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शराब माफिया के हौसले बुलंद, बरांव गांव में पुलिस पर बोल दिया हमला, शराब के अवैध स्टॉक को पकडऩे गई पुलिस की हुई पिटाई

घर के ऊपरी हिस्से में शराब रखे होने की मिली थी सूचना, जिस पर पहुंच गई थी पुलिस
पहले आरक्षक को जमकर पीटा उसके बाद शाहपुर टी आई पर भी हुआ हमला

विशेष संवाददाता, रीवा

शराब की तस्करी और अवैध रूप से शराब की बिक्री इस पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी रहती है। कई बार पुलिस के सांठ गांठ के मामले भी सामने आते हैं। वहीं कई बार कार्रवाई करने पर पुलिस को लेने के देने पड़ जाते हैं। ऐसा ही बीती रात शराब का अवैध रूप से स्टॉक किए जाने की खबर पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर हमला हो गया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।
घटना के संबंध में बताया गया है कि शराब का धंधा अवैध रूप से करने वालों ने पुलिस को ही अपना निशाना बना लिया। यह घटना शाहपुर थाना अंतर्गत ग्राम बरांव की बताई गई है। आरोपियों ने जिस प्रकार हमला बोला इससे यह प्रतीत होता है कि उन्हें खाकी का कोई भय शायद नहीं था।
दी गई जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर एसडीओपी अंकिता सुल्या की अगुवाई में पुलिस टीम देर रात शाहपुर थाना इलाके के बरांव गांव में दबिश देने पहुंची थी। जो जानकारी दी गई थी उसके अनुसार आरोपी कृष्णकुमार केवट तनय हरिवंश केवट ,रामदास केवट ,रामउजागर केवट ,राकेश केवट और पिंटू केवट समेत परिवार के लोग महुआ लाहन से देशी मदिरा बनाकर अवैध तरीके से बेचने का कारोबार करते हैं। पुलिस ने जब कार्यवाई शुरु की तो पता कि ऊपर के कमरे में भी मदिरा का स्टॉक है उसकी तलाशी लेने आरक्षक वरुण कुमार भाठी ऊपर चला गया, जैसे ही वह ऊपर पंहुचा आरोपियों ने उस हमला कर दिया । इसके बाद सब इंस्पेक्टर बीसी विश्वास और कांस्टेबल विवेकानंद यादव पर भी घर के सदस्यों ने लाठियां बरसानी शुरु कर दी। नीचे होने की वजह से विश्वास और विवेकानंद जान बचाकर भागने में कामयाब रहे , लेकिन वरुण फंसा हुआ था। वह छत पर लेटकर छिपा था , पुलिस टीम जब मौके से जाने जाने लगी तो गिनती में एक आरक्षक कम था , उसके मोबाइल पर फोन किया गया तो छत पर मोबाइल की लाइट जली जिसे देख पूरे परिवार के लोग एक होकर वरुण की पिटाई शुरु कर दी , जान बचाने के लिए वरुण छत से नीचे कूदकर भागा और पुलिस के पास पंहुचा , इसके बाद सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक प्रदीप पटेल भी अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिलकर घटना की जानकारी ली। बताया गया है कि रात में ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
ये हैं आरोपी
पुलिस ने आरोपी कृष्ण कुमार केवट तनय हरिवंश केवट ,रामदास केवट ,रामउजागर केवट ,राकेश केवट ,पिंटू केवट और दो अन्य के खिलाफ धारा 191 (3 ),190 ,132 ,221 ,212 (1 ),296 ,109 और 351 (3 ) के तहत मुकदमा पंजीबद्ध किया है इनमे से तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि पूरे घटनाक्रम का मुख्य आरोपी समेत अन्य आरोपी फरार बताए गए हैं।
जिले में अभी पुलिस बल की है कमी
13 महीने पहले गठित हुए मऊगंज जिले में निर्धारित से काम पुलिस बल की पदस्थापना हो पाई है। जिससे पुलिस को कार्यवाई करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। थानों और आबादी के हिसाब से जिले को बल की दरकार है। नियमन एसआई विश्वास और कॉन्स्टेबल विवेकानंद को इस मुहिम में नहीं भेजना चाहिए था क्योंकि इनमे से एक लाइन अटैच है तो दूसरा सस्पेंड। जब तक इनकी बहाली नहीं हो जाती तब तक किसी मूवमेंट में इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, लेकिन एसपी को पुलिस बल की कमी के चलते रात में दोनों को भेजना पड़ा।
घटना की निंदा की विधायक प्रदीप पटेल ने
विधायक ने पुलिस पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है । उन्होंने कहा कि मऊगंज के गुंडों और माफियाओं को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा पुलिस दोगुना हौसले से अपना काम करेगी।

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