बाणसागर डैम देवलौंद के ३ रेडियल और ३ जनरेशन के खोले गये हैं गेट
जिला प्रशासन और बाणसागर विभाग की टीम रेस्क्यू अभियान के दौरान लिय सूझ-बूझ से काम
मुनादी के बाद भी ग्रामीणों ने बरती लापरवाही
नगर प्रतिनिधि, रीवा
मूसलाधार बारिश के चलते बाणसागर डैम में क्षमता से अधिक जल भराव को देखते हुए बाणसागर के तीन गेट खोलते ही सोन नदी का जलस्तर अचानक बढ़ह्न गया, नदी में जल स्तर बढऩे से मछली पकडऩे गए राजेश कोल और विजय कोल नदी में फंस गए, हालांकि दो लोग जान बचाने में सफल रहे और मछली मारने गए दो युवक अभी नदी के बीच में बने टापू में पेड में चढक़र फंसे रहे। सोमवार की देर रात करीब १२ बजे उन्हें बचा लिया गया।
तीन रेडियल और तीन जनरेशन पीढ़ी के खोले गए गेट
देवलोंद रीवा-शहडोल मार्ग पर स्थित अंतर्राज्यीय बहुउद्देशीय बृहद नदी घाटी परियोजना है। जिले में पिछले तीन दिन से हो रही बारिश के चलते बाणसागर डैम लबालब भर गया है। बाणसागर डैम का जलभराव अधिक हो जाने से डैम के तीन रेडियल और ३ जनरेशन के गेट खोल दिये हैं।
रविवर को ही कर दिया गया था सचेत
गौरतलब है कि कलेक्टर ने एक दिन पहले ही डैम के गेट खोलने के बाद की स्थिति का जायजा लेने आंचल का निरीक्षण किया था। इसके बावजूद प्रशासनिक अमला सजग नहीं हुआ और मछली मारने गए चार युवक फंस गए। दो युवक राजेश कोल और विजय कोल तेज बहाव की वजह से भाग नहीं पाए और बीच नदी में टापू में स्थित एक पेड़ में चढक़र पानी कम होने का इंतजार कर रहे है। बाणसागर डैम में जल स्तर बढ़ाने की वजह से तीन गेट खोले गए हैं, इसकी पूर्व में आसपास व कई जिलों में सूचना भी दी गई थी। ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी भी करवाई गई थी। इसके बावजूद भी लोग नदी में मछली पकड़ रहे थे। इस दौरान डैम का गेट खुला और अचानक पानी आ गया, जिसमें फंसे दो युवकों को निकालने के लिए पूरा प्रशासन रेस्क्यू टीम के साथ वहां मौजूद है। कलेक्टर ने जानकारी मिलने के बाद तीनों गेट को बंद कर दिया और पानी कम होने का रेस्क्यू टीम इंतजार करती रही। बाद में उन्हें बाहर निकाल लिया गया।
इनका कहना है
रेस्क्यू अभियान समाप्त होते ही बाणसागर डैम के फिर से गेट खोल दिये गये हैं। डैम के जल भराव को लेकर बराबर निगरानी की जा रही है परिस्थती के मुताबिक और भी गेट खोले जाने के निर्णय लिये जा सकते हैं।
व्हीके ओझा
कार्यपालन यंत्री
बाणसागर देवलौंद