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बुधवार की रात महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए चाकघाट में पड़ी भारी, अव्यवस्थाओं के बीच गुजरा समय गुरूवार को सुबह ४ बजे प्रयाग के लिए चाकघाट से रवाना किये गये वाहन

महाकुंभ में जाने वालों के लिए एमपी-यूपी के बार्डर पर सामान्य हुए हालात, धीरे-धीरे छोड़े गये वाहन
चाकघाट में रुके श्रद्धालु शासन की व्यवस्था से दिखे नाखुश
विदेश से आये सैलानियों ने जिले की पुलिस की जम कर की तरीफ
लोग खुले आसमान में बैठकर बनाया खाना, गाड़ी में गुजारी रात

नगर प्रतिनिधि, रीवा

मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में प्रयागराज में स्नान के लिए एमपी से यूपी जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रीवा के चाकघाट पर जमा हो गई थी। यहां से कुछ-कुछ समय के बाद श्रद्धालुओं के वाहनों को आगे बढ़ाया जा रहा था। 24 घंटे बाद अब हालात सामान्य हो गए हैं। गुरूवार की सुबह 4बजे तक सभी वाहनों को प्रयागराज के लिए रवाना कर दिया गया है। अब आने वाले दूसरे वाहन लोग सीधे प्रयागराज जा पा रहे हैं। दूसरी तरफ प्रयागराज से लौटकर भारी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंच रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय लोगों द्वारा श्रद्धालुओं के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई लेकिन इस व्यवस्था को श्रद्धालुओं ने ऊंट के मुंह में जीरा बताते हुए कहा कि बुधवार की रात परेशानी और अव्यवस्था भरी रही है। वहीं विदेशी सैलानियों ने रीवा पुलिस की तरीफ भी किये हैं।
मंदाकिनी के घाट पर आस्था का सैलाब
सुबह से ही मंदाकिनी घाट में अमावस्या की तरह श्रद्धा का सैलाब नजर आ रहा है। लोग दर्शन और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं।
दो दिन से भूखे, छोटे डिस्पोजल में खिचड़ी दी
संदीप पनोरकर ने कहा- बुधवार दोपहर से जाम में फंसे हैं। सभी लोग भूखे हैं। खुले आसमान के नीचे खाना बना रहे हैं। प्रशासन ने पास ही में एक टेंट लगाया है लेकिन उसमें प्रसाद की तरह छोटे से डिस्पोजल में खिचड़ी दी जा रही है।
एसडीएम बोले- यूपी के अधिकारियों से लगातार संपर्क में
रायपुर कर्चलियान एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने बताया- हम सतत रूप से उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में हैं। अधिकारियों से बात चल रही है। जैसे-जैसे वहां भीड़ का लोड कम होगा, वैसे-वैसे यहां से ट्रैफिक रिलीज कर रहे हैं। यात्री ज्यादा परेशान न हों, इस नजरिए से व्यवस्था बनाने में लगे हैं।
26 फरवरी तक चलेगा प्रयागराज महाकुंभ
प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान कुल 6 स्नान हैं, जिनमें से तीन अमृत स्नान हैं। इस बार मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की गिनती के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल किया है। पूरे प्रयागराज में 268 जगहों पर 1107 कैमरे लगाए गए हैं जबकि 100 से अधिक पार्किंग स्थलों पर 700 कैमरे वाहनों और श्रद्धालुओं की गिनती कर रहे हैं। मेलास्थल पर 200 अस्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
डिवाइडर पर खाना बनाया, गाड़ी में गुजारी रात
गुना से प्रयागराज जा रहे नरेंद्र राजपूत ने कहा- हम 11 लोग हैं। प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। खाने के पैकेट तक नहीं बांटे गए। हमने सर्द रात में सडक़ के डिवाइडर पर खाना बनाया। डिवाइडर पर ही खाया। सिवनी के कुंवर लाल भारद्वाज ने बताया- हमारा 15 लोगों का ग्रुप है। बुधवार सुबह 4 बजे से रीवा में जाम में फंसे हैं। कब तक फंसे रहेंगे, कोई ठिकाना नहीं है। सभी लोग गाड़ी में ही बैठे-बैठे सो रहे हैं। इसके अलावा और कोई चारा नहीं है। हमारे साथ बुजुर्ग भी हैं। जिनके घुटनों में दर्द है लेकिन क्या किया जाए। कुछ समझ नहीं आ रहा।
बढ़ सकती है श्रद्धालुओं की संख्या
कामदगिरि की परिक्रमा लगाने के लिए श्रद्धालु भारी संख्या में चित्रकूट पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु की और भी संख्या चित्रकूट में बढ़ सकती है। जिला प्रशासन द्वारा वाहन सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल तैनात किया गया है।
6 महीने के बच्चे की तबीयत बिगड़ी
पूनम मिश्रा बोलीं- मेरा बेटा 6 महीने का है। उसे तेज बुखार है लेकिन अब दवाई और डॉक्टर शायद प्रयागराज में ही मिल पाएंगे। मुझे अगर पता होता कि यहां इस कदर जाम लगने वाला है तो मैं यहां कभी न आती। यहां खाने-पानी की व्यवस्था भी नहीं है। हमारे पास जो सामान था, वो खत्म हो चुका है। राधा अग्रवाल ने बताया कि पुलिस लगी हुई है लेकिन जाम के बीच मेरा मोबाइल और पर्स भी चोरी हो गया। मैं बच्चों के साथ परेशान हो रही हूं। यहां तक पैदल चलकर आ गई हूं। लेकिन आगे नहीं जा पा रही हूं क्योंकि बस नहीं मिल रही है। सभी वाहन जाम में फंसे हैं।
इण्डिया पुलिस ग्रेट
बुधवार के दिन ६ विदेशी सैलानी कुंभ स्नान के लिए प्रयाग जा रहे थे लेकिन चाकघाट में जाम की स्थिती होने के कारण उनके वाहन को चदई में ही रोंक दिया गया। जिसके चलते वह काफी परेशान हो रहे थे उनकी भाषा भी कोई नहीं समझ पा रहा था जिसके कारण उन्हें खाने-पीने का सामान खरीदने में दिक्कत तो हो ही रही थी साथ ही उनके परेशानियों को भी कोई समझ नहीं पा रहा था। इन सैलानियों पर एसडीओपी उदित मिश्रा की जब नजर पड़ी तो सैलानियों से मिलकर बात-चीत किये और एक ढावा में ले जाकर चाय मिलाये तथा एक वाहन की व्यवस्था कर उन्हें आंगे बढ़ाया। विदेशी सैलानी पुलिस के इस व्यवहार से काफी खुश हुए और जाते-जाते इण्डिया गे्रट पुलिस कह कर गये।

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