नगर प्रतिनिधि, रीवा
जल जीवन मिशन योजना में ठेकेदारी प्रथा कुछ इस कदर सिर चढक़र बोली की कमीशन बाजी के चलते आये अपूरे पड़े निर्माण कार्यों की बजह से ग्रामीणों को नहीं नल जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है वही पीए?चई विभाग की मिली भगत से जिम्मेदार ठेकेदारों द्वारा परियोजना की सेहत से खुले आम खिलवाड़ किया जा रहा है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार की अति जनकल्याणकारी जल जीवन मिशन योजना एवं नल जल योजना जिसके तहत हर गांव हर घर के हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने की योजना है। लेकिन कमीशन खोरी एवं जिम्मेदारों की अनदेखी के बलते खुलकर हुए धष्ठचार के कारण गह अति महात्वाकांची योजना जनता के लिए नाकाफी साबित हो रही है। मऊगंज जिले में कोई एक दो स्थान नहीं बरिक पूरे जिले के विकास खण्डों में हालात एक जैसे है जहां देखा जाए वहीं ठेकेदारों की मनमानी एवं जिम्मेदार विभाग की अनदेखी के चलते योजना को जमीनी रूप नहीं मिल पा रहा है। कुछ इसी तरह का नजारा देवतालाब विधानसभा क्षेत्र के नईगढ़ी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत शिवराजपुर, करह एवं खरखरी में देखने को मिला। जहां के निवासियों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराए जाने हेतु करोड़ों रुपए की लागत से विशालकाय पानी की टंकी के निर्माण कार्य में खुलकर धाम्रचार किया गया। जिसके कारण आज भी तीनों जल जीमन मिशन की परियोजनाएं नाथी अधूरी पड़ी है। ठेकेदार द्वारा किसी कदर आधा अधूरा पानी के टंकी का निर्माण कार्य तो कर दिया गया लेकिन पाइप लाइन डलने का कार्य नहीं किया गया। जिसके कारण स्थानीय लोगों को पानी के लिए यहां वन्हा भटकना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों की बाने तो एक नहीं कई बार पीएचई विभाग से लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं ठेकेदार तथा पीएचई विभाग से निर्माण कार्य पूरा कर पेयजल मुहैया कराए जाने का आग्रह किया गया। लेकिन जनता के दर्द भरी आव की सुनवाई ना तो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की गई और ना ही लोक स्वास्थ्य यंत्र की विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्य की जिसका परिणाम या की करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी शासन की योजना का लाभ जनता को नहीं मिल पाया।
निर्माण कार्य में खुलकर हुआ भ्रष्टाचार
मऊगंज जिले के दंगी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्रामपंचायत शिवराजपुर करह एवं खरखरी में पहले तो पानी टंकी के निर्माण कार्य दौरान संबंधी निर्माण एजेंसी द्वारा समय पर टंकी निर्माण का कार्य पूरा नहीं किया गया। किसी कदा पानी की टंकी तो बनी पर जब नल जल योजना के तहत पर घर पाइपलाइन डालने की बारी आई तो सारे नियम कापदों को दरकिनार कर योजना के विपरीत कार्य कराया गया। आलम यह रहा कि 30 फीसदी से अधिक आम निवासियों के घरों में नल की टोरियां तक नाहीं लगाई गई। जिन घरो के पास पानी सप्लाई हेतु पॉइंट दिए गए उन स्थानों पर राहुली पाइप खेड़ दी गई और हितग्राहियों के घरों में कनेक्शन तक नहीं किया गया करोड़ों खर्च के बाद भी योजना को साकार रूप ना मिलने से शुद्ध पेयजल के लिए दर-दर भटकने वाले ग्रामीण जनता की माने तो बीते कई माह से पानी की टंकी तो वनकर तैयार हो गई लेकिन कार्य आज तक पूर्ण नहीं किया गया और ना ही पानी सप्लाई प्रारंभ हो पाई।
आखिर कब मिलेगा जनता को शुद्ध पेयजल
नईगढ़ी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत शिवराजपुर करत एवं राइटरारी के ग्रामीणों की माने तो कई बार जिम्मेदारों को समस्या से अवगत कराया गया लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। सूखी पड़ी पानी की टंकी अपने आप में गुहार लगाती नजर आती है कि पहले निर्माण एजेंसी एवं विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती गई तथा जन सुखाधिकार में किस कदर पलीता लगाया गया और अब जब पानी सप्लाई की बारी आई तो जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी से ही मुंह मोड़ लिया। इधर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आए दिन समीक्षा बैठकों में निर्देश दिए जाते हैं कि आगामी 15 दिवस के अंदर सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाए लेकिन देखने में यह आ रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निहित किया गया 15 दिवस का समय आज तक नहीं आया और ना ही अधूरे पड़े निर्माण कार्य पूर्ण हो सके। यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर कब मिलेगा आम जनमानस को शुद्ध पेयजल कब होगी अधूरी पड़ी परियोजनाएं पूर्ण और कब होगी निर्माण कार्यों में पलीता लगाने वाले ठेकेदारों एवं विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही। इस तरह के कुछ ऐसे सवाल है जिनका जवाब पेयजल समस्या से परेशान जनता को कब मिलेगा।