डाक जमा करने के २ काउंटरों के बंद होने से लोग परेशान, लगती है पोस्टआफिस भवन के बाहर तक लाइन
कर्मचारियों के पोस्टआफिस पहुंचने का निर्धारित नहीं है समय
नगर प्रतिनिधि, रीवा
शहर के सिरमौर चौराहा में स्थापित मुख्य डाकघर के प्रबंधन की लापरवाही के चलते जहां लोग काफी तंग और परेशान हैं वहीं पोस्टआफिस में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के निष्क्रियता के कारण शहर के अंदर संचालित अन्य उप पोस्ट आफिस न तो समय से खुलते हैं और न ही लोगों को पोस्ट आफिस से मिलने वाली सुविधाएं समय से उपलब्ध हो रही हैं।
3 काउंटर के बदले खुला है एक काउंटर
मुख्य डाकघर में लोगों के डाक लेने के लिए ३ काउंटरों की व्यवस्था की गई थी। काफी लोगों को डाक जमा करने में सहूलियत हो। लेकिन मुख्य डाकघर में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के उदासीन रवैया के कारण इन दिनों ३ काउंटरों में से सिर्फ १ काउंटर खुला हुआ है और २ काउंटर बंद कर दिये गये हैं। १ काउंटर होने कारण डाम जमा करने वालों की लाइन पोस्ट आफिस भवन के अंदर हीं नहीं बल्कि पोस्टआफिस भवन के बाहर गेट तक देखनी को मिलती है। एक डाक जमा करने के लिए पूरा-पूरा दिन लोगों को पोस्टआफिस में गुजारना पड़ता है।
लिये जाते हैं सिर्फ 5 डाक
मुख्य डाकघर के द्वारा एक अजीबों-गरीब नियम बनाया गया है जिसमें एक व्यक्ति से एकबार में सिर्फ पंाच डाक ही जमा कराये जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति के पास ५ से ज्यादा डांक हैं तो उसे दुबारा फिर लाइन में खड़ा होकर शेष डाक जमा करने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ा है। पबंधन के नये नियम कायदों से परेशान होकर लोग मुख्य डाकघर जाने से कतराने लगे हैं। इतना ही नहीं तेज धूप में नम्बर आने का इंतजार करने वालों में से जो शरीरिक रूप से कमजोर होते हैं। उन्हें चक्कर भी आ जाता हैं। इस बात से प्रबंधन वाकिफ भी है इसके बाद भी आम जनता की सुविधा के लिए केाई सार्थक कदम नहीं उठाये जा रहे हैं।
मुख्य डाकघर के निष्क्रियता का उप डाकघरों में असर
शहर के अंदर कुल 10 डाकघर संचालित हैं जिसमें उप डाकघर एजी कॉलेज, उप डाकघर बिछिाया, उप डाक घर चौहट्टा, उप डाकघर चिरहुला उप डाकघर रीवा सिटी, उप डाकरघर घोघर, उप डाकरघर मेडिकल कॉलेज, उप डाकरघर उपरहटी तथा उप डाकघर वेकट भवन शामिल है। मुख्य डाकघर के आलाअधिकारियों को उक्त उप डाकरघर पर दबाव न होने के कारण इन डाक घरों में पदस्थ कर्मचारी बेलगाम हो गये हैं। इनकी लापरवाही के कारण आने वाले डाक समय से नहीं मिलते। पोस्टआफिसों में पदस्थ पोस्टमैन भूमिगत हो गये हैं। यही कारण है कि लोगों को अपने डाक लेने के लिए पोस्ट अािफसों तक जाना पड़ा ह। इसके बावजूद भी लोगों को डाक उपलब्ध नहीं कराये जाते बल्कि पोस्टआफिस में बैठे कर्मचारी उल्टा-सीधा जवाब देकर वापस कर देते हैं। यह सब कुछ इसलिए हो रहा है कि मुख्य डाकघरों में बैठे अधिकारियों द्वारा न तो का कभी उप डाकरघरों का आकस्मिक निरीक्षण िकया जाता और न ही नियमन काम करने के लिए कोई दिशा-निर्देश जारी किये जाते हैं।
समय से नहीं पहुंचते हैं कर्मचारी
मुख्य डाकघर में इन दिनों एक साथ कई अनियमितताएं पनप रही हैं। जहां २ काउंटरों को बंद करके आम जनता को परेशान किया जा रहा है वहीं डाक घर में पदस्थ कर्मचारी कभी भी समय से पोस्टआफिस नहीं पहुंते हैं। शहर के अंदर संचालित उप डाकघरों का खुलने का समय सुबह ९ बजे निर्धारित हैं वहीं मुख्य डाकघर को खुला जाना चाहिए। इसी समय के मुताबिक लोग सुबह १० बजे से पोस्टआफिस पहुंचकर कतार में खड़े हो जाते हैं लेकिन कर्मचारी कभी भी निर्धारित समय में पोस्टआफिस नहीं पहुंचते हैं। जिसके चलते लोगों को बेवजह घंटों लाइन में खड़ा होकर कर्मचारियों के आने का इंतजार करना पड़ा है।