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गढ़ में स्कूली बच्चों पर गिरी जर्जर दीवार, चार मासूमों की मौत , मामला गढ़ के नईगढ़ी मोड़ पर सनराइज पब्लिक स्कूल के पास का, बच्चे वहीं से छुट्टी के बाद गुजर रहे थे

जानकारी मिलते ही तत्काल पहुंचे एसपी विवेक सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारी, कुछ घायल बच्चों को लाया गया संजय गांधी अस्पताल
इस दर्दनाक हादसे में फंसे थे 8 बच्चे, जिनमें से 4 की मौत, चार घायलों में से दो गंभीर , लेकिन अब सुरक्षित
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी जताई शोक संवेदना, मृतक बच्चों के परिजनों को दो लाख रुपए की सहायता

विशेष संवाददाता, रीवा

जिले के गढ़ कस्बे में एक निजी स्कूल के पास जर्जर बाउंड्री बाल चार दुधमुहे बच्चो का काल बन कर आ गई। जिनकी मौत हो गई। दो बच्चे गंभीर रूप से घायल थे जिन्हें बचा लिया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकरी मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। इस घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने गहन शोक व्यक्त किया है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि ग्राम गढ़ नईगढ़ी मोड़ पर सनराइज पब्लिक स्कूल संचालित होती है। स्कूल से छुट्टी होने के बाद बच्चे निकल रहे थे। कुछ ही दूरी पर एक पुरानी बाउंड्री वॉल बनी हुई थी । बारिश होने के कारण दीवाल में पानी गिर रहा था। जब बच्चे वहां से गुजर रहे थे तभी अचानक जर्जर दीवार धसक गई, जिसकी चपेट में 6 बच्चे और एक महिला भी फंस गई। यह सभी काफी देर तक मलबे में दबे रहे। इनमें से चार की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह बाउंड्री वॉल काफी पुरानी थी । मिट्टी की दीवार जर्जर हो चुकी थी जो बारिश और नमी को नहीं झेल पाई। लिहाजा स्कूल से घर जाते वक्त बच्चों पर यह दीवार ढह गई। घटना घटने के पश्चात घायल बच्चों को गंगेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। गंभीर घायलों को संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं मृतक बच्चों के शवों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी मिलते ही रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल एवं पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे।
एक ही परिवार के थे तीन बच्चे
इस घटनाक्रम में जिन चार बच्चों की मौत हुई है उनमें से तीन एक ही परिवार के थे जो सभी पांच से 7 साल के बीच के बताए गए हैं। इसमें मान्य गुप्ता पिता वीरेंद्र गुप्ता उम्र 7 वर्ष, सिद्धार्थ गुप्ता पिता वीरेंद्र गुप्ता 5 वर्ष और अंशिका गुप्ता पिता सुरेंद्र गुप्ता 5 वर्ष सभी निवासी गढ़ के हैं। यह तीनों बच्चे एक ही परिवार से संबंधित हैं। एक अन्य मृतक बालक अनुज प्रजापति पिता इंद्रपाल प्रजापति उम्र 5 वर्ष भी निवासी लडक़ा बताया गया है। घायलों में रक्षा गुप्ता पिता सुरेंद्र गुप्ता 8 वर्ष एवं रानी प्रजापति पिता इंद्रपाल प्रजापति उम्र 7 वर्ष निवासी गढ़ है। यह सभी छोटे बच्चे एक ही परिवार के होने के कारण एक साथ वहां से गुजर रहे थे।
छुट्टी के बाद बच्चे जा रहे थे घर : एसडीएम
दुर्घटना के संबंध में एसडीएम मनगवां पीएस त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे स्कूल से छुट्टी के बाद घर जा रहे थे। स्कूल से कुछ ही दूरी पर एक जर्जर कच्चे मकान की दीवार गिरने से 8 बच्चे दब गए। आसपास के ग्रामीणों तथा पुलिस ने तत्काल बच्चों को निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगेव में भर्ती कराया। दुर्घटना में चार बच्चों की दुखद मौत हो गई है। इनमें अंशिका गुप्ता 5 वर्ष, मान्या गुप्ता 7 वर्ष, सिद्धार्थ गुप्ता 5 वर्ष तथा अनुज प्रजापति 5 वर्ष शामिल हैं। इस दुखद घटना में रक्षा गुप्ता तथा रानी प्रजापति गंभीर रूप से घायल हो गई हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। मौके पर जर्जर एक अन्य मकान को गिराने की कार्यवाही की जा रही है।
दीवार ढहने से चार बच्चो की मौत पर कांग्रेस नेता मंगू ने जताया दु:ख
जिले के गढ़ थाना क्षेत्र के गढ़ में संचालित निजी सनराइज पब्लिक स्कूल की दीवार ढहने से चार बच्चो की हुई मौत पर कांग्रेस नेता प्रदेश महासचिव गुरुमीत सिंह मंगू ने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए मृत हुए बच्चो की आत्मा शांति की ईश्वर से प्रार्थना करते हुए घायल हुए बच्चो के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
उन्होंने उक्त घटना पर जिला प्रशासन से मांग की है कि शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय और निजी कई भबन मकान अत्यन्त जर्जर स्थिति में है जो बारिश के मौसम में थोड़े से ही पानी में जमीदोज हो जाते है फलस्वरूप ही बड़ी घटनाएं होती है ऐसी स्थिति में समय समय पर जांच करा डिस्मेंटल की कार्यवाही कराए जिससे ऐसी घटनाओं में अंकुश लग सके।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दीवार गिरने की दुर्घटना में मृत बच्चों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि ईश्वर दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करे। दुर्घटना में घायलों को शीघ्र स्वस्थ करे। जिन परिवारों ने अपने मासूम बच्चों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। दुर्घटना में मृत बच्चों के परिजनों को शासन की ओर से दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। दुर्घटना की सूचना मिलते ही विधायक मनगवां श्री नरेन्द्र प्रजापति, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल तथा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने तत्काल दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य कराया। मौके पर पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी तथा बचाव दल तैनात है।

दु:ख की घड़ी में सरकार परिजनों के साथ है : शुक्ल
. उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा के गढ़ में दीवार गिरने से चार मासूमों के काल कवलित होने की दु:खद घटना पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत कष्टकारी एवं दुखद है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार सभी परिजनों के साथ है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिये हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह असहनीय कष्ट सहन करने की क्षमता प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

घटनास्थल पहुंचे कांग्रेस के पदाधिकारी, घटना पर जताया दुख
विधानसभा क्षेत्र मनगवां के ग्राम गढ़ में दीवार गिरने से 4 स्कूली बच्चों की घटना स्थल पर मृत्यु तथा एक छात्र एवं एक महिला के घायल होने की दुखद समाचार सुनकर जिला कांग्रेस कमेटी रीवा ग्रामीण अध्यक्ष इंजी. राजेन्द्र शर्मा ने घटना स्थल पर पहुंच कर घटना की पूरी जानकारी ली। मृतकों एवं घायलों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी व उनका ढाढस बंधाया। इस दु:खद घटना पर श्री शर्मा ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिजनों को ढाढस बंधाते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सब आपके साथ है। उन्होंने अनुविभागीय दण्डाधिकारी मनगवां से घटना की पूरी जानकारी प्राप्त कर प्रभावित परिवारों को अधिक से अधिक सहायता राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। अनुविभागीय दण्डाधिकारी ने आश्वस्त किया कि शासन की ओर से मृतकों एवं घायलों के परिजनों को राशि दिलाने की कार्यवाही की जाएगी। श्री शर्मा के साथ घटना स्थल पर जिला संगठन मंत्री रवि तिवारी, सत्यनारायण तिवारी, प्रभात चंद्र द्विवेदी, प्रिंस सिरजन, पंकजदास शास्त्री तथा काफी संख्या कांग्रेस जन उपस्थित रहे।
अत्यंत कारुणिक दृश्य था घटना स्थल पर
उक्त घटना स्थल पर जब छोटे-छोटे बच्चों के परिजनो को जब यह जानकारी मिली कि उनके बच्चे अब इस दुनिया में नहीं है तो उनका रो-रो कर बुरा हाल था। पूरे इलाके में सनक खिंचा हुआ था। हर व्यक्ति की आंख में आंसू थे। गढ़ के वीरेंद्र गुप्ता और सुरेंद्र गुप्ता दोनों सगे भाई थे जिनमें तीन बच्चों की मौत हुई है। इसमें 7 साल की मान्या और 5 साल का सिद्धार्थ सगे भाई बहन थे। दोपहर हुई इस घटना के बाद चारों ओर मातम कब वातावरण था। जो सुन रहा था वह आश्चर्यचकित भी हो रहा था कि यह घटना अचानक कैसे घट गई। सामान्य तौर पर इस तरह के घटनाओं की कल्पना नहीं की जाती है लेकिन काल को कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते चार दुधमुहे बच्चे अब इस दुनिया में नहीं रहे।

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