नगरीय इलाके में लगभग 200 मकान हुए चिन्हित, नोटिस हुई जारी
जिन मकानों का हो सकता है जीर्णोद्धार, उन्हें दी जाएगी मोहलत
वार्ड नंबर 3 में 3 भवन और वार्ड नंबर 4 के चार भवन तत्काल ढहाए जाएंगे
विशेष संवाददाता, रीवा
जिला कलेक्टर से कड़ा फरमान मिलने के बाद अब नगर निगम प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है। जर्जर भवनों पर होने वाली कार्यवाही के पहले चरण में मंगलवार को पीटीएस चौराहे की बहु मंजिला इमारत को नगर निगम रीवा के बुलडोजर ने ढहा दिया । सर्वे में नगरीय निकाय रीवा अंतर्गत लगभग 200 मकान जर्जर स्थिति में पाए गए हैं जिनके विरुद्ध नगर निगम रीवा द्वारा मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों तेज बरसात के दौरान में एक बाउंड्री वॉल गिर जाने से चार बच्चों की मौत हो गई थी वही सागर जिले पर एक दीवार ठहरे से नौ बच्चों की मौत हो गई थी जिस पर प्रदेश की सरकार ने तत्परता से कार्रवाई करने तत्परता से जर्जर भवनों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने भी तीन दिन पहले एक बैठक लेकर नगर निगम एवं सभी नगर परिषदों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर सर्वे कराने एवम जर्जर हो चुके मकानो पर तत्परता के साथ कार्यवाही के निर्देश दिए थे। सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि नगर पालिका निगम रीवा अंतर्गत सभी 45 वार्डों में लगभग दो सैकड़ा के आसपास ऐसे मकान चिन्हित किए गए हैं जो काफी पुराने हैं और जर्जर अवस्था में है, ऐसे मकानों को चिन्हित कर भवन स्वामियों को तत्काल प्रभाव से नोटिस दे दी गई है। इस दौरान यह भी कहा गया है कि जिन मकानों का जीर्णोद्धार हो सकता है उन्हें भी चिन्हित किया जाए।
मंगलवार को इस परिपेक्ष में हुई पहली कार्यवाही पीटीएस चौराहा रीवा में हुई जहां पर बहुत पुराने भवन को जर्जर मानते हुए तत्काल प्रभाव से गिराया गया। इस दौरान जोन क्रमांक 4 के प्रभारी राजेश सिंह ने बताया है कि रीवा कलेक्टर के निर्देश पर जर्जर भवनों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की गई है । इस दौरान इन्होंने कहा कि रीवा शहर के 45 वार्डों में ऐसे लगभग 200 मकान चिन्हित हुए हैं जिनके खिलाफ करवाई किया जाना है इस संबंध में सभी मकान मालिकों को नोटिस भिजवाया जा रहा है तथा जो मकान मरम्मत के बाद सही होते हैं उनकी भी जांच पड़ताल की जा रही है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति भविष्य में न होने पाए तथा जान माल सुरक्षित रहे।
ग्रामीण इलाकों की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों को
जर्जर भवनों, इमारतो के खिलाफ चल रही कार्यवाही के इस दौर में जिला कलेक्टर ने जिला पंचायत के माध्यम से सभी ग्राम सचिवों को इस संबंध में तत्परता के साथ कार्रवाई के लिए कहा है। इस संबंध में जो निर्देश दिए गए हैं उसमें यह कहा गया है कि गांव में ऐसे घर जो काफी जर्जर अवस्था में है, उनका सर्वे कर जानकारी तत्काल जनपद कार्यालय में दी जाए ताकि ऐसे मामलों में उचित निर्णय लिया जा सके।
हर साल होती है इस तरह की घटनाएं
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दीवार गिरने से हादसा होने का क्रम लगभग हर साल ही होता है। बीते साल भी रीवा जिले में दो घटनाएं घटी थी जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। जहां पर यह घटनाएं घटित हुई थी वह अत्यंत गरीब और पुराने मिट्टी वाले घर में रहने वाले लोग थे। उल्लेखनीय है की बरसात के दिनों में कई बार इस तरह की घटनाएं घटती है, लेकिन घटना के दो चार दिन बाद सब कुछ ठंडा हो जाता है। इस बार मुख्यमंत्री के सक्रिय होने के बाद रीवा कलेक्टर ने सक्रियता बरती है और झज्जर भावनाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
त्योथर में जर्जर छात्रावास भवन को ढहाया गया
जिले के त्योथर नगर परिषद अन्तर्गत वार्ड क्रमांक 7 में पुराने जर्जर अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास को अत्यंत जीर्ण शीर्ण अवस्था में होने के फल स्वरुप आज अधिकारियों की मौजूदगी में गिरा दिया गया। यह भवन लगभग 40 साल पुराना हो चुका था। नगर परिषद त्यौंथर के प्रभारी सीएमओ संजय सिंह ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी थी जिस पर इस भवन को भी तत्काल गिराए जाने की अनुमति मिलने पर उन्होंने यह कार्रवाई की। इस दौरान नगर परिषद के उप यन्त्री आशुतोष तिवारी , राजस्व निरीक्षक मणिकान्त श्रीवास्तव , अतुल पाण्डेय एवं नगर परिषद त्योथर के नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि विद्यासागर शुक्ला सहित पार्षद एवं नगर पालिका के कर्मचारी गण मौजूद रहे । बताया गया है कि इस कार्यवाही के दौरान छात्रावास में आधा दर्जन छात्र भी मौजूद थे जिनकी व्यवस्थाएं की गई और उन्हें वहां से हटाते हुए यह कार्रवाई की गई।