गंदगी के चलते त्योंथर और चाकघाट वासियों का जीना मुश्किल
भ्रष्ट ठेकेदारों को मिल रहा सीएमओ का खुला संरक्षण
नगर प्रतिनिधि, रीवा
नगर परिषद चाकघाट और त्यौंथर भ्रष्ट्राचार का अड्डा बन चुका है। दोनो नगर परिषदों के सीएमओ संजय कुमार सिंह हैं। संजय कुमार सिंह जिन नगर परिषदों में रहे हैं वहां शासन प्रशासन नाम के नाम पर लोग रोते रहे हैं। भ्रष्ट्राचार की ये अति पार करने के बाद जुगाड फिट कर अपना स्थानांतरण दूसरे नगर परिषद में करवा लेते हैं। संजय कुमार सिंह जबसे नगर परिषद चाकघाट आए हैं यहां शासन की योजनाओं की धज्जियां उड़ रही हैं। जनता छोटे छोटे कामों के लिए परेशान रहती है। कोई सुनने वाला नहीं है। यही हाल नगर परिषद त्यौंथर का भी हो चुका है। ये वहां के भी प्रभारी सीएमओ हैं। इनके यहां से जाने के बाद भ्रष्ट्राचार का इतिहास लिखा जायेगा। इनके कारनामों से लोग तंग आ चुके हैं। बताया गया है कि ये बहुत बड़े गांधी प्रेमी हैं। गांधी जी की बिना चढ़ोत्री के नगर परिषद में कोई काम नहीं होता। नगर परिषद त्यौंथर और चाकघाट नर्क का अड्डा बन चुका है। चारों ओर गंदगी का सम्राज्य है। लोगों का चैन से जीना दूभर हो चुका है। बजबजाती नालियों और गंदगी के चलते लोग घरों से नहीं निकल पाते। किसी भी योजना के संबंध में यदि कोई नगर परिषद जाता है तो उसके साथ बदसूलकी की जाती है और उसे भगा दिया जाता है। चाकघाट और त्यौंथर नगर परिषद के लोगों ने ऐसे भ्रष्ट सीएमओ को बर्खास्त करने की मांग की है।
चाकघाट कस्बे में बगैर बरसात के रहती है बरसात
चाकघाट कस्बे में पानी सप्लाई के लिये कुछ माह पहले ठेकेदार द्वारा पाइप डाली गई थी। गुणवत्ताविहीन पाइप होने के कारण कुछ दिनों में ही पाइपें फट गई। जिसके चलते पानी की सप्लाई होते ही चाकघाट के कई वार्डों की गलियां पानी से लबालब भर जाती हैं। जलभराव की स्थिति को देखकर कभी -कभी पानी की सप्लाई भी रोकनी पड़ती है जिसके कारण लोग बूंद-बींद पानी के लिये मोहताज होने लगता हैं। चाकघाट के नगरवासी इस मामले की शिकायत कई बार सीएमओ संजय सिंह से कर चुके हैं। इसके बावजूद भी सीएमओ इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे और न ही ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही करने को तैयार हैं।
जर्जर भवनों की तरफ ध्यान नहीं
चाकघाट कस्बे में संचालित पुरानी पुलिस चौकी और शंकर सेठ के घर के आगे गल्लामंडी के आसपास वर्षों पुराने कई मकान बने हुए है जो पूरी तरह से जर्जर है। कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। लेकिन शासन के सख्त निर्देशों के बाद भी नगर पंचायत सीएमओ जर्जर मकानों को जमीदोज करने के लिये तैयार नहीं है। बताया तो यहां तक गया है कि जर्जर भवन के मालिकों से सीएमओ की सांठगांठ बन गई है और यही कारण है कि जानलेवा जर्जर भवन गिराये नहीं जा रहे हैं। सीएमओ के उदासीन रवैया के कारण चाकघाट कस्बे के चारों तरफ गंगदी का आलम है। गल्ला मंडी परिसर में फैली गंदगी के चलते लोग गल्ला मंडी जाने के लिये कतराते हैं।
बैगर अनुमति के संचालित है डामर प्लांट
जब कभी किसी के द्वारा कोई प्लांट अथवा उद्योग डाला जाता है तो उसमें स्थानीय निकाय की एनओसी की आवश्यकता होती है लेकिन त्योंथर के वार्ड नं. 8 खरहरी नाला के पास गोडा में बगैर किसी अनुमति के डामर प्लांट संचालित है। डामर प्लांट के संबंध में सीएमओ को भी जानकारी है। लेकिन कतिपय कारणों के चलते डामर प्लांट संचालक के विरुद्ध कार्यवाही करने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। जबकि आम जनता द्वारा कई बार डामर प्लांट के संबंध में शिकायत भी की गई है। बताया गया है कि बीच बस्ती में डामर प्लांट के खुलने से पूरा पर्यावरण दूषित हो गया है पूरा दिन धुंध सा छाया रहता है। लोगों की जीना मुश्किल हो गया हैं।
एसडीएम आदेश का पालन नहीं किये सीएमओ
त्योंथर के वार्ड नं.8 में 95 लाख की लागत से चार वर्ष पूर्व नाली निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। आये दिन इस नाली में बच्चे और मवेशी गिर कर चोटिल होते रहते हैं। घटनाओं को लेकर त्योंथर के वार्ड नं. 8 के आम जनता द्वारा एक माह पहले एसडीएम से शिकायत की गई थी। शिकायत को एसडीएम त्योंथर गंभीरता से लेते हुये मौके पर जाकर नाली की निरीक्षण किये और नगर पंचायत सीएमओ को तुरंत नाली का निर्माण कार्य पूर्ण करवाने के लिये निर्देश दिये थे। लेकिन ठेकेदार के हाथों बिके सीएमओ नाली निर्माण का काम अब तक पूरा नहीं करा सके और इनके उदासीन रवैया के चलते आये दिन लोग गहरी नालियों में गिरकर घायल हो रहे हैं।
घटिया पीसीसी रोड बनाने वाले ठेकेदार को अभयदान
कुछ माह पूर्व चिल्ला बाजार से नदी घाट तक पीसीसी सडक़ का निर्माण कार्य वैष्णवी कान्सट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया गया था। घटिया निर्माण कार्य होने के कारण सडक़ बनने के कुछ ही दिनों बाद पीसीसी सडक़ पूरी तरह से उखड़ गई है। सडक़ की गुणवत्ता के लेकर त्योंथर वासियों द्वारा सीएमओ से शिकायत की गई किन्तु आज तक न तो ठेकेदार के विरुद्ध कोई कार्यवाही हुई और नहीं किसी प्रकार की रिकवरी निकाली गई।
बजबजा रही हैं नालियां
सीएमओ संजय सिंह के लापरवाही के कारण त्योंथर और चाकघाट दोनों कस्बे गंदगी की चपेट में आ गये हैं। नालियों की सफाई न होने के कारण नालियां कचरे से पटी हुई हैं। बरसात के दिनों में पानी की निकासी न होने के कारण नालियों का पानी लोगों के घरों में घुसने लगता है। इन सभी समस्याओं से परेशान होकर कस्बे में रहने वाले लोग कई बार सीएमओ से नालियों की साफ-सफाई के लिये अरजू-मिन्नत कर चुके हैं लेकिन सीएमओ संजय सिंह सुनने को तैयार नहीं।