नगर प्रतिनिधि, रीवा
एनसीसी ट्रेनिंग के नाम पर एक नाबालिग लडक़ी और लडक़ा स्कूल के 12 बच्चों को दतिया ले जा रहे थे। स्टेशन पर बच्चों को छोडने पहुंचे परिजनों को संदेह हुआ तो पुलिस को जानकारी दी। सिविल लाइन पुलिस ने बच्चों को रोककर परिजनों को सौंप दिया है। छात्रों को लेकर जा रहे नाबालिग लडक़ी और लडक़े पास किसी प्रकार का आधिकारिक पत्र नहीं मिला और स्कूल से भी अनुमति नहीं ली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मार्तण्ड स्कूल कं. तीन से 12 बच्चों को आनंदविहार से दतिया ले जाने के लिए एक नाबालिग लडक़ी और लडक़ा रविवार शाम रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बच्चों से इसके लिए कुछ शुल्क भी जमा कराया था। स्टेशन पर उनको देखकर बच्चों के परिजनों को संदेह हुआ तो रोक लिया और जीआरपी पुलिस को सूचना दी। जीआरपी ने उनको सिविल लाइन थाने भिजवा दिया। सिविल लाइन पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने दतिया की अखंड हिन्द फौज संस्था द्वारा ट्रेनिंग देने की जानकारी दी। पुलिस ने दतिया से जानकारी जुटाई तो पता चला कि संस्था वहां मौजूद है, जो बच्चों को ट्रेनिंग देती है। बच्चों को ले जाने वाले नाबालि जिस पर पुलिस ने रोक दिया। पुलिस ने संस्था के किसी व्यक्ति को बुलवाया है जो सुरक्षित तरीके से बच्चों को अभिभावकों की सहमति से लेकर जाएगा।
फिलहाल सभी बच्चों को घर वालों के हवाले कर दिया गया है। थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि संस्था से नाबालिग लडक़ी और एक लडक़ा आए थे जो बच्चों को अपने साथ लेकर जा रहे थे। फिलहाल उनको रोक दिया गया है। संस्था का कोई जिमेदार व्यक्ति आएगा तो वह परिजनों से विधिवत अनुमति लेकर उनको लेकर जाएगा।