गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल देखने को मिली रीवा में
मुस्लिम समाज ने घोघर में शोभायात्रा में शामिल लोगों पर बरसाये फूल
नगर प्रतिनिधि, रीवा
रीवा के प्रसिद्ध पचमठा धाम में बीहर गंगा आरती और अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के तिथि अनुसार एक साल पूरा होने पर दो दिवसीय भव्य आयोजन शुक्रवार से शुरू हो गया। श्रीराम की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। वहीं आज शनिवार को पचमठा धाम में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के साथ भंडारा होगा। आयोजन श्री राम दरबार आर्यवर्त समिति ने करवाया है। रामलला की भव्य शोभा यात्रा शहर के कॉलेज चौराहे से शुरू हुई, जो शिल्पी प्लाजा, साईं मंदिर, नगर निगम, जय स्तंभ चौराहे होते हुए पचमठा धाम पहुंची। शोभायात्रा में संतों की झांकी के साथ राम-जानकी की झांकी भी शामिल की गईं। शोभा यात्रा में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली जब मुस्लिम समाज के लोगों ने भी शोभा यात्रा का स्वागत किया।
काफी संख्या में दिखे साधू-संत
रामलला की शोभा यात्रा में साधू-संतों के साथ-साथ भारी संख्या में श्रृद्धालु शामिल हुए। शोभा यात्रा खेम सागर मंदिर से शुरू हुई इस दौरान तकरीबन ४ सैकड़ा से ज्यादा वाहनों का काफिला देखने को मिला। शोभा यात्रा खेम सागर मंदिर से होते हुए पीटीएस चौराहा, नया बस स्टैण्ड, सिरमौर चौराहा होते हुए एनसीसी मैदान पहुंची जहां वाहनों को खड़ा कर शिल्पी प्लाज, बाबाघाट होते हुए शोभा यात्रा पचमठा पहुंचे।
भगवाधारी बच्चे करेंगे हनुमान चलीसा का पाठ
बताया गया है कि ११ जनवरी को पचपठा धाम में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसकी शुरूआत छोटे-छोटे बच्चों से हनुमान चलीसा पाठ से करेंगे। यह सभी बच्चे भगवा वस्त्र में नजर आयेंगे। इसके बाद सुंदर कांड का पाठ किया जाएगा। तत्पश्चात १ वर्ष के अंतराल में बीहर गंगा आरती के जो भी यजमान रहे हैं उनका सम्मान समिति द्वारा किया जाएगा। ६ बजे शांम से ७ बजे तक आरती की जायेगी। इसके बाद भण्डारा का आयोजन किया जाएगा जिसमें १० हजार से अधिक लोगों की पहुंचने की संभावना है।
मुस्लिम बोले- हम एकता का संदेश देना चाहते हैं
स्वागत करने वालों में शामिल रहीम अली जुगनू ने बताया कि रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा से पहले आज हम सब ने भव्य शोभा यात्रा का स्वागत किया है। हम आने वाली पीढ़ी को एकता और भाईचारे का संदेश देना चाह रहे हैं। अकील खान ने बताया कि रीवा में हिंदू और मुस्लिम के सभी त्योहार भाईचारे के साथ मनाए जाते हैं। यही वजह है कि आज हम सब राम लला की भव्य शोभा यात्रा का स्वागत करने के लिए यहां पर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि ईद मिलादुन्नबी और प्रमुख मुस्लिम पर्वों में जुलूस हिंदू भाइयों के घरों से होकर गुजरता है, वे हमेशा सहयोग करते हैं। इसलिए रीवा में आज भी हिंदू-मुस्लिम एकता कायम है, हम चाहते हैं कि रीवा प्रदेश और देश के लिए एक मिसाल बने।