजह से शहर की यातायात व्यवस्था ने जाम का रूप धर लिया था। जाम का व्यापक असर देखने को मिला। आमतौर पर रविवार को शहर का ट्राफिक नार्मल रहता है लेकिन कुंभ यात्रियों की वजह से जाम का रूप धारण कर लिया था।
यात्री बोले- घंटों से जाम में फंसकर परेशान फैजान खान ने बताया कि मैं भोपाल से आया हूं। आए दिन रीवा प्रयाग मार्ग में जाम लग रहा है। जिसकी वजह से यात्री काफी परेशान हो रहे हैं। मैं तकरीबन 2 घंटे से जाम में फंसा हुआ हूं, लेकिन प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आ रही है। प्रशासन हमारी व्यवस्था को समझे और यात्रियों के लिए उचित व्यवस्था की जाए। हर दिन जाम लगने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई विशेष पहल देखने को नहीं मिल रही है। कर्नाटक के यात्री बोले- शहर तक में नहीं हो पा रही एंट्री कर्नाटक से आए कीरपा कारदाने ने बताया कि हम 1500 किलोमीटर की यात्रा तय करके यहां रीवा पहुंचे हैं। हमने सोचा था कि सीधा रीवा होते हुए प्रयाग निकल जाएंगे, लेकिन यहां तो रीवा शहर में एंट्री नहीं हो पाई है। यहां के प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आ रही है। 1500 किलोमीटर के रास्ते में नहीं फंसे लेकिन अब मध्यप्रदेश और यूपी के बीच आखिरी जिले आकर फंस गए। व्यवस्था में सुधार होना चाही।
बाईपास में एक्सीडेंट के बाद लग गया जाम, शहर में घुसे कुम्भ यात्रियों के वाहन
बीती रात बाईपास में एक भीषण हादसा हो गया। दो ट्रक टकरा गए थे जो सडक़ पर ही फंस गए थे। ट्रकों की वजह से बाईपास में जाम की स्थिति बन गई थी और रविवार के सुबह से ही सारे वाहन शहर होकर गुजर रहे थे जिसकी वजह से शहर में जाम की स्थिति देखने को मिली। बताया गया है कि बीती रात बाईपास में दो ट्रकों के बीच भिडंत हो गई। एक ट्रक कोयला लेकर जा रहा था।
नासिक से आए यात्री बोले- न आते तो ठीक रहता
नासिक से आए यात्री महेश सिंदे ने बताया कि मैं 2 घंटे से जाम में फंसा हुआ हुआ हूं। इससे अच्छा तो हम ना आते तो ठीक था। दोपहर का वक्त है। साथ में महिलाएं भी हैं, लेकिन यहां कहीं पर पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है और ना ही जाम की वजह से हम गाड़ी छोडक़र नीच उतर पा रहे हैं। लगता है कि प्रयाग पहुंचने के पहले ही बीमार हो जाएंगे। जाम में तेज हॉर्न और शोर शराबे की वजह से मानसिक तनाव अलग से झेलना पड़ रहा है।
महाकुंभ में वाहनों ने तोड़ा रिकार्ड
महाकुंभ के कारण टोल नाकों पर वाहनों के गुजरने का सारा रिकार्ड टूट गया। एक महीने में यानि 31 दिन में 10 लाख से अधिक वाहनों ने सोहागी टोल नाका पार किया। सामान्य दिनों में 25 से 30 हजार वाहन गुजरे। वहीं शाही स्नान के दौरान यह आंकड़ा 40 हजार तक पहुंच गया। अब इन वाहनों की संख्या से ही प्रयागराज जाने वालों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए देशभर से लोग उमड़ पड़े हैं। भले ही शाही स्नान का दौर खत्म हो गया हो लेकिन लोगों का जुनून थम नहीं लगा है। वाहनों की आवक पहले जैसी ही बनी हुई है। सडक़ों पर वाहनों का जाम लग रहा है। टोल नाकों पर लंबी लाइनें लग रही हैं। भले ही शाही स्नान और शुभ योग में स्नान का दौर थम गया हो लेकिन लोग अभी भी प्रयागराज पहुंचने के लिए टूट रहे हैं। देशभर के अलग अलग राज्यों और जिलों से वाहनों का रेला निकल रहा है। प्रशासन और पुलिस इनके लिए व्यवस्थाएं बनाने में जुटी हुई है। रीवा जिला में दो टोल नाके पड़ते हैं। इसमें जोगिनहाई और सोहागी टोल नाका शामिल हैं। इन टोल नाकों में पहुंच रही वाहनों की भीड़ जाम जैसी स्थिति निर्मित कर ही है। 24 घंटे वाहनों की आवाजाही बनी हुई है। प्रयागराज की तरफ जाने वाले वाहनों की संख्या अधिक है। सोहागी टोल नाका से मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक महीनों में इतने वाहन गुजरे जितने पहले कभी नहीं गुजरें होंगे। इन वाहनों की भीड़ ने सिर्फ कमाई ही नहीं वाहनों की गुजरने के सारे आंकड़े भी तोड़ दिए हैं। टोल नाकों को मानव रहित करने के लिए सभी जगह फास्टटैग अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में टोल नाकों में कर्मचारियों की संख्या भी कम हो गई है। ऐसे में अचानक आई इस भीड़ को सम्हालने में ही टोल नाका संचालकों के पसीने छूट रहे हैं। दिन भर में 25 से 30 हजार वाहन पहुंच रहे हैं। टोल टैक्स वसूलने के लिए भी टोल बूथ कम पड़ गए हैं। ऐसे में कई फास्टटैग वाहन आ रहे तो कई कैश वाले भी पहुंच रहे हैं। इसमें समय लग रहा है। इसके कारण टोल नाकों में वाहनों की लंबी लाइनें भी लग रही हैं। टोल नाकों की कमाई कई गुना ज्यादा बढ़ गई महाकुंभ में यूपी में तो टोल फ्री कर दिया गया है लेकिन एमपी के टोल चालू हैं। इसके कारण एमपी के टोल नाकों की कमाई कई गुना अधिक बढ़ गई है। सालों की कमाई टोल नाकों ने एक महीने में ही कर ली है। वैसे तो इन नाकों से एक दिन में 2 से 3 हजार वाहन ही गुजरते थे लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अब यह आंकड़ा 10 से 15 गुना ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में सडक़ों पर भी दबाव बढ़ गया है। तीन से चार साल की कमाई टोल नाकों ने एक ही महीने में पूरी कर ली है।