बार्डर के खरीदी केन्द्रों में यूपी से पहुंच रही है धान
नगर प्रतिनिधि, रीवा
खरीदी का काम जारी है, लेकिन बारदाना की भारी कमी के कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई खरीद केंद्रों पर बारदाना उपलब्ध नहीं होने से खरीदी प्रक्रिया में रुकावट आ रही है। इससे ट्रैक्टरों की लंबी कतारें लग रही हैं। कई बार किसान दिन-रात अपने ट्रैक्टरों के साथ केंद्रों पर खड़े रहते हैं। कुछ केंद्रों पर तो बारदाना की कमी के कारण तीन दिन से खरीदी बंद है और किसान ठंड में परेशान हो रहे हैं। इतना ही नहीं बार्डर से लगे खरीदी केन्द्रों में यूपी की धान की आवक हो रही है जो किसानों के लिए और ज्यादा परेशानी का कारण बना हुआ है।
जिन केंद्रों पर बारदाना की कमी देखी जा रही है, उनमें डभौरा, दोंदर, अतरैला और परसिया जैसे केंद्र प्रमुख हैं। इन केंद्रों पर आए दिन धान से लदे ट्रैक्टरों की कतारें लग जाती हैं, लेकिन बारदाना की कमी के कारण तौल का काम नहीं हो पा रहा। किसान इन समस्याओं से बेहद परेशान हैं और प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि उनके पास पर्याप्त बारदाना नहीं पहुंच रहा। प्रशासन का कहना है कि बारदाना भेजा जा रहा है, लेकिन किसानों को राहत मिलने में समय लग रहा है। वहीं खरीदी का समय भी सीमित है, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
बार्डर एरिया में यूपी की धान रोकना चुनौती
क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि बार्डर एरिया में यूपी की धान रोकना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। किसानों का आरोप है कि सीमवर्ती केन्द्र डभौरा, गढ़ी- सोहर्वा, चाकघाट, सोनौरी, हनुमना जैसे क्षेत्रों के खरीदी केन्द्रों में प्रभारियों की मिलीभगत से यूपी की धान यहां पहुंच रही है। प्रशासन द्वारा बनाए गए नाके पर्याप्त नहीं हैं। उनमें कर्मचारी भी नहीं रहते।