समान क्षेत्र, रानी तालाब इलाके में लोगों के घरों में घुसा पानी, पतली सडक़े तब्दील हो गईं नालों में
विशेष संवाददाता, रीवा
सोमवार को दोपहर बाद से हुई बारिश का दौर जहां रुक-रुक कर जारी रहा वहीं मंगलवार को सुबह से तेज बारिश का दौर शाम तक चला। मौसम विभाग अभी भी यह कह रहा है कि बुधवार सुबह तक इसी तरह की स्थितियां रहेगी। पूरे मानसून सीजन में रीवा जिले में पहली बार तेज बारिश का दौर चला इससे एक ओर जहां किसान काफी प्रसन्न रहे, वहीं दूसरी ओर खेतों में पर्याप्त पानी भरने के साथ नदी नाले ऊफान पर आ गए।
उल्लेखनीय है कि रीवा जिले में अभी तक जो बरसात हुई है वह सामान्य से 39 फीसदी कम हुई थी जिससे किसान काफी चिंतित थे। कई जगह धान की फसल भी सूखने की कगार पर पहुंच गई थी। लेकिन इस बारिश ने संजीवनी का काम किया और फसल पूरी तरह से फिलहाल बच गई है। खेतों में पर्याप्त पानी भर गया है। तालाब भी काफी हद तक भर गए हैं। वही बीहर और बिछिया नदी का जल स्तर भी तेजी के साथ बढ़ा है। शहर के कुछ इलाकों में पानी की निकासी न हो पाने से जल भराव की स्थिति देखने को मिली। लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रीवा से नौबस्ता फैक्ट्री रोड की पुलिया में पर्याप्त पानी रहने से लोग इधर-उधर से आने-जाने का प्रयास करते रहे।
इस बीच मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल दोपहर बाद मौसम खुलने की संभावना है। सुबह तक बारिश का दौर चल सकता है। उधर तेज बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी रीवा ने 18 सितंबर को स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी है। वही यह भी माना जा रहा है कि अगर इसी तरह तेज बारिश का दौर और 24 घंटे तक चलेगा तो बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। मौसम विभाग फिलहाल ऑरेंज येलो अलर्ट के साथ लोगों को सावधान कर रहा है जिससे यह लग रहा है कि बारिश का क्रम धीमा हो जाएगा और ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होने पाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रीवा जिले में अभी तक यहां पर्याप्त बारिश नहीं दर्ज की गई थी और कई क्षेत्रों में तो काफी कम वर्षा दर्ज की गई थी। सरकार की आंकड़े के मुताबिक रीवा जिले में अभी तक 39 फीस भी कम बारिश दजऱ् हुई थीं। लेकिन 24 घंटे लगातार हुई इस बरसात में उसे कोटे को काफी कुछ हद तक पूरा कर दिया है। गत दिवस सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक अभय मिश्रा ने अल्प वर्षा देखते हुए सूखाग्रस्त घोषित क्षेत्र करने की मांग भी की थी। लेकिन बारिश ने जिस तरह से अपना रूप दिखाया है उससे ऐसा लग रहा है कि किसानों को इस बारिश के पानी से काफी हद तक संतुष्टि मिलेगी। किसान भी यह कह रहे हैं कि अब उनकी धान की फसल बच जाएगी। हालांकि उड़द और मूंग की फसल को कुछ हद तक नुकसान भी पहुंचेगा, लेकिन इस बारिश से किसान काफी प्रसन्न है।