नगर प्रतिनिधि, रीवा
आरएसएस बैन का पोस्टर लगा रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को आज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस वाहनों में भरकर सभी कार्यकर्ताओं को कंट्रोल रुम लाया गया जहां उनके विरुद्ध अब कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई का उन्होंने विरोध किया है। बताया गया है कि एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को आज पुलिस ने कालेज चौराहे से गिरफ्तार किया है। आरएसएस के विरोध में आज एनएसयूआई कार्यकर्ता कालेज चौराहे में संगठन पर बैन लगाने का पोस्टर लगा रहे थे।
इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी तो शहर के सभी थानों की पुलिस कालेज चौराहे पहुंच गई। वहां पर बड़ी संख्या में छात्र पोस्टर लगा रहे थे जिस पर पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया। जब वे नहीं माने तो उनके हांथ से पोस्टर छीनकर पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। दो दर्जन के लगभग एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पकडक़र कंट्रोल रुम लाया गया।
बताया गया है कि पुलिस की कार्रवई शुरू होते ही हडक़ंप मच गया। पुलिस की काार्रवाई का कार्यकर्ता विरोध करने लगे लेकिन पुलिस ने किसी की नहीं सुनी और सभी लोगों को हिरासत में ले लिया। उनको पकडक़र पुलिस कंट्रोल रुम लेकर आई जहां उनके विरुद्ध अब कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद कुछ कार्यकर्ता कंट्रोल रुम पहुंच गए और वहां धरने पर बैठे हुए थे जिनको भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आंदोलन को देखते हुए पूरा कालेज चौराहा पुलिस छावनी में तब्दील रहा। कंट्रोल रुम में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
पुलिस की कार्रवाई का विरोध, बोले हम महात्मा गांधी की विचाराधारा पर चलते है
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का कहना था कि आरएसएस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे की विचाराधारा पर चलती है। महात्मा गांधी के नाम पर भाजपा राजनीति करती है। आरएसएस संगठन पर बैन लगाने का हम शांतिपूर्ण ढंग से पोस्टर लगा रहे थे लेकिन पुलिस ने सरकार के दबाव में हमे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्यवाही का हम विरोध करते है। सत्ता के दबाव में आवाज को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका कहना है
कालेज चौराहे में कुछ छात्र उपद्रव कर रहे थे और पोस्टर लगा रहे थे जिनको पुलिस ने मना किया। जब वे नहीं माने तो उनको हिरासत में लेकर कंट्रोल रुम लाया गया है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उपद्रव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
-विवेक लाल,
एएसपी रीवा
कांग्रेस ने गिरफ्तारी को लेकर जताई आपत्ति
प्रदेश उपाध्यक्ष मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कविता पाण्डेय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कॉलेज की इकाई के छात्र शांतिपूर्ण तरीके से प्रदेशव्यापी प्रदर्शन कर रहे थे साथ ही देश के प्रथम गृह मंत्री वल्लभभाई पटेल जी द्वारा लिए गए निर्णय आरएसएस पर बैन लगा दिया जाए पर कुछ पोस्टर लगा रहे थे। भारतीय जनता पार्टी की तानाशाह क्रूर और दमनकारी सरकार ने इन बालकों को अपनी पुलिस से पकड़वाकर सुबह से शाम तक थाने में बंद रखा भूखे प्यासे बच्चे पुलिस की गिरफ्त में परेशान होते रह रहे। अभी कुछ ही दिन पहले भारतीय जनता पार्टी की छात्रा इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तहत रीवा के कुछ डिग्री कॉलेज एवं अन्य कॉलेज में प्रोफेसरस ने मार्च पास्ट किया था और उनका झंडा और अंग वस्त्र धारण किया था तब शायद रीवा की पुलिस को दिखाई देना बंद हो गया था उनके ऊपर कार्यवाही करना इनको याद नहीं रहा। राजनीति का ककह रा सीखने बालक बुद्धि छात्रों के ऊपर इस तरीके की दमनकारी कठोर कार्यवाही की मैं निंदा करती हूं। यह कार्यवाही पूरी तरह दमनकारी और असंवैधानिक है गांधी के देश में शांतिपूर्ण सत्याग्रह हमारा मौलिक अधिकार हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के दबाव में की गई दमनकारी कठोर कार्यवाही की मैं निंदा करती हूं साथ ही मांग करती हूं की इन युवा छात्रों के ऊपर लगाए हुए सभी आरोप वापस लिए जाएं।